Varicose Veins / वैरिकोस वेंस, यह नसों का एक बेहद पीड़ादायक रोग हैं। पैरों की नसों की वाल्व कमजोर होने के कारण ग्रेविटेशनल फाॅर्स के चलते इन नसों में जमना शुरू हो जाता हैं जिसके चलते पैरों की नसों में सूजन आ जाती है और नसे नीली पड़ जाती हैं।
Varicose Veins का अगर समय पर उपचार न किया गया तो इसकी वजह से पीड़ित व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती हैं। Varicose Veins एक ऐसा रोग है जिसे हम उचित उपाय योजना कर शुरुआती दौर में ही रोक सकते हैं पर इसके लिए हमें Varicose Veins में लिए जानेवाली सावधानी और घरेलु उपचार की पूरी जानकारी होना आवश्यक हैं।
Varicose Veins होने पर क्या करे इसके पहले इसके कारण और इसका निदान करने के लिए Varicose Veins के कारण और लक्षण भी पता होना चाहिए। Varicose Veins के कारण और लक्षण की जानकरी जानने के लिए यहाँ क्लिक करे – Varicose Veins के कारण, लक्षण और दुष्परिणाम
Varicose Veins के आधुनिक, आयुर्वेदिक और घरेलु उपचार की जानकारी निचे दी गयी हैं :
Varicose Veins के आधुनिक, आयुर्वेदिक और घरेलु उपचार
(Varicose Veins Treatment, Ayurveda and Home Remedies in Hindi)
Varicose Veins का उपचार कैसे किया जाता हैं ? (Treatment of Varicose Veins in Hindi)
- खास जुराबे / Compression Stockings : Varicose Veins में धीमे पड़े हुए रक्त के बहाव को फिर से गति देने के लिए और Varicose Veins में खून इखट्टा होने से रोकने के डॉक्टर रोगी को विशेष दबाव देने वाले जुराबे / socks जिसे मेडिकल भाषा में Compression Stocking कहा जाता हैं, पहनने के लिए देते हैं। ऐसे जुराबे पहनने से Varicose Veins को शुरुआती दौर में ही रोका जा सकता हैं।
- इंजेक्शन / Sclerotherapy : अगर जुराबे पहनकर भी Varicose Veins में कोई बदलाव नहीं आ रहा है तो ऐसे फूली हुई Varicose Veins में डॉक्टर एक विशेष प्रकार का इंजेक्शन देते हैं जिससे ऐसे Varicose Veins में रक्तप्रवाह बंद हो जाता है और Varicose Veins मुरझा कर निकल जाते हैं। इसके लिए आपरेशन में दाखिल होने की जरुरत नहीं होती और नाही ही रोगी को बेहोश करना पड़ता हैं।
- लेज़र / Laser Therapy : आजकल बड़ी और छोटी Varicose Veins को लेज़र के नए तरीके से निकाला जाता हैं। Varicose Veins पर लेज़र लाइट देकर उन्हें बंद किया जाता है जिससे वह मुरझा कर निकल जाते हैं। इस उपचार में रोगी को कोई इंजेक्शन देने की भी जरुरत नहीं पड़ती हैं।
- अन्य / Others : ऊपर दिए हुए तरीको के अलावा जरुरत पड़ने पर Ligation-Stripping, Ambulatory Phlebectomy या Endoscopic Varicose Veins Surgery भी की जा सकती हैं। गर्भावस्था में निर्माण होनेवाली Varicose Veinsकी समस्या बिना इलाज के भी डिलीवरी के बाद 3 से 12 महीने में ठीक हो जाता हैं।
Varicose Veins के आयुर्वेदिक उपचार और घरेलु नुस्खे (Ayurveda and Home Remedies for Varicose Veins in Hindi)
