योग निद्रा, जिसे ‘योगिक नींद’ या ‘Yogic Sleep’ भी कहा जाता है, एक प्राचीन योगिक तकनीक है जिससे तन-मन को गहरी विश्रांति मिलती है। यह एक ऐसी स्थिति है जहाँ शरीर शांत होता है और मन सचेत रहता है। योग निद्रा तनाव, चिंता, अनिद्रा, दर्द और अन्य कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में मददगार है।
पुराणों की बात करें तो उपनिषद और महाभारत में भी योग निद्रा का जिक्र मिलता है। इतना ही नहीं, देवी महात्म्य में योगनिद्रा नाम की देवी का भी वर्णन है। शैव और बौद्ध तंत्रों में योग निद्रा को ध्यान से जोड़ा गया है, जबकि मध्यकालीन हठ योग ग्रंथों में कभी-कभी योगनिद्रा शब्द का इस्तेमाल “समाधि” (गहरी ध्यान की अवस्था) के लिए किया जाता था।
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योग निद्रा कैसे करे ? (Yoga Nidra steps in Hindi)
योग निद्रा करने के लिए, आपको एक शांत और आरामदायक जगह की आवश्यकता होगी। आप एक योगा मैट या किसी भी आरामदायक सतह पर लेट सकते हैं।
- शवासन में लेटें: अपनी पीठ के बल लेटें, अपनी बाहों को अपनी तरफ रखें और अपनी हथेलियों को ऊपर की ओर रखें। अपनी आंखें बंद करें और अपने शरीर को शांत करें। पढ़े: शवासन की पूरी विधि और फायदे
- श्वास पर ध्यान दें: अपनी सांसों पर ध्यान दें। धीरे-धीरे और गहरी सांस लें। अपने पेट को ऊपर और नीचे जाते हुए महसूस करें।
- संकेतों को सुनें: एक योग शिक्षक या रिकॉर्डिंग से संकेतों को सुनें। ये संकेत आपको अपने शरीर के विभिन्न भागों पर ध्यान केंद्रित करने, अपनी सांसों को नियंत्रित करने और अपनी कल्पना का उपयोग करने में मदद करेंगे।
- विश्राम: 15-30 मिनट तक योग निद्रा में रहें।
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योग निद्रा के बाद क्या करे ?
योग निद्रा के बाद कुछ चीजें हैं जो आप अपने अनुभव को बेहतर बनाने और इसके लाभों को अधिकतम करने के लिए कर सकते हैं:
- धीरे-धीरे जागें: योग निद्रा के बाद, धीरे-धीरे अपनी उंगलियों और पैर की उंगलियों को हिलाएं। अपनी आंखें धीरे-धीरे खोलें। कुछ मिनटों के लिए शांत बैठें और अपने आसपास के वातावरण को देखें।
- पानी पिए: योग निद्रा के बाद, थोड़ा पानी पीने से आपके शरीर को हाइड्रेट करने और ऊर्जावान महसूस करने में मदद मिलेगी।
- हल्का व्यायाम करे: योग निद्रा के बाद, कुछ हल्के व्यायाम, जैसे कि योगासन या ध्यान, आपके शरीर को सक्रिय करने और तनाव कम करने में मदद कर सकते हैं।
- अनुभव लिखे: योग निद्रा के बाद, अपने अनुभवों को लिखने से आपको अपने विचारों और भावनाओं को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी।
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योग निद्रा के बाद क्या नहीं करना चाहिए ?
- योग निद्रा के बाद तुरंत उठकर काम करना शुरू न करें।
- योग निद्रा के बाद तुरंत भारी भोजन या कैफीन का सेवन न करें।
- योग निद्रा के बाद तुरंत गाड़ी न चलाएं या मशीनरी न चलाएं।
योग निद्रा में क्या सावधानी बरते ?
