Cilnidipine in Hindi: सिलनीडीपीन का उपयोग, दुष्परिणाम, मात्रा और सावधानी

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सिलनीडीपीन (Cilnidipine) यह हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रण में रखने के लिए इस्तेमाल की जानेवाली एक प्रसिद्द दवा हैं। कुछ लोग सिलनीडीपीन का उच्चार सिलनीडिपाइन भी करते हैं। आज के इसे लेख में हम Cilnidipine दवा के उपयोग, दुष्परिणाम और मात्रा से जुडी अहम् जानकारी देने जा रहे है।

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सिलनीडीपीन क्या है ? (Cilnidipine in Hindi)

Cilnidipine एक कैल्शियम चैनल अवरोधक (Calcium Channel Blocker -CCB) दवा है जो उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन) के इलाज के लिए उपयोगी है। यह रक्त वाहिकाओं यानि blood vessels को आराम देकर काम करता है, जिससे रक्त प्रवाह आसानी से हो पाता है और ब्लड प्रेशर कम होता है।

मेडिकल पर यह दवा CCAD, Cilacar, CD pin, Cilagard, Nexovas, Cilny, Cinod, Cilnipox आदि अनेक brand names में मिलती हैं। यह दवा 5, 10 और 20 mg की मात्रा में अकेले या अन्य दवा के साथ मिश्रण रूप में मिलती हैं।

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सिलनीडीपीन हाई ब्लड प्रेशर को कैसे कम करता हैं ? (How Cilnidipine lowers blood pressure in Hindi)

Cilnidipine कैल्शियम चैनलों को अवरुद्ध करके काम करता है, जो कोशिकाओं में कैल्शियम प्रवाह को नियंत्रित करते हैं। रक्त वाहिकाओं की मांसपेशियों में कैल्शियम प्रवाह को कम करके, Cilnidipine उन्हें आराम देता है और ब्लड प्रेशर को कम करता है।

सिलनीडिपाइन यह दवा रक्त वाहिकाओं को आराम देकर काम करती है। इससे हृदय पर कम दबाव पड़ता है और रक्त पूरे शरीर में आसानी से पहुंच पाता है। इस तरह, सिलनीडिपाइन दवा उच्च रक्तचाप को कम करने में मदद करती है। इससे दिल का दौरा या स्ट्रोक होने का खतरा भी कम हो जाता है।

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सिलनीडीपीन दवा का उपयोग क्या हैं ? (Cilnidipine uses in Hindi)

सिलनीडीपीन दवा का उपयोग मुख्य रूप से हृदय से संबंधित रोगों के उपचार के लिए किया जाता है, जिनमें शामिल हैं:

  • हाई ब्लड प्रेशर (हाइपरटेंशन): सिलनीडीपीन रक्त वाहिकाओं को आराम देकर ब्लड प्रेशर कम करता है। यह हृदय पर पड़ने वाले दबाव को कम करता है और हृदय रोगों के खतरे को कम करता है।
  • एनजाइना (सीने में दर्द): एनजाइना तब होता है जब हृदय को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती है। सिलनीडीपीन रक्त वाहिकाओं को आराम देकर हृदय को अधिक ऑक्सीजन युक्त रक्त प्राप्त करने में मदद करता है, जिससे एनजाइना के लक्षणों को कम किया जा सकता है।
  • कोरोनरी धमनी रोग: यह रोग तब होता है जब हृदय को रक्त पहुंचाने वाली धमनियां क्षतिग्रस्त या संकुचित हो जाती हैं। सिलनीडीपीन धमनियों को चौड़ा करके हृदय को अधिक रक्त प्राप्त करने में मदद करता है, जिससे इस रोग के लक्षणों को कम किया जा सकता है।

सिलनीडीपीन का उपयोग कभी-कभी अन्य स्थितियों के उपचार के लिए भी किया जा सकता है, जैसे कि:

  • रेनॉड सिंड्रोम: यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें हाथ और पैर की उंगलियां ठंडी और सुन्न हो जाती हैं। इस दवा से रक्त वाहिका चौड़ी होती है और रक्त प्रवाह सुधरने से लक्षणों में कमी आती हैं।
  • माइग्रेन: सिलनीडीपीन माइग्रेन के सिरदर्द को रोकने या उनका इलाज करने में मदद कर सकता है।

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सिलनीडीपीन दवा का डोज़ कितना हैं ? (Cilnidipine dosage in Hindi)

सिलनीडीपीन दवा की शुरुआती डोज 5 मिलीग्राम प्रति दिन एक बार होती है। यदि यह खुराक आपके ब्लड प्रेशर को नियंत्रित नहीं करती है, तो आपका डॉक्टर खुराक को 10 मिलीग्राम प्रति दिन एक बार या 20 मिलीग्राम प्रति दिन दो बार तक बढ़ा सकता है। जरुरत पड़ने पर डॉक्टर ब्लड प्रेशर की अन्य दवा भी इसके साथ में शुरू कर सकते हैं। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि आपको सिलनीडीपीन की खुराक को अपने डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं बदलना चाहिए।

