Thyroid gland में किसी कारण Thyroid hormone के अपर्याप्त निर्माण होने की स्तिथि को Hypothyroidism कहा जाता हैं। Hypothyroidism का प्रमाण पुरुषो की तुलना में महिलाओ में ज्यादा पाया जाता हैं। आज के इस लेख में हम आपको थाइरोइड क्या है, इस ग्रंथि का क्या महत्व है, इसमें से कौन से हॉर्मोन निकलते है और साथ ही हाइपोथायरायडिज्म के कारण, लक्षण और ईलाज की जानकारी विस्तार में देने जा रहे है।
थाइरोइड क्या है? (Thyroid in Hindi)
Thyroid यह गर्दन में श्वास नली के ऊपर और स्वर यंत्र के दोनों और दो भागो में बनी तितली के आकार की, हमारे शरीर में पाए जानेवाले Endocrine glands में से एक ग्रंथि हैं। Thyroid gland में Triiodothyronine (T3) और Thyroxine (T4) जैसे Thyroid hormone बनते है। यह हॉर्मोन रक्त के माध्यम से हमारे सम्पूर्ण शरीर के महत्वपूर्ण अंगो पर असर करता हैं।
थाइरोइड हॉर्मोन क्या है? (Thyroid Hormone in Hindi)
Thyroid gland में Triiodothyronine (T3) और Thyroxine (T4) जैसे Thyroid hormone बनते है। Thyroid hormone हमारे शरीर में चयापचय (metabolism) को नियंत्रित करता हैं जिसका असर हमारे शरीर का तापमान, दिल की धड़कन और calories के पाचन पर पड़ता हैं। Thyroid hormone की कमी में चयापचय गति धीमी हो जाती हैं और शरीर में ऊर्जा की कमी हो जाती हैं। Thyroid gland में किसी कारण Thyroid hormone के अपर्याप्त निर्माण होने की स्तिथि को Hypothyroidism कहा जाता हैं। Hypothyroidism का प्रमाण पुरुषो की तुलना में महिलाओ में ज्यादा पाया जाता हैं।
हाइपोथायरायडिज्म के क्या कारण है? (Hypothyroidism causes in Hindi)
Hypothyroidism कई कारणों से हो सकता हैं। इसकी अधिक जानकारी निचे दी गयी हैं।
- Hashimoto’s Thyroiditis: Thyroid के सूजन को Thyroiditis कहा जाता हैं।Hashimoto’s Thyroiditis यह एक स्व-प्रतिरक्षित (autoimmune) रोग हैं। इसमें हमारे शरीर में ऐसे antibodies की निर्मिति होती है जो अपने ही शरीर के अंग को नहीं पहचानती हैं और Thyroid ग्रंथि को हानि पहुचाती हैं। कभी विषाणु (Virus) के हमले के कारण भी Viral Thyroiditis हो सकता हैं।
- Grave’s Disease: इस रोग में Thyroid ग्रंथि में अधिक मात्रा में हॉर्मोन्स का स्त्राव होता हैं। यह ज्यादातर अनुवांशिक होने से एक परिवार में कई लोगो को प्रभावित कर सकता हैं।
- विकिरण (Radiation): Lymphoma जैसे कर्करोग का ईलाज करने के लिए गले के हिस्से में radiation लेने की जरुरत होती हैं जिस कारण Thyroid ग्रंथि में हॉर्मोन की निर्मिति पर प्रतिकूल असर पड़ता हैं।
- Iodine की कमी: शरीर में iodine की कमी के कारण Hypothyroidism हो सकता हैं। दुनियाभर में यह Hypothyroidism का सबसे आम कारण हैं। बहोत अधिक मात्रा में iodine युक्त नमक खाने पर भी Hypothyroidismहोने का खतरा रहता हैं।
- 5. शल्य चिकित्सा (Surgery): किसी कारण Thyroid ग्रंथि को ऑपरेशन कर निकालने पर thyroid ग्रंथि के अभाव में Hypothyroidism हो सकता हैं। अगर thyroid ग्रंथि का कुछ हिस्सा ही निकाला गया हो तो बाकी हिस्सा पर्याप्त हॉर्मोन की निर्मिति करता हैं।
- दवा (Medicine): कुछ दवाओ के दुष्परिणाम के कारण आपको Hypothyroidism हो सकता हैं। Amiodarone, Lithium, Interferon alpha और Interleukin-2 जैसे हृदयरोग, मानसिकरोग और कर्करोग में इस्तमाल की जानेवाली दवा के दुष्परिणाम से Hypothyroidism होने का खतरा रहता हैं। कुछ Hyperthyroidism के रोगियों में अधिक मात्रा में anti-thyroid दवा लेने पर हमेशा के लिए Hypothyroidism हो सकता हैं।
