प्रेगनेंसी में खून की कमी के कारण, लक्षण और उपाय | Anemia in Pregnancy

Anemia in Pregnancy causes, symptoms, treatment, diet and home remedies in Hindi

हमें कई पाठकों द्वारा, प्रेगनेंसी में खून (Hb) कितना होना चाहिए और प्रेगनेंसी में खून की कमी दूर करने के लिए क्या करना चाहिए यह सवाल पूछा जाता हैं। अंगेजी में इसे Anemia in Pregnancy कहा जाता हैं। प्रेगनेंसी में खून की कमी होने पर महिला और शिशु दोनों की जान का खतरा हो सकता हैं।

भारत में लगभग 60% से ज्यादा महिलाओं में खून की कमी पायी जाती हैं। गर्भावस्था में पेट में पल रहे शिशु का विकास और पोषण खून के द्वारा ही होता हैं इसलिए गर्भावस्था में खून या Hemoglobin की कमी को दूर करना बेहद जरुरी हो जाता हैं।

प्रेगनेंसी में खून की कमी के कारण, लक्षण और उपचार से जुडी जानकारी विस्तार में नीचे दी गयी हैं :

प्रेगनेंसी में शरीर में कितना खून होना चाहिए ?

प्रेगनेंसी में गर्भवती महिला के शरीर में सामान्यतः12 gm/dl से 15 gm/dl के बीच हिमोग्लोबिन होना चाहिए। प्रेगनेंसी में महिला के शरीर में हिमोग्लोबिन की मात्रा 12 mg/dl से काम होने पर खून की कमी या Anemia का निदान किया जाता हैं। भारत में ज्यादातर महिलाओं का हिमोग्लोबिन कम ही पाया जाता हैं पर कम से कम एक महिला का प्रेगनेंसी के दौरान स्वस्थ प्रेगनेंसी के लिए कम से कम 10 gm/dl हिमोग्लोबिन होना ही चाहिए।

प्रेगनेंसी में खून की कमी के क्या कारण हैं ? (Anemia in Pregnancy causes in Hindi)

गर्भावस्था में महिला का शरीर गर्भ में पल रहे शिशु के पोषण के लिए अधिक प्रमाण में खून का निर्माण करता हैं।इस समय अगर आपके शरीर को जरुरी Vitamins, Iron या अन्य पोषक तत्व नहीं मिलते है तो शरीर पर्याप्त मात्रा में लाल रक्त कोशिका (RBC) और Hb (Hemoglobin) का निर्माण नहीं कर पाता है जिसे वजह से शरीर में खून / Hb की कमी हो जाती हैं।

Pregnancy के दौरान blood की कमी के कारण गर्भपात, pre term delivery और बच्चे में जन्मजात दोष होने का खतरा रहता हैं। यह वजह है की डॉक्टर गर्भावस्था में समय-समय पर महिला के रक्त की जांच कर Hb की मात्रा चेक करते रहते हैं।

प्रेगनेंसी में खून की कमी होने के कुछ मुख्य कारण इस प्रकार हैं :

