Anemia in Hindi: खून की कमी के कारण, लक्षण, प्रकार और ईलाज

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शरीर में लाल रक्त कण या हीमोग्लोबिन की किसी कारण सामान्य से कम मात्रा होने की स्तिथि को रक्त की कमी या Anemia कहा जाता हैं। शरीर की हर कोशिकाओं को ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है और शरीर में यह महत्वपूर्ण कार्य हिमोग्लोबिन द्वारा किया जाता हैं।

शरीर में खून की कमी होने के कारण कई प्रतिकूल परिणाम होते हैं। शरीर में रक्त की कमी होने पर व्यक्ति कमजोर हो जाता है और रोग प्रतिकार शक्ति क्षीण हो जाती हैं। रक्त शरीर का ईंधन है और इसके लिए इसके कमी को दूर करना बेहद जरुरी होता हैं।

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शरीर में खून की कमी  के लक्षण, प्रकार और कारण संबंधी जानकारी निचे दी गयी हैं :

शरीर में खून की कमी  के लक्षण क्या हैं ? (Anemia symptoms in Hindi)

शरीर में सामान्य से कम खून होने पर निचे दिए हुए लक्षण नजर आते हैं :

  • थकान और कमजोरी: यह खून की कमी का सबसे आम लक्षण है। खून में लाल रक्त कोशिकाएं ऑक्सीजन को शरीर के सभी हिस्सों तक पहुंचाती हैं। जब लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या कम होती है, तो शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती है, जिससे थकान और कमजोरी महसूस होती है।
  • सांस लेने में तकलीफ: थोड़ी सी गतिविधि के बाद भी सांस लेने में तकलीफ महसूस हो सकती है।
  • त्वचा में पीलापन: त्वचा, होंठ, मसूड़े और नाखूनों में पीलापन दिखाई दे सकता है।
  • सिरदर्द: सिरदर्द, चक्कर आना और बेहोशी भी खून की कमी के लक्षण हो सकते हैं।
  • ठंड लगना: हाथ-पैर हमेशा ठंडे रहना, खासकर सर्दियों में।
  • छाती में दर्द: सीने में दर्द या दबाव महसूस हो सकता है।
  • दिल की धड़कन तेज होना: सामान्य से अधिक दिल की धड़कन महसूस हो सकती है।
  • मांसपेशियों में ऐंठन: मांसपेशियों में दर्द और ऐंठन हो सकती है।
  • मासिक धर्म के दौरान अधिक रक्तस्राव: महिलाओं में मासिक धर्म के दौरान अधिक रक्तस्राव हो सकता है।
  • बालों का झड़ना: बाल झड़ने की समस्या भी खून की कमी के कारण हो सकती है।
  • नाखूनों का टूटना: नाखून कमजोर हो सकते हैं और आसानी से टूट सकते हैं।

ऊपर दिए हुए लक्षण नजर आने पर रक्त परिक्षण कर इसका निदान कर लेना चाहिए।

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शरीर में खून की कमी के क्या कारण हैं ? (Anemia causes in Hindi)  

शरीर में खून की कमी होने के कई कारण हो सकते हैं। Anemia होने के प्रमुख कारणों को 3 प्रकार में बाटा जाता हैं।

  1. शरीर में पोषक तत्वों के अभाव या अन्य कारणों से पर्याप्त मात्रा में रक्त का निर्माण न होना।
  2. शरीर में किसी कारण अंदरूनी या बाहरी रक्तस्त्राव होना।
  3. शरीर में ही लाल रक्त कण और हीमोग्लोबिन का किसी कारण तेजी से नाश होना।

शरीर में लाल रक्त कण में हिमोग्लोबिन के निर्मिती के लिए लोह तत्व / Iron, विटामिन B12, फोलेट और अन्य महत्वपूर्ण तत्वों की जरुरत होती हैं। शरीर में रक्त की कमी  के प्रकार और उनके कारण की जानकारी निचे दी गयी हैं :