- जन्मजात (Congenital): कुछ बच्चो में thyroid ग्रंथि न होने के कारण या अक्षम thyroid ग्रंथि होने के कारण Hypothyroidism हो सकता हैं। कुछ बच्चो के माता या पिता को Hypothyroidism होने पर अनुवांशिक Hypothyroidism भी हो सकता हैं। बच्चो की सामान्य शारीरिक या मानसिक वृद्धि न होने पर Hypothyroidism की जांच करना चाहिए।
- पियूष ग्रंथि (Pituitary Gland): पियूष ग्रंथि भी thyorid ग्रंथि के समान एक endocrine gland हैं। पियूष ग्रंथि से Thyroid Stimulating Hormone (TSH) निर्माण होता हैं जो की Thyroid ग्रंथि को हॉर्मोन बनाने का सन्देश देता हैं। किसी कारणवश पियूष ग्रंथि में TSH हॉर्मोन की निर्मति कम होने पर Hypothyroidism हो सकता हैं।
- गर्भावस्था (Pregnancy): कुछ महिलाओ में गर्भावस्था के दौरान या बाद मे शरीर में antibodies निर्मिति के कारण Hypothyroidism हो सकता हैं। अगर इसका समय पर ईलाज न किया गया तो गर्भावस्था के समय गर्भपात, असामयिक प्रसव, रक्तचाप बढ़ना या गर्भ पर विपरीत परिणाम जैसी समस्या निर्माण हो सकती हैं।
- तनाव (Tension): तनाव में रहने से thyroid ग्रंथि पर बुरा असर पड़ता हैं। तनाव में रहने से thyroid ग्रंथि का स्त्राव बढ़ जाता हैं जिस कारण Hypothyroidism हो सकता हैं।
- रजोनिवृत्ति (Menopause): महिलाओ में रजोनिवृत्ति के समय में ज्यादा प्रमाण में हार्मोनल परिवर्तन होते हैं। यह हार्मोनल परिवर्तन ठीक से न होने से और इस समय ज्यादा तनाव में रहने से Hypothyroidism होने का खतरा रहता हैं।
ध्यान रहे की थाइरोइड का रोग साथ में खाना खाने से, शारीरिक संबंध बनाने से, हाथ मिलाने से या खांसने-छींकने से नहीं फैलता हैं।
हाइपोथायरायडिज्म होने का खतरा किसे रहता हैं?
ऐसे तो Hypothyroidism होना का खतरा हर व्यक्ति को रहता हैं, पर कुछ लोगो में यह खतरा अधिक रहता हैं। जैसे की :
- 50 वर्ष से अधिक आयु की महिला।
- अगर आपको या आपके परिवार में किसी को कोई स्व-प्रतिरक्षित (auto-immune) रोग हैं।
- अगर आप anti-thyroid दवा ले रहे हैं।
- अगर आपने Cancer रोग की चिकित्सा के लिए छाती के ऊपरी हिस्से या गले के हिस्से में विकिरण (Radiation) लिया हैं।
- आपके Thyroid ग्रंथि का कुछ या पूरा हिस्सा operation कर निकाल दिया हैं।
- आप गर्भवती हैं या पिछले ६ महीनो में आपको बच्चा हुआ हैं।
हाइपोथायरायडिज्म के लक्षण क्या हैं? (Hypothyroidism symptoms in Hindi)
Hypothyroidism के कई सारे लक्षण हैं और जरुरी नहीं हैं की Hypothyroidism के मरीज में यह सारे लक्षण नजर आए। Hypothyroidism के लक्षण इस प्रकार हैं:
- शुष्क त्वचा – Dry Skin
- थकान – tiredness
- अकारण वजन बढना – unexplained weight gain
- चिडचिडापन – irritability
- ठण्ड सहन न होना – intolerance to cold
- ह्रदय की गती कम होना – slow heart rate
- कम पसीना आना – decreased sweating
- तनाव / मायूसी – depression
- चेहरे पर सुजन – swelling over face
- गले में सुजन – Goiter
- कब्ज – constipation
- बदनदर्द – body ache
- अनियमित मासिक – irregular or heavy menses
- सूखे बाल या बालो का झड़ना – dry hair or excess hair fall
- याददाश्त कम होना – memory problems
- भंगुर नाख़ून – brittle nails
हाइपोथायरायडिज्म का निदान कैसे किया जाता हैं? (Hypothyroidism diagnosis in Hindi)