1. आहार (Diet) : आजकल ज्यादातर महिलाए पौष्टिक आहार नहीं लेती हैं जिस वजह से शरीर को जरुरी पोषण नहीं मिल पाता है जिस वजह से शरीर में पर्याप्त मात्रा में खून का निर्माण नहीं होता हैं।
2. लोह तत्व की कमी (Iron Deficiency Anemia) : शरीर में लोह तत्व की कमी के कारण यह Anemia होता हैं। लोह तत्व / आयरन के अभाव में बोन मेरो (Bone Marrow) में हिमोग्लोबिन पर्याप्त मात्रा में निर्माण नहीं होता हैं। गर्भिणी महिला, अधिक मासिक स्त्राव, अलसर के रोगी, कैंसर पीड़ित और अधिक दर्दनाशक दवा का इस्तेमाल करने वाले लोगों में यह अधिक देखा जाता हैं।
3. विटामिन की कमी (Pernicious Anemia) : कुछ लोग आहार और दवा के रूप में विटामिन बी12 लेते है पर पेट में एक विशेष तत्व जिसे Intrinsic factor कहते है इसके अभाव में इस विटामिन का शरीर में absorption नहीं होता है और परिणामतः शरीर में रक्त की अल्पता हो जाती हैं।
4. Folate Vitamin की कमी : Folate यह Vitamin B का एक प्रकार है जो की हरी सब्जियों में पाया जाता हैं। इसके आभाव में भी शरीर में खून की कमी हो जाती हैं। इसकी कमी को दूर करने के लिए folic acid की दवा दी जाती हैं।
5. रक्तस्त्राव (Bleeding) : शरीर में अपघात, अलसर, बवासीर (Piles) या किसी बीमारी के कारण अंदरूनी या बाहरी रक्त स्त्राव होने के स्तिथि में भी रक्त की बेहद कमी हो सकती हैं। तुरंत उपचार न करने पर यह जानलेवा साबित हो सकता हैं।
6. रोग (Disease) : किडनी रोग, कैंसर, एड्स, सन्धिवात, पाचन की समस्या जैसे कई जीर्ण रोग के कारण शरीर में खून की निर्मिति ठीक से न होने के कारण भी Anemia होता हैं। कभी-कभी जन्मजात या किसी संक्रमण के कारण लाल रक्त कण शरीर में तेजी से टूट कर घट जाते है, इसे Hemolytic Anemia कहा जाता हैं।
7. निर्माण (Production) : कुछ विशेष परिस्तिथि में जैसे की जीवाणु संक्रमण, दवा का दुष्परिणाम, विषैले तत्व और ऑटो इम्यून रोग में बोन मेरो में रक्त की निर्मिति नहीं होती हैं। इसे Aplastic Anemia कहा जाता हैं।
8. अनुवांशिक (Hereditary) : Sickle Cell और Thallessemia जैसे रोग में जन्मजात लाल रक्त कण में विकृति के कारण वह जल्दी टूट जाते है और रोगी के शरीर में रक्त की कमी हो जाती हैं। पढ़े – Sickle cell Anemia की पूरी जानकारी

प्रेगनेंसी में रक्त की कमी का निदान कैसे किया जाता हैं ? (Anemia in Pregnancy diagnosis in Hindi)

गर्भावस्था में महिला की शारीरिक जांच करने के बाद शरीरिक जांच में अगर महिला में खून की कमी की आशंका आती है तो इसका निदान करने के लिए डॉक्टर निचे दिए हुए जांच करने की सलाह देते हैं :
1. CBC / Complete Blood Test : इस जांच आपके रक्त का नमूना लेकर इसमें विविध रक्त कण की जांच की जाती हैं। शरीर में लाल रक्त कण और हिमोग्लोबिन की संख्या सामान्य से कम आने पर Anemia का निदान किया जाता हैं। सामान्यतः एक वयस्क महिला का हिमोग्लोबिन 12 से 15 mg/dl के बिच रहता है।
2. अन्य / Others : CBC जांच में रक्त की कमी की पृष्टि होने के बाद डॉक्टर रक्त की कमी का कारण पता करने के लिए महिला के लक्षण और स्वास्थ्य ईतिहास के अनुसार कई अन्य जांच कर सकते है। जैसे की –
a) HB Electrophoresis
b) Bone marrow test
c) Peripheral smear for Type of Anaemia
d) Sickling Test
e) Bleeding Time
f) Clotting Time
g) Stool test for occult blood
h) USG Abdomen
i) S.Vitamin B12
j) S.Ferritin
k) Blood Iron,
l) TIBC

यह भी पढ़े – प्रेगनेंसी में TT का इंजेक्शन कब और क्यों लेना चाहिए ?

प्रेगनेंसी में खून की कमी के क्या लक्षण होते हैं ? (Anemia in Pregnancy symptoms in Hindi)

प्रेगनेंसी में खून की कमी हो जाने पर महिला में नीचे दिए हुए लक्षण पाए जाते हैं :
1. जल्द थक जाना – tiredness
2. कमजोरी – weakness
3. चक्कर आना या आँखों के सामने अँधेरा छाना – Giddiness
4. सांस लेने में तकलीफ होना – shortness of breath
5. धड़कन तेज होना – increased heart beat
6. आँख, त्वचा और नाखूनों में पीलापन या सफ़ेद नजर आना – Paleness
7. हाथ-पैर ठन्डे पड़ना – cold hands and feet
8. सिरदर्द – Headache
9. आँखों के नीचे या पैरों में सूजन – swelling
10. घबराहट / तनाव – Stress