- शांत जगह चुनें: योग निद्रा करने के लिए एक शांत जगह चुनें जहाँ आपको कोई परेशान न करे।
- आरामदायक कपड़े पहनें: स्किन टाइट कपडे न पहने। आरामदायक कपड़े पहनें जो आपको योग निद्रा में जाने में मदद करेंगे।
- भूखे या पेट भरे न रहें: योग निद्रा करने से पहले भूखे या अधिक पेट भरे न रहें।
- नियमित रूप से अभ्यास करें: योग निद्रा का नियमित रूप से अभ्यास करने से आपको अधिक लाभ मिलेगा।
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योग निद्रा के फायदे क्या हैं ? (Yoga Nidra benefits in Hindi)
योग निद्रा का नियमित अभ्यास करने के कई लाभ होते हैं।
- तनाव और चिंता कम करता है (Stress): योग निद्रा के नियमित अभ्यास से शरीर में तनाव और चिंता पैदा करने वाले हार्मोन के स्टार कम होते हैं।
- बेहतर नींद में मदद करता है (Sleep): पर्याप्त नींद समग्र स्वास्थ्य और कल्याण के लिए आवश्यक है। योग निद्रा तंत्रिका तंत्र को शांत करके और मन को शांत करके बेहतर नींद पैटर्न को बढ़ावा देती है। इससे अनिद्रा को दूर करने, नींद की गड़बड़ी को कम करने और गहरे, अधिक स्फूर्तिदायक नींद चक्र का अनुभव करने में मदद मिलती है।
- दर्द से राहत देता है (Body pain): योग निद्रा दर्द को कम करने में मदद करती है, खासकर मांसपेशियों और जोड़ों के दर्द में।
- एकाग्रता और ध्यान में सुधार करता है (Concentration): आज के डिजिटल युग में, अत्यधिक distraction का सामना करना पड़ता है, जिससे focused और चौकस रहना चुनौतीपूर्ण होता जा रहा है। योग निद्रा मन के बकबक को शांत करके और आंतरिक शांति की स्थिति को बढ़ावा देकर मानसिक स्पष्टता और एकाग्रता को बढ़ाती है। नियमित अभ्यास के माध्यम से, व्यक्ति अपने दिमाग को केंद्रित और वर्तमान रहने के लिए प्रशिक्षित कर सकते हैं, जिससे बेहतर कार्य और उत्पादकता (productivity) में वृद्धि होती है।
- आत्म-जागरूकता बढ़ाता है (Self Awareness): योग निद्रा आत्म-जागरूकता और आत्म-स्वीकृति को बढ़ावा देती है।
- रचनात्मकता को बढ़ाता है (Creativity): योग निद्रा रचनात्मकता और कल्पनाशीलता को बढ़ावा देती है।
- ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखता हैं (High Blood Pressure): योग निद्रा से ब्लड प्रेशर और ह्रदय गति नियंत्रण में रहती हैं।
- नशा मुक्ति (Habits): योग निद्रा आपकी ईच्छाशक्ति मजबूत मानती है और मन को काबू में रखा जा सकता हैं। योग निद्रा के अभ्यास से आप शराब, धूम्रपान और तम्बाकू जैसे नशीले पदार्थो के सेवन से छुटकारा पाने में कामयाब हो सकते हैं।
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योग निद्रा कब नहीं करना चाहिए ?
निम्नलिखित स्तिथि में योग निद्रा नहीं करना चाहिए:
- गर्भावस्था: गर्भवती महिलाओं को योग निद्रा का अभ्यास करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए।
- गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं: यदि आपको कोई गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जैसे कि हृदय रोग या हाई ब्लड प्रेशर, तो योग निद्रा का अभ्यास करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें।
- मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं: यदि आपको कोई मानसिक स्वास्थ्य समस्या है, जैसे कि चिंता या अवसाद, तो योग निद्रा का अभ्यास करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें।
- चोट या सर्जरी: यदि आपको कोई चोट या सर्जरी हुई है, तो योग निद्रा का अभ्यास करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें।
- अत्यधिक थकान: यदि आप अत्यधिक थके हुए हैं, तो योग निद्रा का अभ्यास करने से पहले थोड़ा आराम करें।
- भोजन के तुरंत बाद: भोजन के तुरंत बाद योग निद्रा का अभ्यास करने से बचें।
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योग निद्रा करने का सबसे अच्छा समय कौन सा है? (Best time for Yoga Nidra)
योग निद्रा करने का सबसे बेहतर समय आपकी दिनचर्या और आप किस लिए योग निद्रा करना चाहते उस लक्ष्य पर निर्भर करता हैं।
सुबह योग निद्रा करने के फायदे
- सुबह जल्दी योग निद्रा करने से आपको दिन भर ऊर्जावान और केंद्रित रहने में मदद मिल सकती है।
- यह आपके मस्तिष्क को शांत करने और दिन के लिए तैयार करने का एक शानदार तरीका हो सकता है।
दोपहर में योग निद्रा करने के फायदे
- दोपहर में योग निद्रा करने से आपको तनाव कम करने और अपनी एकाग्रता में सुधार करने में मदद मिल सकती है।
- यह आपके मध्याह्न भोजन के बाद आराम करने और फिर से ऊर्जावान होने का एक शानदार तरीका हो सकता है।
शाम में योग निद्रा करने के फायदे
- शाम को योग निद्रा करने से आपको बेहतर नींद लेने में मदद मिल सकती है।
- यह आपके दिन को समाप्त करने और अपनी चिंताओं को दूर करने का एक शानदार तरीका हो सकता है।
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योग निद्रा से जुड़े सवालों के जवाब (Yoga Nidra FAQ’s in Hindi)
क्या योग निद्रा को शुरू करने के लिए किसी खास उपकरण की आवश्यकता है?