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सिलनीडीपीन का दुष्परिणाम क्या हैं ? (Cilnidipine side effects in Hindi)

सिलनीडीपीन दवा आमतौर पर सुरक्षित होती है, लेकिन कुछ लोगों को दुष्प्रभाव हो सकते हैं।

सिलनीडीपीन के कुछ सामान्य दुष्प्रभाव हैं:

  • सिरदर्द (Headache): यह सबसे आम दुष्प्रभाव है और आमतौर पर हल्का होता है।
  • चक्कर आना (Vertigo): कुछ रोगी में सिलनीडीपीन दवा लेने से चक्कर आना, अपने आस पास की चीजे घूम रही है ऐसा महसूस होना जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं।
  • थकान (Weakness): यह दुष्प्रभाव आमतौर पर हल्का होता है और कुछ दिनों में ठीक हो जाता हैं।
  • चेहरे का लाल होना (Rashes): एलर्जी के कारण यह लक्षण नजर आते हैं।
  • धड़कन बढ़ना (Palpitations): यह दुष्प्रभाव आमतौर पर हल्का होता है और ठीक हो जाता हैं।
  • मतली (Nausea): जी मचलाना, मतली और उलटी जैसे समस्या बहुत कम लोगो में होती हैं।
  • दस्त (Loose Motions): कुछ लोगों को दवा लेने के बाद दस्त का अनुभव होता है।

सिलनीडीपीन के कुछ गंभीर दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • एलर्जी प्रतिक्रिया (Allergy): यह एक दुर्लभ लेकिन गंभीर दुष्प्रभाव है। लक्षणों में खुजली, चकत्ते, सूजन, सांस लेने में तकलीफ और गले में जकड़न शामिल हो सकते हैं।
  • यकृत की समस्याएं (Liver): यह एक दुर्लभ लेकिन गंभीर दुष्प्रभाव है। लक्षणों में थकान, मतली, उल्टी, पेट दर्द और पीलिया शामिल हो सकते हैं।
  • हृदय की समस्याएं (Heart): यह एक दुर्लभ लेकिन गंभीर दुष्प्रभाव है। लक्षणों में सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ और बेहोशी शामिल हो सकते हैं।
  • यौन रोग (Sexual Dysfunction): सिलनीडीपीन से यह एक संभावित दुष्प्रभाव है, जो सभी पुरुषों को प्रभावित नहीं करता है। कामेच्छा की कमी, स्खलन में देरी और Erectile Dysfunction जैसी समस्या कुछ मामलों में हो सकती है पर इसका प्रमाण बेहद कम हैं।

यदि आपको सिलनीडीपीन लेते समय कोई गंभीर दुष्प्रभाव होता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

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सिलनीडीपीन दवा से जुड़े सवालों के जवाब (Cilnidipine FAQ’s in Hindi)

क्या प्रेगनेंसी में सिलनीडीपीन दवा सुरक्षित हैं ? (Cilnidipine in Pregnancy)

गर्भावस्था या प्रेगनेंसी में सिलनीडीपीन दवा सुरक्षित नहीं है। प्रेगनेंसी में ब्लड प्रेशर बढ़ने पर अन्य सुरक्षित anti hypertensive दवा का उपयोग करना चाहिए।

क्या स्तनपान करने वाली महिलाए सिलनीडीपीन दवा ले सकती हैं ?

सिलनीडीपीन स्तन के दूध में प्रवेश कर सकता है और शिशु को नुकसान पहुंचा सकता है इसलिए स्तनपान करने वाली महिलाए सिलनीडीपीन दवा का उपयोग न करे। आप डॉक्टर से बेहतर सुरक्षित दवा ले सकती हैं।

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क्या Cilnidipine हृदय गति बढ़ा सकता है?

हाँ, cilnidipine हृदय गति बढ़ा सकता है, लेकिन यह सभी लोगों में नहीं होता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि cilnidipine हृदय की मांसपेशियों को भी आराम दे सकता है, जिससे हृदय गति बढ़ सकती है।

क्या Cilnidipine दवा Amlodipine दवा से बेहतर हैं ?

Cilnidipine और Amlodipine दोनों ही हाई ब्लड प्रेशर के इलाज के लिए इस्तेमाल होने वाली कैल्शियम चैनल अवरोधक (calcium channel blocker) दवाएं हैं। Cilnidipine दवा, Amlodipine दवा की तुलना बेहतर ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है और इसके दुष्प्रभाव भी कम हैं। हालाँकि Cilnidipine दवा Amlodipine दवा से अधिक महंगा होता हैं।

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क्या Cilnidipine दवा Creatinine को कम करता हैं ?

