पहले यह समस्या केवल 40 वर्ष से अधिक आयु के लोगों में पायी जाती थी परन्तु अब लोगों की बिगड़ी हुई जीवनशैली और कोरोना होने के बाद 20 से 25 वर्ष के युवा भी इस समस्या से पीड़ित मिलते हैं। यदि Heart attack में पीड़ित को समय पर उपचार नहीं मिलता हैं तो हृदय के मांसपेशी के उस भाग की मृत्यु हो जाती हैं। पीड़ित व्यक्ति को जितने जल्दी मदद मिलती है उसके ह्रदय को उतनी कम क्षति पहुचती हैं। दिल का दौरा पड़ने पर जल्द मदद मिलने के लिए आपको दिल के दौरे के सभी लक्षणों की जानकारी होना बेहद आवश्यक हैं।
अमेरिकन हार्ट असोसिएशन के अनुसार कुछ व्यक्तिओं में दिल के दौरे के लक्षण 1 महीने पहले से ही दिखने लग जाते हैं। ऐसे में अगर पहले ही लक्षणों को पहचान लिए जाये तो दिल के दौरे को रोकना काफी हद तक सफल हो सकता हैं।
Heart attack के लक्षण क्या हैं ?
- सांस लेने में तकलीफ (Difficulty in Breathing) : दिल का दौरा पड़ने पर दिल पर अतिरिक्त दबाव पड़ने के कारण सांस लेने में तकलीफ होती हैं। यदि बिना किसी कारण अक्सर थकान होती हैं या हमेशा थका-थका महसूस हो तो डॉक्टर को दिखाना चाहिए। थकान और सांस लेने में तकलीफ महिलाओं में आम होती है और इसकी शुरुआत दिल का दौरा पड़ने के कई दिनों पहले हो जाती हैं।
- सीने में दर्द (Chest Pain) : यह हार्ट अटैक का सबसे सामान्य लक्षण हैं। छाती के बीच में बैचेनी, दबाव, दर्द, जकड़न और भारीपन अनुभव करने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। कुछ लोगो में जैसे की मधुमेह से पीड़ित व्यक्ति में दिल के दौरे के समय कभी-कभी सीने में दर्द का अनुभव नहीं होता हैं।
- अधिक पसीना आना (Profuse Sweating) : बिना किसी काम और व्यायाम के सामान्य से ज्यादा पसीना आना ह्रदय की समस्यायों की पूर्व चेतावनी का संकेत हैं। रक्त धमनियों में अवरोध होने के कारण रक्त को दिल तक पहुचाने के लिए बहुत अधिक प्रयास करना पड़ता हैं। इस कारण अतिरिक्त तनाव में शरीर का तापमान को निचा बनाये रखने के लिए अधिक पसीना आता हैं। अगर आपको हमेशा अन्य व्यक्तिओं के तुलना में अकारण अधिक पसीना आते रहता है और चिपचिपी त्वचा का अनुभव होता हैं तो डॉक्टर का परामर्श लेना चाहिए।
- बदनदर्द (Body ache) : Heart Attack के समय शरीर के अन्य हिस्सों में भी दर्द हो सकता हैं। बाहों, कमर, गर्दन और जबड़े में दर्द, जकड़न और भारीपन महसूस होता हैं। कभी-कभी यह दर्द शरीर के किसी भी हिस्से में शुरू होकर सीने तक पहुचता हैं। इन लक्षणों को दुर्लक्ष नहीं करना चाहिए और इनकी जांच की जानी चाहिए।
- तेज धड़कन (Fast Heart beat) : तेज और अनियमित रूप से Pulse और दिल का धड़कन का चलना यह दिल के दौरे का लक्षण हो सकता हैं। यदि यह समस्या अचानक आ जाती है तो डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
- खुशखबर – अब बालों का झड़ना रोकना है आसान !
- जी मचलाना और उलटी (Nausea & Vomiting) : कई बार दिल के दौरे के समय अपचन और एसिडिटी के लक्षण नजर आते हैं। इन्हे पेट से जुडी समस्या समझकर दिल को अनदेखा करने से गंभीर दिल का दौरा पड़ सकता हैं। सामान्य रूप से पेट में दर्द, अपचन, सीने में जलन या उलटी की समस्या होने दिल का दौरा पड़ने का संकेत हो सकता हैं। ऐसे में डॉक्टर से जांच करा लेना बेहतर होता हैं।
- चिंता (Anxiety) : लगातार होनेवाली चिंता और घबराहट को जीवन में होनेवाले विशिष्ट तनाव से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। रात में सोने में कठिनाई होना या घबराहट होना और अचानक उठ जाना यह दिल का दौरा पड़ने से पहले दिखने वाले लक्षण हो सकते हैं।
- अवश्य पढ़ना चाहिए – हाई ब्लड प्रेशर को कैसे नियंत्रित करे ?
कई बार दिल के दौरा को लंबे समय तक स्नायु का दर्द या पाचन और गैस से जुडी समस्या समझ कर अनदेखा करने पर ईलाज में देरी से ह्रदय को गंभीर क्षति पहुंच सकती हैं। दिल के दौरे के लक्षण नजर आने पर डॉक्टर का परामर्श लेना चाहिए और उनकी सलाह अनुसार आवश्यक जांच करानी चाहिए।
अगर आपको यह लेख उपयोगी लगता है और आप समझते है की यह लेख पढ़कर किसी के स्वास्थ्य को फायदा मिल सकता हैं तो कृपया इस लेख को निचे दिए गए बटन दबाकर अपने Facebook, Whatsapp या Tweeter account पर share जरुर करे !
मेरा नाम है डॉ पारितोष त्रिवेदी और मै सिलवासा, दादरा नगर हवेली से हूँ । मैं 2008 से मेडिकल प्रैक्टिस कर रहा हु और 2013 से इस वेबसाईट पर और हमारे हिन्दी Youtube चैनल पर स्वास्थ्य से जुड़ी हर जानकारी सरल हिन्दी भाषा मे लिख रहा हूँ ।