  • लोह तत्व की कमी (Iron Deficiency Anemia): शरीर में लोह तत्व की कमी के कारण यह Anemia होता हैं। लोह तत्व / आयरन के अभाव में बोन मेरो में हिमोग्लोबिन पर्याप्त मात्रा में निर्माण नहीं होता हैं। गर्भिणी महिला, अधिक मासिक स्त्राव, अलसर के रोगी, कैंसर पीड़ित और अधिक दर्दनाशक दवा का इस्तेमाल करने वाले लोगों में यह अधिक देखा जाता हैं।
  • विटामिन की कमी (Pernicious Anemia): कुछ लोग आहार और दवा के रूप में विटामिन बी12 लेते है पर पेट में एक विशेष तत्व जिसे Intrinsic factor कहते है इसके अभाव में इस विटामिन का शरीर में absorption नहीं होता है और परिणामतः शरीर में रक्त की अल्पता हो जाती हैं।
  • रक्तस्त्राव (Bleeding): शरीर में अपघात, अलसर, बवासीर / पाइल्स  या किसी बीमारी के कारण अंदरूनी या बाहरी रक्त स्त्राव होने के स्तिथि में भी रक्त की बेहद कमी हो सकती हैं। तुरंत उपचार न करने पर यह जानलेवा साबित हो सकता हैं।
  • रोग (Disease): किडनी रोग, कैंसर, एड्स, सन्धिवात, पाचन की समस्या जैसे कई जीर्ण रोग के कारण शरीर में खून की निर्मिति ठीक से न होने के कारण भी Anemia होता हैं। कभी-कभी जन्मजात या किसी संक्रमण के कारण लाल रक्त कण शरीर में तेजी से टूट कर घट जाते है, इसे Hemolytic Anemia कहा जाता हैं।
  • निर्माण (Production): कुछ विशेष परिस्तिथि में जैसे की जीवाणु संक्रमण, दवा का दुष्परिणाम, विषैले तत्व और ऑटो इम्यून रोग में बोन मेरो में रक्त की निर्मिति नहीं होती हैं। इसे Aplastic Anemia कहा जाता हैं।
  • अनुवांशिक (Hereditary): Sickle Cell और Thallessemia जैसे रोग में जन्मजात लाल रक्त कण में विकृति के कारण वह जल्दी टूट जाते है और रोगी के शरीर में रक्त की कमी हो जाती हैं। पढ़े – Sickle cell Anemia की पूरी जानकारी

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शरीर में खून की कमी का निदान कैसे किया जाता हैं ? (Anemia Diagnosis in Hindi)

रोगी की तकलीफ / समस्या को अच्छे से सुन लेने के बाद डॉक्टर रोगी की शारीरिक जांच करते है और शरीरिक जांच में अगर रोगी में खून की कमी की आशंका आती है तो इसका निदान करने के लिए निचे दिए हुए जांच की जाती हैं।

  1. CBC / Complete Blood Test : इस जांच आपके रक्त का नमूना लेकर इसमें विविध रक्त कण की जांच की जाती हैं। शरीर में लाल रक्त कण और हिमोग्लोबिन की संख्या सामान्य से कम आने पर Anemia का निदान किया जाता हैं। सामान्यतः एक वयस्क पुरुष का हीमोग्लोबिन 14 से 18 mg/dl और एक वयस्क महिला का हिमोग्लोबिन 12 से 16 mg/dl के बिच रहता है। पढ़े: सीबीसी टेस्ट क्या हैं
  2. अन्य (Others): CBC जांच में रक्त की कमी की पृष्टि होने के बाद डॉक्टर रक्त की कमी का कारण पता करने के लिए रोगी के लक्षण और स्वास्थ्य ईतिहास के अनुसार कई अन्य जांच कर सकते है। जैसे की –

शरीर में रक्त की कमी के मुख्य कारण आहार में फॉलिक एसिड, लोह तत्व और अन्य महत्वपूर्ण विटामिन की कमी होती है। रक्त हमारे शरीर के लिए ईंधन के समान है और इसकी कमी हमारे शरीर के लिए बेहद नुकसानदेह साबित हो सकती हैं।

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Blood badhane ke liya kya kare

शरीर में खून की कमी को दूर करने के लिए क्या करे ? (Blood badhane ke upay)