Cilnidipine दवा प्रत्यक्ष रूप से Creatinine को कम नहीं करती है। Cilnidipine ब्लड प्रेशर को कम करके अप्रत्यक्ष रूप से Creatinine को कम कर सकता है। उच्च रक्तचाप गुर्दे को नुकसान पहुंचा सकता है और Creatinine के स्तर को बढ़ा सकता है। Cilnidipine रक्तचाप को कम करके गुर्दे को नुकसान से बचाने में मदद कर सकता है और Creatinine के स्तर को कम कर सकता है। एक अध्ययन में पाया गया कि Cilnidipine ने 12 सप्ताह के बाद Creatinine के स्तर को 0.1 mg/dL तक कम कर दिया।

क्या सिलनीडीपीन से वजन बढ़ता है?

Cilnidipine से वजन बढ़ने की संभावना कम होती है, लेकिन यह सभी लोगों में नहीं होता है। कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि Cilnidipine से वजन थोड़ा बढ़ सकता है, जबकि अन्य अध्ययनों में कोई प्रभाव नहीं देखा गया है।

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सिलनीडीपीन को काम करने में कितना समय लगता है?

आमतौर पर, Cilnidipine को ब्लड प्रेशर को कम करने में 2-4 सप्ताह लगते हैं।

क्या सिलनीडीपीन की गोली तोड़कर खा सकते है?

नहीं, सिलनीडीपीन की गोली को पूरी तरह से निगलना चाहिए। सिलनीडीपीन की गोली को तोड़ने से दवा का प्रभाव कम हो सकता है।

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सिलनीडीपीन से कितना ब्लड प्रेशर कम होता हैं ?

Cilnidipine आमतौर पर रक्तचाप को 10-20 mmHg तक कम कर सकता है।
कुछ लोगों में, यह रक्तचाप को 30 mmHg या उससे अधिक तक कम कर सकता है। यदि आपको Cilnidipine लेने के बाद 4-6 सप्ताह के बाद भी आपके रक्तचाप में कोई सुधार नहीं दिखता है, तो अपने डॉक्टर से बात करें।

क्या सिलनीडीपीन गोली लेने से low blood pressure की समस्या हो सकती हैं ?

सिलनीडीपीन दवा आवश्यकता से अधिक मात्रा में लेने से आपको नार्मल से कम बीपी होना या Low Blood Pressure की समस्या होने का खतरा हो सकता हैं। चक्कर आना, बेहोशी, थकान, धुंधली दृष्टि,ठंडे हाथ और पैर सांस लेने में तकलीफ या सभी low blood pressure के लक्षण है। इसलिए जरुरी है की अगर आप सिलनीडीपीन या कोई अन्य बीपी के दवा लेते है तो समय समय पर डॉक्टर से अपना बीपी की जांच कराते रहे या घर पर बीपी का रिकॉर्ड रखे।

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क्या मै सिलनीडीपीन लेने के बाद गाड़ी चला सकता हु ?

Cilnidipine चक्कर आना और थकान का कारण बन सकता है। इससे आपको गाड़ी चलाने में परेशानी हो सकती है और दुर्घटना का खतरा बढ़ सकता है। यदि आपको Cilnidipine लेने की आवश्यकता है, तो गाड़ी चलाने से बचें। आप किसी अन्य व्यक्ति से गाड़ी चलाने के लिए कह सकते हैं या बस या ऑटो का उपयोग कर सकते हैं।

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क्या मैं सिलनीडीपीन को रोक सकता हूं?

सिलनीडीपीन दवा को अचानक रोकना खतरनाक हो सकता है। दवा अचानक रोकने से कुछ दिनों बाद आपका ब्लड प्रेशर तेजी से बढ़ सकता है जिससे ब्रेन में छोटी नस प्रेशर के दबाव में फूटने से लकवा या बेहोशी जैसी समस्या निर्माण हो सकती हैं। सिलनीडीपीन दवा हमेशा डॉक्टर की राय लेकर ही शुरू या बंद करे। डॉक्टर आपके बीपी के रिकॉर्ड के अनुसार दवा का डोज़ धीरे-धीरे कम कर दवा को बंद करते हैं।

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सिलनीडीपीन कब और कैसे लेना चाहिए ?

Cilnidipine लेने का सबसे अच्छा समय आमतौर पर सुबह नाश्ते के साथ होता है।
यह आपके ब्लड प्रेशर को पूरे दिन नियंत्रित करने में मदद करेगा। आपको अपने डॉक्टर के निर्देश अनुसार रोजाना एक तय समय पर दवा लेना चाहिए जिससे दवा को प्रमाण हमेशा आपके ब्लड में रहे।

सिलनीडीपीन यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रण में रखने के लिए एक सुरक्षित और असरदार दवा हैं। हमेशा अपने डॉक्टर द्वारा दिए हुए सभी सूचनाओं का पालन करे और समय समय पर अपने ब्लड प्रेशर की जांच कराते रहे।

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Reference:

  1. Cilnidipine for the treatment of hypertension: a systematic review and meta-analysis of randomized controlled trials: https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/
  2. Cilnidipine: a novel dihydropyridine calcium channel blocker with vasodilatory and antihypertensive properties: https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/
  3. Cilnidipine: a review of its clinical efficacy and safety in the treatment of hypertension: https://www.dovepress.com/

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