प्रेगनेंसी में खून की कमी दूर कैसे करे ? (Anemia in Pregnancy treatment in Hindi)

गर्भावस्था में खून की कमी को कैसे दूर किया जाता है इसकी जानकारी नीचे दी गयी हैं :
1. खून चढ़ाना (Blood Transfusion) : प्रेगनेंसी में अगर महिला का खून 8 mg/dl या इससे भी कम है तो डॉक्टर जल्द खून की मात्रा बढ़ाने के लिए खून चढाने की सलाह देते हैं। अगर डिलीवरी की तारीख नजदीक है या ऑपरेशन करने की जरुरत होती है तब भी जल्द खून की कमी को दूर करने के लिए खून चढ़ाना ही सबसे अच्छा उपाय होता हैं। Blood transfusion करते समय यह ध्यान रखना होता है की महिला को उसी के blood group का ही खून लगाना चाहिए।
2. इंजेक्शन (Injection) : प्रेगनेंसी के शुरुआत में अगर खून की कमी का पता चलता है तो डॉक्टर खून की कमी को दूर करने के लिए कुछ इंजेक्शन भी देते जिससे शरीर में Iron की मात्रा बढ़ जाती है और खून का निर्माण होता हैं। Ferric Carboxymaltose या Iron Sucrose का इंजेक्शन खून बढ़ाने के लिए दिया जाता हैं।
3. दवा (Medicine) : डॉक्टर प्रेगनेंसी में खून की कमी को दूर करने के लिए Ferrous Ascorbate, Ferrous Sulphate,  Folic acid, Cynocobalamin, Vitamin C आदि दवा देते हैं। खून बढ़ाने की दवा लेने के बाद कुछ महिलाओं को कब्ज की समस्या हो सकती है इसलिए यह दवा लेते समय पानी ज्यादा पीना चाहिए और आहार में फाइबर की मात्रा ज्यादा रखे।
4. रोग निवारण (Disease) : अगर किसी विशेष रोग के कारण गर्भवती महिला में खून की कमी हो रही है तो पहले उस रोग का उपचार किया जाता हैं जैसे की बवासीर, एसिडिटी, Iron / Vitamin B 12 की कमी, पाचन समस्या आदि।
5. आयुर्वेद (Ayurveda) : आयुर्वेद शास्त्र में गर्भावस्था में खून की कमी दूर करने के लिए लोहासव, लोह भस्म और दाड़िम अवलेह जैसी औषधि का उपयोग किया जाता हैं।

जरूर पढ़े – डिलीवरी के बाद वजन कम कैसे करे ?

प्रेगनेंसी में खून की कमी को दूर करने के लिए क्या खाना चाहिए ? (Diet for Anemia in Pregnancy in Hindi)