शरीर में रक्त की कमी को दूर करने के लिए क्या उपचार करना चाहिए यह रक्त की कमी के कारण और शरीर में रक्त कितना कम है इस पर निर्भर करता हैं। रक्त की कमी को दूर करने के लिए किये जानेवाले विविध उपाय की जानकारी निचे दी गयी हैं :

  • विटामिन की कमी (Vitamin Deficiency): शरीर में रक्त की कमी अगर फॉलिक एसिड और विटामिन C की कमी के कारण है तो विटामिन की दवा और आहार में बदलाव कर इन्हे दूर किया जाता हैं।
  1. फॉलिक एसिड – फॉलिक एसिड की कमी को दूर करने के लिए आहार में हरी पत्तेदार सब्जी, साबुत अनाज, दुग्धजन्य पदार्थ, दालें और अनाज लेना चाहिए।
  2. विटामिन C – विटामिन C की कमी को दूर करने के लिए आहार में हरी पत्तेदार सब्जी, अंकुरित अनाज, ताजे फल जैसे की पपीता, आंवला, अमरुद, नारंगी और टमाटर, निम्बू इत्यादि का समावेश करना चाहिए। इसे जरूर पढ़े – विटामिन C के आहार स्त्रोत और फायदे
  3. विटामिन B12 – अगर शरीर में विटामिन B12 की कमी है तो इसे दूर करने के लिए दवा, दूध और मांसाहार करना पड़ता है। शरीर में Intrinsic Factor की कमी होने पर विटामिन B12 के इंजेक्शन ही लेना पड़ता है। शुरुआत में कुछ दिन यह इंजेक्शन एक दिन आड़ लेना होता है और उसके बाद विटामिन की कमी के अनुसार महीने में 1 या 2 बार लेना होता हैं। विटामिन B12 से जुडी पूरी जानकारी पढ़ने के लिए यहाँ click करे – शरीर में विटामिन B12 का महत्त्व और आहार स्त्रोत। 
  • लोह तत्व की कमी (Iron Deficiency): लोह तत्व की कमी के कारण शरीर में खून की कमी होने पर इसे दूर करने के लिए Iron supplement की दवा और आहार में बदलाव करना पड़ता हैं। लोह तत्व की कमी को दूर करने के लिए आहार में हरी पत्तेदार सब्जीया, गेहू, बाजरा, रागी, जवार, दालें, सोयाबीन, गुड इत्यादि का समावेश कर सकते है। शरीर में लोह तत्व की कमी अगर रक्तस्त्राव के कारण हो रही है तो उसकी जांच कर उपचार करना चाहिए। Iron की दवा लेते समय हमेशा ध्यान रखे की यह गोली खाने के 1 घंटा पहले या बाद तक कैल्शियम की गोली या दूध नहीं लेना चाहिए। Calcium के कारण लोह तत्व का absorption नहीं होता हैं।
  • बोन मेरो विकार (Aplastic Anemia): अगर बोन मेरो में रक्त की निर्मिति किसी कारणवश नहीं हो रही है तो रक्त की कमी को दूर करने के लिए या तो रक्त चढ़ाना (Blood Transfusion) पड़ता है या बोन मेरो ट्रांसप्लांटेशन करना पड़ता हैं।
  • अनुवांशिक (Hereditary): Sickle Cell Anemia और Thalassemia जैसे अनुवांशिक विकार में रोगी को खून बढ़ाने की दवा  साथ बार-बार रक्त चढ़ाना (Blood Transfusion) पड़ता है। डॉक्टर आवश्यकता अनुसार लाक्षणिक चिकित्सा भी देते हैं। क्या आप जानते हैं – Sickle Cell Anemia क्या हैं ?
  • Hemolytic Anemia : अगर शरीर में Hemolytic Anaemia की वजह लाल रक्त कण जल्दी टूट जाते है तो इसे दूर करने के लिए संक्रमण विरोधी दवा या स्टेरॉयड भी दिए जाते है। जरुरत पड़ने पर रक्त चढ़ाना (Blood Transfusion) पड़ता है।
  • रक्तस्त्राव (Bleeding): अगर शरीर में बवासीर (Piles), अलसर, एसिडिटी, कैंसर और अपघात / Accident जैसे किसी कारण से अंदरूनी या बाह्य रक्तस्त्राव होने पर तुरंत इस कारण को योग्य चिकित्सा कर ठीक करना चाहिए और रक्त की कमी को दूर करना चाहिए। उपयोगी जानकारी – बवासीर का आयुर्वेदिक उपचार
  • आहार (Diet): शरीर में रक्त की कमी को दूर करने के लिए और इससे बचने के लिए अपने रोजाना खाने में समतोल पौष्टिक आहार लेना बेहद आवश्यक है। आहार में हरी पत्तेदार सब्जी, फल, साबुत अनाज, दालें इत्यादि का समावेश करना चाहिए। शरीर में रक्त की कमी होने पर कैसा आहार लेना चाहिए इसकी सम्पूर्ण जानकारी पढने के लिए यहाँ click करे – शरीर में खून बढाने के लिए विशेष आहार !