- जीवनशैली / Lifestyle : अगर आप सुस्त जीवनशैली जी रहे है तो तुरंत अपने जीवनशैली में बदलाव लाये। रोजाना कम से कम 1 घंटा कोई व्यायाम करे जैसे की चलना, जॉगिंग, दौड़ना, स्विमिंग, एरोबिक, साइकिल चलाना इत्यादि। लंबे समय तक लगातार बैठे या खड़े न रहे। अधिक भारी वजन न उठाये। रात को सोते समय पैरों के निचे 2 तकिये रखे। बैठते समय एक पैर के ऊपर दूसरा पैर मोड़कर न रखे।
- कपडे / Cloths : अधिक तंग / tight कपडे, जुराबे या जूते न पहने। हाई हील वाली सैंडल न पहने।
- आहार / Diet : संतुलित आहार ले। अधिक फास्टफूड या नमकीन या तलीहुई चीजों का सेवन न करे। खाने में नमक का प्रमाण कम रखे। अपने आहार में विटामिन B और विटामिन C युक्त आहार का समावेश अधिक करे जैसे की अमरुद, संतरा, बीटरूट, टमाटर, सूर्यफुल बीज, केला, अवाकाडो, रतालू इत्यादि। लहुसन, प्याज और अदरक जैसे एंटी ऑक्सीडेंट का सेवन करने से भी लाभ होता हैं।
- मोटापा / Obesity : अगर आपका वजन सामान्य से ज्यादा है तो इसे नियंत्रण मे करे।
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- मसाज / Gentle Massage : पैरों को हल्का मसाज करने से लाभ मिल सकता हैं। पैरो को मसाज करते समय निचे लेटकर पैरो को ऊपर की ओर रखे और किसी व्यक्ति को पैरो के निचे से ऊपर की ओर हलके हाथों से मसाज करने को कहे। मसाज करने के लिए आप एरंडी का या सरसों का तेल उपयोग में ला सकते हैं। ध्यान रहे की मसाज करते समय अधिक बल का प्रयोग न करे।
- मिटटी का लेप / Mud Pack : रात को सोने से पहले अपने पैरों पर मुल्तानी मिटटी का लेप लगाकर सोए और सुबह उठने के बाद इसे धोकर निकाल दे। यह लेप सूखने के बाद Compression Stocking की तरह ही लाभ देता है और साथ में त्वचा को detoxify भी करता हैं।
- आदतें / Habit : शराब, धूम्रपान, गुटखा या तम्बाखू जैसे ख़राब आदतों से दूर रहे।
- आयुर्वेद / Ayurveda : Varicose Veins से राहत मिलने के लिए आप अपने आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह से ब्राम्ही, जसद भस्म, चंद्रप्रभावटी, पुनर्नवादि गुग्गुल, सहचरादि कषाय, महामंजिष्ठादि कषाय, रस तैल, चंदनबला तैल इत्यादि का उपयोग कर सकते हैं। अर्जुन की छाल Varicose Veins में बेहद उपयोगी हैं। रात के समाय 200 ml दूध में स्वच्छ अर्जुन की छाल को उबाले और आधा रहने के बाद इसे छान कर पिने से 10 दिन में लाभ दिखने शुरू हो जाते हैं।
- योग / Yoga : Varicose Veins में Yoga करने से बेहद लाभ मिलता हैं। Varicose Veins से राहत पाने के लिए निचे दिए हुए योग करने चाहिए। योग की विधि जानने के लिए योग के नाम के ऊपर click करे।
इस तरह आप ऊपर दिए हुए उपाय को अपने डॉक्टर की सलाह से अपनाकर Varicose Veins की समस्या से बच सकते है और इसके असर को भी कम कर सकते हैं।
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मेरा नाम है डॉ पारितोष त्रिवेदी और मै सिलवासा, दादरा नगर हवेली से हूँ । मैं 2008 से मेडिकल प्रैक्टिस कर रहा हु और 2015 से इस वेबसाईट पर और हमारे हिन्दी Youtube चैनल पर स्वास्थ्य से जुड़ी हर जानकारी सरल हिन्दी भाषा मे आप सभी के लिए साझा करने का प्रयास कर रहा हूँ ।