गर्भावस्था में आपको खून की कमी दूर करने के लिए कैसा आहार लेना चाहिए इसकी जानकारी नीचे दी गयी हैं :
1. सब्जियां (Vegetables) : आहार में पालक, चुकंदर (बीटरूट), सेम की फली, टमाटर, गाजर,  बंदगोभी, शक्कर कंद, शिमलामिर्च, कद्दू, ब्रोकोली, गोभी, मक्का और राजमा जैसी सब्जियो का समावेश करे। आहार में रोज चुकंदर लेने से खून में लाल रक्त कण सक्रीय हो जाते है और ऑक्सीजन का संचार तेजी से होता हैं। आप चाहे तो चकुंदर (Beet root) का जूस बनाकर भी दे सकते हैं।
2. फल (Fruits) : फलों में पपीता, अनार, सेब, अमरुद, स्ट्रॉबेरी, अंगूर, तरबूज और खरबूज जैसे फल शरीर में हिमोग्लोबिन का स्तर तेजी से बढ़ाते हैं। अनार का जूस या संतरे का जूस blood का निर्माण तेजी से करने में सहायक हैं। सुबह नाश्ते में केला खाने से फायदा होता हैं।
3. सूखा मेवा (Dry Fruits) : किशमिश, खजूर, अखरोट, बादाम जैसे मेवे भी तेजी से खून बढ़ाने में मददगार साबित होते हैं। रोज शाम को 1 या 2 खजूर खाने से जल्द लाभ मिलता हैं।
4. विटामिन B12 – अगर शरीर में विटामिन B12 की कमी है तो इसे दूर करने के लिए दवा, दूध और मांसाहार करना पड़ता है। शरीर में Intrinsic Factor की कमी होने पर विटामिन B12 के इंजेक्शन ही लेना पड़ता है। शुरुआत में कुछ दिन यह इंजेक्शन एक दिन छोड़कर लेना होता है और उसके बाद विटामिन की कमी के अनुसार महीने में 1 या 2 बार लेना होता हैं। विटामिन B12 से जुडी पूरी जानकारी पढ़ने के लिए यहाँ click करे – शरीर में विटामिन B12 का महत्त्व और आहार स्त्रोत। 
5. लोह तत्व (Iron) : खून की कमी को दूर करने के लिए आयरन / लोह तत्व की जरुरत होती हैं। हमारे शरीर में 3 से 5 gm आयरन रहता हैं। इसमें मूंगफली, मेथी, खजूर, बादाम, बाजरा, रागी, जवार, साबुत अनाज फायदेमंद हैं। भोजन में गेहू और सूजी की बानी चीजे फायदेमंद हैं। इसके अलावा डेयरी उत्पाद भी हिमोग्लोबिन बढाती हैं। मूंगफली और गुड को साथ में लेने से जल्द लाभ होता हैं।
6. Vitamin C : शरीर में लोह तत्व (Iron) का अवशोषण (absorption) होने के लिए Vitamin C जरुरी होता हैं।  आहार में कितना भी आयरन ले पर अगर Vitamin C नहीं है तो आयरन बिना शोषित हुए ऐसे ही चला जाता हैं। शरीर को आयरन पर्याप्त मात्रा में मिलने के लिए संत्रा, आमला, निम्बू, स्ट्रॉबेरी, पालक, निम्बू और ब्रोकली जैसे Vitamin C युक्त आहार भी लेना चाहिए। आंवले का रस पीना फायदेमंद होता हैं। पढ़े – विटामिन C के फायदे और आहार स्त्रोत 
7. प्रोटीन (Protein) : शरीर में लोह तत्व अवशोषण के लिए Vitamin C के साथ प्रोटीन भी जरुरी होता हैं। प्रोटीन और Vitamin C की सहायता से ही आयरन का absorption होता है। प्रोटीन युक्त आहार की जानकारी लेने के लिए यहाँ click करे – प्रोटीन युक्त आहार और महत्त्व 

गर्भावस्था में महिला और पेट में पल रहे शिशु के विकास और पोषण के लिए पर्याप्त मात्रा में खून होना बेहद आवश्यक होता हैं। आपको इसके लिए अपने डॉक्टर द्वारा दी हुई दवा और आहार से जुडी सलाह का पालन करना चाहिए और समय पर जांच कराते रहना चाहिए।

अवश्य पढ़े यह प्रेगनेंसी से जुड़े महत्वपूर्ण लेख :

  1. प्रेगनेंसी में ब्लड प्रेशर कम होने पर क्या करे ?
  2. गर्भावस्था में पहले ३ महीनों में कैसा आहार लेना चाहिए ?
  3. प्रेगनेंसी में कौनसा योग करे ?
  4. प्रेगनेंसी में जी मचलाने और उलटी का उपचार
  5. प्रेगनेंसी में डायबिटीज के लक्षण और उपचार 

अगर आपको यह गर्भावस्था में खून की कमी के कारण, लक्षण और उपाय | Anemia in Pregnancy की जानकारी उपयोगी लगती है तो कृपया इसे शेयर जरूर करे। अगर आपका गर्भवस्था या अन्य किसी स्वास्थ्य समस्या से जुड़ा सवाल है तो कृपया निचे कमेंट बॉक्स में या contact us में जरूर पूछे। मैं आपके सभी सवालों के जल्द से जल्द विस्तार में जवाब देने का प्रयास करूँगा। धन्यवाद !

Anemia in Pregnancy video in Hindi

Leave a comment

डायबिटीज में ऐसे करे अपने पैरो की देखभाल