आजकल के दौड-भाग के युग में लोग शारीरिक और मानसिक थकान और तनाव से पीड़ित रहते हैं। शरीर की थकान दूर करने के लिए और मन को शांत करने के लिए शवासन योग (Shavasana) सर्वश्रेष्ठ आसन हैं। इस आसन में हमें शव (Dead body) के समान निचेष्ठ लेटना होता हैं और इसीलिए इसे शवासन यह नाम दिया गया हैं। अंग्रेजी में इसे Corpse Pose कहा जाता हैं।
आप जब भी कोई अन्य Yoga या Exercise करते है तो कुछ समय के लिए आपके Heart beat और Blood pressure बढ़ जाता है। शरीर में बेहद थकान आती है और ऐसे शरीर को आराम की आवश्यकता होती हैं। ऐसे वक्त में आपको शवासन योग करना चाहिए। आज कई Gym और Yoga experts भी व्यायाम के अंत में यह yoga अवश्य कराते हैं।
शवासन की विधि, लाभ और सावधानी संबंधी अधिक जानकारी निचे दी गयी हैं :
शवासन कैसे करे ? (Shavasana yoga steps in Hindi)
शवासन करने की विधि इस प्रकार हैं :
1. सबसे पहले एक स्वच्छ और समतल जगह पर दरी या चटाई बिछा दे।
2. अब पीठ के बल लेट जाए।
3. दोनों हाथों को शरीर से 6 इंच की दुरी पर रखे।
4. हथेलियों को आसमान की ओर खुली रखे।
5. दोनों पैरों को एक दुसरे से एक फुट दूर रखे।
6. अब धीरे-धीरे पुरे शरीर को शिथिल करे। निचे से ऊपर तक शरीर के एक-एक अंग पर ध्यान देकर सभी अंगो को क्रमशः शिथिल करना हैं।
7. मुंह और आँख बंद कर दे।
8. धीरे-धीरे बिना प्रयास के श्वसन करे। सारा ध्यान केवल श्वसन पर रखे और मन में किसी और विचार को नहीं आने देना है।
9. आसन करते समय आहार नींद आने लगे तो लंबी और गहरी श्वास लेनी चाहिए।
शवासन के क्या फ़ायदे है ? (Shavasana yoga benefits in Hindi)
शवासन योग करने से होनेवाले लाभ इस प्रकार है :
1. तनाव : मानसिक और शारीरिक तनाव दूर होता है।
2. रोगहर : मधुमेह, उच्च रक्तचाप, अवसाद, ह्रदय विकार, मनोविकार, अनिद्रा आदि बिमारिओं में उपयोगी हैं।
3. मानसिक : एकाग्रशक्ति, याददाश्त और विचार प्रणाली को बढाता हैं।
4. आत्मविश्वास : शवासन नियमित करने से आत्मविश्वास बढ़ता हैं।
5. स्फूर्ति : शरीर को नवचैतन्य प्राप्त होता हैं।
6. कार्यक्षमता : मस्तिष्क की कार्यक्षमता बढाता हैं।
शवासन करते समय क्या सावधानी बरते ?
ऐसे तो हर कोई शवासन कर सकता हैं और शवासन करने से कोई हानी नहीं होती है पर अगर डॉक्टर ने आपको पीठ के बल लेटने को किसी कारण मना किया है तो यह आसन नहीं करना चाहिए।
शवासन यह आसन देखने में सबसे आसान योगासन हैं पर करने में सबसे कठिन हैं। शवासन करने से सबसे अधिक लाभ होने के कारण इसे अवश्य करना चाहिए। कोई भी योग या शारीरक / मानसिक व्यायाम करने के बाद शवासन अवश्य करना चाहिए।
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मेरा नाम है डॉ पारितोष त्रिवेदी और मै सिलवासा, दादरा नगर हवेली से हूँ । मैं 2008 से मेडिकल प्रैक्टिस कर रहा हु और 2013 से इस वेबसाईट पर और हमारे हिन्दी Youtube चैनल पर स्वास्थ्य से जुड़ी हर जानकारी सरल हिन्दी भाषा मे लिख रहा हूँ ।