Thyroid Profile Test
- Hypothyroidism का निदान करने के लिए डॉक्टर आपको Thyroid Profile यह खून जांच कराने की सलाह देते हैं। यह जांच कराने के लिए सुबह खाली पेट आपको अपना खून का sample देना होता हैं। आज कल कुछ डॉक्टर कभी भी Thyroid Profile जांच कराने की सलाह देते हैं परन्तु खाली पेट जांच कराने से result ज्यादा सटीक आते हैं।
- Thyroid Profile में T3 (Triiodothyronine), T4 (Thyroxine) और TSH (Thyroid Stimulating Hormone) की जांच की जाती हैं। ज्यादा सटीक जांच करानी हो तो थोड़ी महेंगी लेकिन उपयोगी जांच FT3, FT4 और TSH यह जांच कराना चाहिए।
- जांच की report में अगर आपके सभी चीजे सामान्य श्रेणी में आती है तो आपको Hypothyroidism नहीं हैं। अगर आपका T4 level कम हैं और TSH level सामान्य से ज्यादा हैं तो इसका मतलब आपको Hypothyroidism हैं।
- अगर आपका T4 level सामान्य है और TSH level सामान्य से ज्यादा हैं तो इसका मतलब आपको Hypothyroidism की शुरुआत हो रही है और आपको ईलाज की जरुरत हैं। इसे Subclinical Hypothyroidism कहा जाता हैं।
TPO Antibody
TSH Level ज्यादा आने पर आपको डॉक्टर TPO Antibody test करने की सलाह भी दे सकते हैं। अगर इसका प्रमाण ज्यादा आता है तो यह पक्का हो जाता है की आपको Hypothyroidism हैं।
Thyroid Sonography
अगर आपके report में कोई गड़बड़ी आती है तो डॉक्टर अधिक जांच करने के लिए आपको Thyroid की Sonography / Scan कराने की सलाह दे सकते हैं।
पूरी जानकारी यहाँ पढे: थाइरॉइड जांच क्या हैं | Thyroid Profile Test in Hindi
हाइपोथायरायडिज्म का उपचार कैसे किया जाता हैं? (Hypothyroidism treatment in Hindi)
- Thyroxine: Hypothyroidism का निदान होने के बाद, डॉक्टर मरीज के report में T4 और TSH level के अनुसार प्राकृत रूप से तैयार किया हुआ T4 (Thyroxine) हार्मोन की गोली खाने के लिए देते हैं। यह गोली अलग-अलग प्रमाण में मिलती हैं और यह गोली डॉक्टर के निर्देश अनुसार सुबह खाली पेट ही लेना चाहिए।डॉक्टर समय-समय पर आपकी Thyroid Profile जांच कराते हैं और report अनुसार गोली की मात्रा कम-ज्यादा कर सकते हैं। आपको कभी भी यह गोली अपने मन से बंद नहीं करना चाहिए।
- Vitamin: थाइरोइड की गोली के साथ में डॉक्टर आपको थाइरोइड के लिए उपयोगी विटामिन की गोली में कुछ दिनों के लिए दे सकते है।
हाइपोथायरायडिज्म से जुड़े सवालों के जवाब
नवजात बच्चों में हाइपोथायरायडिज्म के लक्षण क्या हैं? (Hypothyroidism symptoms in Kids in Hindi)
नवजात बच्चो में Hypothyroidism में निम्नलिखित लक्षण नजर आते हैं :
1. त्वचा में पीलापन – Yellowing of the skin
2. लंबी और बाहर निकलने वाली जबान – large and protruding tongue
3. चेहरे पर सुजन – puffy face
4. बार-बार दम घुटना – frequent choking
5. शारीरिक और मानसिक वृद्धि सामान्य से कम होना – slow growth
6. आलस्य – laziness
हाइपोथायरायडिज्म में कौन सा योग करे ? (Yoga for Hypothyroidism in Hindi)
आप Hypothyroidism से राहत पाने के लिए योग का सहारा भी ले सकते हैं। Hypothyroidism से पीड़ित व्यक्तिओ को सर्वांगासन, मत्स्यासन और सेतु बंध सर्वांगासन करने से लाभ मिलता हैं। Hypothyroidism से पीड़ित व्यक्तिओ को नियमित कपालभाती, अनुलोम विलोम और उज्जयी प्राणायाम करना चाहिए। Hypothyroidism में कौन से योग करने चाहिए इसकी संपूर्ण जानकारी पढ़ने के लिए यहाँ click करे – Hypothyroidism और योग द्वारा उपचार !
