आजकल लोगों का अनुचित आहार विहार के कारण लोगों में कम आयु में ही बुढ़ापें के लक्षण नजर आना शुरू हो जाता हैं। आजकल पुरुष और महिलाओं में 30 वर्ष की आयु पार करते ही कमरदर्द, जोड़ों मे दर्द और शारीरिक कमजोरी आ जाती हैं। इसकी एक प्रमुख वजह हैं हड्डियों का कमजोर हो जाना !
शरीर में कैल्शियम और विटामिन डी की कमी के साथ-साथ हड्डियों का कमजोर होने की एक प्रमुख वजह है व्यायाम की कमी। आज इस लेख में हम आपको हड्डियों को तंदुरुस्त और मजबूत बनाने के लिए कुछ योगासन की जानकारी देने जा रहे है जिनके नियमित अभ्यास करने से आपकी हड्डियां और स्नायु मजबूत रहेंगे।
Best 7 Yoga for strong Bones in Hindi
हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए आपको निचे बताये हुए योगासन जरूर करने चाहिए :
सूर्यनमस्कार
सूर्यनमस्कार योग में एक साथ कुल १२ योग किये जाते हैं। यह योग करने से सम्पूर्ण शरीर का व्यायाम हो जाता हैं। आप रोजाना 5 सूर्यनमस्कार से शुरू करे और हर रोज एक-एक जोड़ते हुए इसकी संख्या बढ़ाए। अपने शक्ति अनुसार आप रोजाना 25 से 50 सूर्यनमस्कार भी कर सकते हैं। इसे करने से हड्डियां तो मजबूत होती ही है साथ में पाचन, रोग प्रतिकार शक्ति और स्पाइन से जुडी समस्या भी दूर होती हैं।
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भुजंगासन
सांप जैसे फ़ना उठाता है ठीक उसी तरह इस आसन में शरीर की आकृति होती है इसलिए इसे कोबरा पोज़ भी कहा जाता हैं। सांप की तरह लचीला शरीर यह योग करने से होता हैं। इससे हड्डियां मजबूत होती हैं और स्पाइन से जुडी समस्या भी दूर होती हैं। इस आसन से कलाइयों की हड्डियों में भी मजबूती आती है और उंगलियों में गठिया की परेशानी हो तो आराम मिलता हैं।
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सेतु बंधासन
यह कमरदर्द के लिए सबसे उपयोगी आसन हैं। इसके अलावा यह गर्दन और घुटनों के दर्द में भी राहत देता हैं। मसल्स को मजबूती और लचीला बनाता हैं। सर्वाइकल स्पोंडीलायटिस की समस्या अधिक है तो यह योग न करे। अभ्यास के साथ धीरे-धीरे इस योग का समय बढ़ाए।
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वृक्षासन
इसमें दोनों हाथों को जोड़कर एक पैर पर खड़ा होना होता हैं। जैसे की इस चित्र में दिखाया गया हैं। इसमें रीढ़, कमर और पेडू की हड्डी मजबूत होती हैं। इससे एकाग्रता भी बढ़ती हैं। इस आसन का नियमित अभ्यास करने से बॉडी की स्टेबिलिटी बढ़ती है और शरीर वृक्ष के सामान मजबूत बनता है।
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उत्कटासन
इसे Chair Pose नाम से भी जाना जाता हैं। इसमें जैसे हम खुर्ची पर बैठते है ठीक उसी तरह पोज़ करना होता हैं। इसके अभ्यास से बॉडी के मसल्स और हड्डियां मजबूत होती है। हमारी सहनशक्ति में इजाफा होता हैं। सीना बड़ा और कंधे स्ट्रांग होते हैं।
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ताड़ासन
अगर आप हड्डियां मजबूत करने के साथ अपनी हाइट भी बढ़ाना चाहते है तो ताड़ासन का अभ्यास रोजाना जरूर करे। विशेषकर १२ वर्ष से १८ वर्ष के बिच के बच्चे या आसन करने से अपने माँ बाप से भी लम्बे हो सकते हैं। इस आसन से पैर और हात के स्नायु और हड्डियां मजबूत होती हैं। बॉडी का बैलेंस अच्छा रहता हैं। फ्लैट फ़ीट की समस्या नहीं होती हैं। गर्भावस्था में यह योग न करे।
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वज्रासन
यह एक अकेला योगासन है जो आप खाना खाने के बाद भी कर सकते हैं। इस आसान से आपके पैर की हड्डियां वज्र के समान कठोर बन जाती हैं। इससे आपका पाचन भी ठीक रहता हैं। मोटापा कम करने के साथ साथ यह महिलाओं में मासिक धर्म से जुडी समस्या भी दूर करता हैं। जोड़ों में सूजन या लिगामेंट इंजुरी होने पर वज्रासन न करे।
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इस तरह आप रोजाना ऊपर बताये हुए विशेष 7 योगासन का नियमित अभ्यास कर अपनी हड्डियों को मजबूत बना सकते है और बुढ़ापे की समस्या को दूर भगा सकते हैं। योगासन के साथ सतह अपने आहार में कैल्शियम और विटामिन डी युक्त आहार का समावेश अवश्य करे।
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मेरा नाम है डॉ पारितोष त्रिवेदी और मै सिलवासा, दादरा नगर हवेली से हूँ । मैं 2008 से मेडिकल प्रैक्टिस कर रहा हु और 2013 से इस वेबसाईट पर और हमारे हिन्दी Youtube चैनल पर स्वास्थ्य से जुड़ी हर जानकारी सरल हिन्दी भाषा मे लिख रहा हूँ ।