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खून बढ़ाने के घरेलु नुस्खे (Anemia home remedies in Hindi)

रक्त की कमी को दूर करने के लिए आप कुछ घरेलु नुस्खे और आयुर्वेदिक उपाय का सहारा भी ले सकते हैं। इन्हें अपनाने के पहले अपने डॉक्टर की सलाह अवश्य लीजिये।

  1. रोज सुबह एक कप सेब का रस में 2 चमच्च शहद मिलाकर पिने से रक्त बढ़ाने में मदद होती हैं।
  2. मेथी के बिज अंकुरित कर रोजाना खाने से लाभ मिलता हैं।
  3. अगर सोयाबीन पचाने में मुश्किल होती है तो आप इसका दूध बनाकर पि सकते हैं। इससे रक्ताल्पता दूर होती हैं।
  4. चाय, कॉफी, कोल्ड ड्रिंक्स और एंटासिड दवाओं का सेवन कम करे। इन चीजों से पेट में लोह तत्व का अवशोषण / absorption होने में दिक्कत आती हैं।
  5. रक्त की कमी को दूर करने के लिए गुड और मूंगफली के दानों का मिश्रण बेहद कारगर साबित होता हैं। यह पौष्टिक होने के साथ-साथ स्वादिष्ठ भी होता हैं।
  6. रोजाना एक ग्लास लाल टमाटर का रस का पिने रक्त बढ़ता हैं।
  7. रक्त की कमी को दूर करने के लिए चुकंदर / बीटरूट का रस भी लाभकारी होता है। आप इसमें स्वादानुसार शहद भी मिला सकते हैं।
  8. जामुन और आंवले के रस को समान मात्रा में मिलाकर पिने से लाभ होता हैं।
  9. रोजाना एक अनार खाना भी रक्त की कमी को दूर करता हैं। अनार में लोह तत्व के साथ कैल्शियम और विटामिन C प्रचुर मात्रा में होता हैं।
  10. शरीर में रक्त की कमी को दूर करने के लिए रोगी की प्रकृति की जांच कर गुग्गुल, आमलकी, वचा, शिलाजीत, हरीतकी, पुनर्नवा, लोहभस्म, विभितकि, पुनर्नवा मण्डूर इत्यादि आयुर्वेदिक दवा का उपयोग किया जाता हैं।

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खून बढ़ाने के लिए योग (Blood badhane ke liye Yoga)

शरीर में रक्त की निर्मिति को बढ़ावा देने के लिए और रक्त का संचारण सुधारने के लिए आप निचे दिए हुए योग रोजाना कर सकते हैं। योग की विधि और लाभ की जानकारी पढ़ने के लिए योग के नाम पर click करे।

  1. सूर्यनमस्कार
  2. पश्चिमोत्तानासन
  3. सर्वांगासन
  4. शवासन

शरीर में रक्त की कमी को अनदेखा नहीं करना चाहिए। रक्त की कमी पाए जाने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लेकर उपचार और आहार परिवर्तन करना चाहिए। भारत में कई लोग है जिनकी मृत्यु केवल रक्त की कमी के कारण हो जाती हैं। अगर आपके शरीर में रक्त की मात्रा सामान्य है तो मेरा आपसे निवेदन है की साल में कम से कम 2 बार रक्तदान अवश्य करे ताकि किसी जरुरतमंद इंसान को समय पर रक्त मिल सके।

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