नहीं। आप बस आरामदायक कपड़े पहनकर चटाई या किसी नरम सतह पर लेट सकते हैं और योग निद्रा का अभ्यास कर सकते हैं।
क्या मुझे योग निद्रा के दौरान सो जाना चाहिए?
कुछ लोगों को योग निद्रा में नींद लग सकती हैं। सो जाना ठीक है, लेकिन लक्ष्य नींद नहीं है, बल्कि गहरी विश्राम की स्थिति में रहना है। यदि आप सो जाते हैं, तो चिंता न करें और जब आपका ध्यान भटक जाए तो बस धीरे से निर्देशों की ओर लौट आएं।
मैं एक योग निद्रा सत्र को कहीं से ढूंढ सकता हूं?
कई तरह के ऑनलाइन संसाधन, मोबाइल एप्लिकेशन और यहां तक कि YouTube वीडियो भी हैं जो निर्देशित योग निद्रा सत्र प्रदान करते हैं। आप योग प्रशिक्षकों या ध्यान केंद्रों में व्यक्तिगत या समूह सत्र भी पा सकते हैं।
योग निद्रा का अभ्यास करते समय किन सावधानियों का पालन करना चाहिए?
यदि आप गर्भवती हैं, किसी चिकित्सीय स्थिति से जूझ रहे हैं या मानसिक स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं हैं, तो कोई भी नया अभ्यास शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें। साथ ही, शुरुआत में छोटे सत्रों (10-15 मिनट) का अभ्यास करें और धीरे-धीरे समय बढ़ाएं।
शवासन और योग निद्रा में क्या अंतर है ?
शवासन एक आसन है, जबकि योग निद्रा ध्यान का एक रूप है। शवासन में, आप शारीरिक रूप से निष्क्रिय होते हैं, जबकि योग निद्रा में आप शारीरिक रूप से निष्क्रिय होते हैं, लेकिन मानसिक रूप से सक्रिय होते हैं। शवासन का लक्ष्य शरीर को विश्राम देना है, जबकि योग निद्रा का लक्ष्य शरीर, मन और भावनाओं को शांत करना है। शवासन 5 से 10 मिनट तक किया जाता है, जबकि योग निद्रा 20 से 45 मिनट तक किया जाता है।
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योग निद्रा के शारीरिक और मानसिक लाभ अनेक हैं। इसका विधिवत नियमित अभ्यास कर आपके इसके चमत्कारी लाभ का आनंद ले सकते हैं। अगर आपको योग निद्रा की विधि और फायदे की जानकारी उपयोगी लगी है तो कृपया इसे शेयर जरूर करे।
Reference:
- The Origin and Clinical Relevance of Yoga Nidra: https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/35496325/
- Exploring the uses of yoga nidra: An integrative review: https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/37489597/
- The Impact of Yoga Nidra and Seated Meditation on the Mental Health of College Professors: https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC6134749/
मेरा नाम है डॉ पारितोष त्रिवेदी और मै सिलवासा, दादरा नगर हवेली से हूँ । मैं 2008 से मेडिकल प्रैक्टिस कर रहा हु और 2013 से इस वेबसाईट पर और हमारे हिन्दी Youtube चैनल पर स्वास्थ्य से जुड़ी हर जानकारी सरल हिन्दी भाषा मे लिख रहा हूँ ।