हाइपोथायरायडिज्म में क्या आयुर्वेदिक ईलाज किया जाता है ? (Hypothyroidism Ayurveda treatment in Hindi)
Ayurveda उपचार से भी Hypothyroidism में अच्छे परिणाम मिलते हैं। आयुर्वेद में रोगी की प्रकृति के अनुसार कांचनार गुग्गुल, जटामांसी, ब्राम्ही, शिलाजीत, गोक्षुर और पुनर्नवा जैसे औषधि का प्रयोग होता हैं। आयुर्वेदिक औषधि से आप हमेशा के लिए थाइरोइड रोग से मुक्ति पा सकते है पर इसके लिए आपको पथ्य पालन करना और अच्छे आयुर्वेदिक डॉक्टर मिलना जरुरी हैं।
हाइपोथायरायडिज्म के क्या दुष्परिणाम है ? (Hypothyroidism Side effects in Hindi)
लम्बे समय तक Hypothyroidism का उपचार न लेने पर निम्नलिखित गंभीर दुष्परिणाम हो सकते हैं :
1. ह्रदय रोग – Heart disease
2. जनन अक्षमता – Infertility
3. जोड़ो का दर्द – Joint pain
4. मोटापा – Obesity
5. गर्भपात – Abortion
6. Myxedema
7. मुर्च्छित – Coma
Hypothyroidism यह रोग का निदान और इलाज आसानी से किया जा सकता हैं। आप हररोज एक छोटीसी गोली लेकर अपने Hypothyroidism को ठीक कर सकते हैं। Hypothyroidism के ज्यादातर मरीज अपने मन से दवा बंद कर Hypothyroidism के गंभीर दुष्परिणाम को निमंत्रण देते हैं। अगर आपको लगता हैं की आप में Hypothyroidism के लक्षण है या आपके माता-पिता को Hypothyroidism है तो एक बार Hypothyroidism की जांच जरुर करना चाहिए।
References:
- Subclinical Hypothyroidism: Prevalence, Health Impact, and Treatment Landscape: https://e-enm.org/journal/view.php?doi=10.3803/EnM.2021.1066
- Hypothyroidism: https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC6619426/
- American Thyroid Assocition – Hypothyroidism: https://www.thyroid.org/hypothyroidism/
- Thyroid Function Tests: The new CDC standardization program for free thyroxine: https://www.endocrine.org/-/media/endocrine/files/advocacy/cdc-csp-updates_-spring-2022-issue.pdf
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मेरा नाम है डॉ पारितोष त्रिवेदी और मै सिलवासा, दादरा नगर हवेली से हूँ । मैं 2008 से मेडिकल प्रैक्टिस कर रहा हु और 2013 से इस वेबसाईट पर और हमारे हिन्दी Youtube चैनल पर स्वास्थ्य से जुड़ी हर जानकारी सरल हिन्दी भाषा मे लिख रहा हूँ ।
अच्छी जानकारी एवं सलाह।धन्यवाद।
ज्ञानवर्धक आलेख ! इसी लेख में एक साथ ही हाइपोथायरोइड के लक्षण व उपचार की जानकारी भी अगर आप दे देते तो यह एक संग्रहणीय लेख बन जाता ! किश्तों में मिलने वाली जानकारी अक्सर अधूरी ही रह जाती है ! अगले आलेख में समस्त जानकारी के साथ हाईपर थायरोइड के बारे में भी लिखें ! सधन्यवाद !
धन्यवाद राजेशजी !
हाइपोथायरायडिज्म के लक्षण और उपचार संबंधी जानकारी जल्द ही निरोगिकाया पर प्रकाशित की जायेंगी l थाइरोइड एक काफी बड़ा विषय है इसलिए किश्तों में संपूर्ण जानकारी देने का प्रयास कर रहे हैं l
निरोगिकाया पर भेट देने हेतु और आपकी प्रतिक्रिया देने हेतु धन्यवाद !
Bhut hi jabardast Gyan diya he Guru G aap ne
Bhagwan aap ka hamesha saath de
Jai bholle nath
Baccho ko agar ye hypothridism hota h to kitne tyme tak ye dawai leni hoti h
thank you for this knowledge about hypothyroidism……
i want to know ………..ae rog puri taraha se mit sakata he k nahi agar mit sakata he to isake liye hame kya karna chahiye please iske bareme muje jankari dijiye ya mail kijiye my
imail id. :- rajpatel.hothi@gmail.com