आँख आना (Conjunctivitis) के कारण, लक्षण ईलाज और सावधानी

Conjunctivitis जिसे हम सामान्य भाषा में आँख आना कहते हैं, यह बारिश के दिनों में होनेवाली आँखों की एक आम संक्रामक बिमारी हैं। बारिश के मौसम में ज्यादातर मामलों में Viral Conjunctivitis देखा जाता हैं और बहत कम मामलों में यह Bacteria के कारण भी हो सकता हैं।

बारिश के मौसम में जब ज्यादा धुप भी नहीं होती हैं अगर कोई व्यक्ति काला चश्मा पहनता हैं तो लोगो का पहला अनुमान यही होता हैं की शायद उस व्यक्ति की आँख आ गयी हैं। Conjunctivitis के लक्षण, सावधानी और उपचार संबंधी अधिक जानकारी निचे दी गयी हैं :

आँख आने (Conjunctivitis) के कारण क्या है ?

Conjunctivitis के अधिकतर मामलों में कारण Viral infection ही होता है। कुछ मामलों में यह Bacteria या Allergy के कारण भी हो सकता हैं। बैक्टीरिया और वायरस के अलावा Conjunctivitis धुल, मिटटी, केमिकल, धुआ और शैम्पू इत्यादि के एलर्जी के कारण भी हो सकता हैं। एलर्जिक कारणों से होनेवाला Conjunctivitis संक्रामक नहीं होता हैं।

आँख आने (Conjunctivitis) के लक्षण क्या है ?

Conjunctivitis में निचे दिए हुए लक्षण दिखाई देते हैं :

1. आँखे लाल होना 
2. आँखों में खुजली होना 
3. आँखों से धुधला दिखाई देना 
4. आँखों से पानी आना 
5. आँखों में दर्द होना 
6. आँखों से हरा या सफ़ेद चिपचिपा द्रव निकलने से पलके चिपकना 
7. धुप या तेज रोशनी के प्रति असंवेदनशीलता जिसे Photophobia भी कहा जाता हैं
8. शुरुआत में यह लक्षण एक आँख में नजर आते हैं और एहतियात या ईलाज न करने पर दुसरे आँख में भी फ़ैल सकता हैं। 
9. Conjunctivitis के गंभीर अवस्था में कुछ रोगियों के आँख से खून भी निकल सकता हैं।

आँख आने (Conjunctivitis) पर क्या ईलाज करे ?

Conjunctivitis एक वायरल रोग होने के कारण ज़्यादातर मामलों में हमारी रोग प्रतिकार शक्ति ही इसे 7 से 14 दिनों में ठीक कर देती है परंतु अगर रोगी को तकलीफ़ ज़्यादा है तो डॉक्टर लाक्षणिक चिकित्सा करते है।
1. Antibiotic Eye Drops : डॉक्टर आपको एंटीबायोटिक ड्राप दे सकते जैसे की Gatifloxacin, Ofloxacin, Mahafloxacin आदि जिसकी 2-2 बूँदे दोनों आँखों में हर 2 से 4 घंटों से डालनी होती है। ध्यान रहे कि मेडिकल से बिना डॉक्टर की सलाह से कोई ड्राप न ख़रीदे क्योंकि अक्सर मेडिकल वाले antibiotic और steroid फार्मूला के eye drops देते है जिससे समस्या बढ़ सकती है। अगर एलर्जी के कारण आँख आयी है तो Anti Allergic eye drops दिये जाते है।
2. दर्दनाशक दवा : अगर आँखों में दर्द ज़्यादा है तो डॉक्टर आपको Aceclofenac, Paracetamol, Diclofenac जैसे pain killer दवा दे सकते है जिससे आँखों का दर्द और सूजन दोनों में कमी आ सके। इसके साथ ज़रूरत पड़ने पर डॉक्टर Oral Antibiotic दवा भी दे सकते है।
3. Antacid : दर्दनाशक दवा और एंटीबायोटिक दवा से एसिडिटि बढ़ने का ख़तरा रहता है इसलिए साथ में Omeprazole, Ranitidine या Rabeprazole जैसे एसिडिटि कम करने की दवा भी दी जाती है।
4. Multivitamin : आपकी रोग प्रतिकार शक्ति को बढ़ाने के लिए और शरीर की विटामिन कि ज़रूरत पूरी करने के लिए 15 से 30 दिन के लिए आपको विटामिन की दवा भी दी जा सकती हैं।

आँख आने (Conjunctivitis) में क्या सावधानी बरते ?

Conjunctivitis में निचे दी हुई सावधानी बरतनी चाहिए :

1. जाँच : Conjunctivitis के लक्षण नजर आने पर तुरंत नेत्र रोग विशेषज्ञ के पास जाकर जांच कराना चाहिए और दवा / ड्रॉप लेना चाहिए। 
2. सफ़ाई : दिन मे कम से कम 4 से 5 बार स्वच्छ पानी से आँखे साफ़ करे। पीड़ित व्यक्ति को आँखों को छूने के बाद हर वक्त अपने हात अवश्य धोने चाहिए। अपना चश्मा या दवा किसी और के साथ share न करे। रोगी के आँख में दवा डालते समय ख्याल रखे की ड्रोपर का अगला हिस्सा रोगी के आँख या हाथ से संपर्क न करे। दवा डालने के बाद अपना हाथ अच्छे से धो लेना चाहिए। आँखे साफ़ करने के लिए अपना अलग कपडा या disposable tissue का इस्तेमाल करे। 
3. चश्मा : घर से बाहर धुप में निकलने पर Sunglasses या काले चश्मे पहने। 
4. सेक : दर्द कम करने के लिए हलके गर्म पानी बोतल में भरकर या हलके गर्म कपडे से आँखों को सेक सकते हैं।  
5. घर पर रहे : Conjunctivitis होने पर बच्चो को स्कूल या अन्य बच्चों के साथ खेलने न भेजे। बड़े लोगो ने भी घर पर रहकर अन्य लोगो को Conjunctivitis का संक्रमण होने से बचाना चाहिए। 
6. दूरी बनाए : अन्य लोगो को Conjunctivitis के संक्रमण से बचाने के लिए अपने इस्तेमाल किये हुए रुमाल, कपडा, तकिया इत्यादि वस्तु का इस्तेमाल न करने दे। अन्य लोगो से हात न मिलाए। Conjunctivitis ठीक होने के बाद इस्तेमाल किया हुआ ड्रॉप फेक देना चाहिए। 

ऐसे तो Conjunctivitis यह एक सामान्य संक्रामक रोग जो आसानी से ठीक हो जाता हैं पर अगर सही ईलाज और एहतियात नहीं बरते जाए तो पीड़ित अपनी आँखों की रोशनी भी खो सकता हैं। Conjunctivitis के सभी पीड़ित व्यक्तिओ ने डॉक्टर के सलाहनुसार दवा और ड्रॉप लेना चाहिए और अपना संक्रमण किसी और व्यक्ति को नहीं हो इसका ख्याल रखना चाहिए।

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