MI यानी Myocardial Infarction उस स्वास्थ्य स्तिथि को कहते हैं जब हृदय के किसी भाग को रक्त नहीं पहुंचता है। साधारण भाषा में इसे हम Heart attack या हृदयाघात कहते हैं। इसका मुख्य कारण धमनियों में blood का clot जम जाना है। अगर इस समस्या का सही प्रकार से सामना नहीं किया जाए तो इससे ह्रदय का हिस्सा काम करना बंद कर सकता है।
हार्ट अटैक आने के बाद बेहतर स्वास्थ्य स्तिथि पाने के लिए आपको अपनी जीवनशैली में कुछ जरूरी बदलाव करने की जरूरत रहती हैं। आपका ह्रदय पहले से कमजोर और इसे क्षति पहुचने का खतरा अधिक रहने के कारण आपको अपने जीवनशैली या लाइफस्टाइल में बदलाव करना पड़ता हैं।
Heart Attack आने के बाद अपने जीवनशैली में क्या महत्वपूर्ण बदलाव लाने चाहिए इसकी जानकारी निचे दी गयी हैं :
हार्ट अटैक आने के बाद अपने जीवनशैली में क्या बदलाव लाये ?
(Lifestyle changes after Heart attack in Hindi)
व्यायाम करे (Exercise)
- सही जीवन शैली अपनाने में कभी देर नहीं होती और खास तौर पर जब आप हार्ट अटैक की स्थिति से गुजरे हो तो आपके लिए अपनी जीवनशैली में उचित सुधार करना और भी आवश्यक हो जाता है।
- हार्ट अटैक आने के बाद दिल को पहले जैसा मजबूत किया जा सकता है पर इसके लिए आपको नियमित दवा के साथ योग्य व्यायाम का सहारा भी लेना चाहिए।
- व्यायाम करना आपकी सेहत को दुरुस्त रखने में मदद करता है तो अगर आप अभी तक व्यायाम में जी चुराते रहे हैं तो आपके लिए अच्छा रहेगा कि आप अभी कसरत करना शुरू कर दे
- बेहतर रहेगा की आप हल्का व्यायाम शुरू करें और जैसे जैसे आपकी और आपके दिल की सेहत में सुधार आता रहेगा आप व्यायाम का अभ्यास बढ़ा सकते हैं।
- आप चलना, तैराकी, जोगिंग और साइकिलिंग जैसे एरोबिक व्यायाम कर सकते हैं। इनकी मदद से आपका ब्लड प्रेशर भी कम रहेगा साथी कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी नियंत्रित रहेगा।
- TALK test : व्यायाम करते समय यह ध्यान रखे की इतना व्यायाम करे की आप छोटे वाक्य ठीक से बोल सके। अगर आपको एक छोटा वाक्य जैसे की, ‘ मैं ठीक हूँ ! ‘ इतना बोलने में भी सांस फूलती है तो इसका मतलब अब आपको रुक जाना चाहिए और आराम करना चाहिए। क्षमता से अधिक व्यायाम करने का प्रयास न करे।
सोडियम पर नजर (Sodium Intake)
- सोडियम शरीर में पानी को रोके रखता है।जिससे कि ब्लड प्रेशर बढ़ने की आशंका रहती है।
- अधिक मात्रा में सोडियम का सेवन आपके सेहत के लिए अच्छा नहीं है
- नमक सोडियम का सबसे बड़ा स्रोत है।
- यानी आपको ऐसा भोजन खाने से बचना चाहिए जिसमें अधिक मात्रा में नमक हो जैसे कि अचार, पापड़, नमकीन बिस्किट, टोमेटो सॉस इत्यादि।
- आप चाहे तो साधारण नामक की जगह मेडिकल से Low Sodium (LONA) Salt ले सकते हैं।
वजन नियंत्रण (Weight loss)
- अगर आपका वजन अधिक है तो आप अपनी समस्याओं में बढ़ोतरी कर रहे हैं।
- यही नहीं आपके भविष्य में हार्ट अटैक की समस्या को दोबारा सामना करने की आशंका भी बढ़ जाती है तो इसलिए अगर आपका वजन अधिक है तो फिर आप मोटापे के शिकार है तो आपको इससे छुटकारा पाना ही होगा।
- सही आहार और व्यायाम आपको इसमें काफी मदद कर सकता है। आप चाहे तो डाइटिशियन की मदद भी ले सकते हैं।
- वजन कम करने के आसान उपाय जानने के लिए यहां क्लिक करें – अपने वजन को कैसे कम करें ?
नशा (Habits)
- धुम्रपान आपके हार्ट के लिए बेहद नुकसानदेह होता है। इससे हार्ट अटैक होने का खतरा दोगुना तक बढ़ जाता है।
- अगर आपको सिगरेट पीने की लत है तो जनाब जल्द से जल्द इससे निजात पाए।
- तंबाकू आपकी दिल की सेहत के लिए किस हद तक घातक है इसका अंदाजा लगा पाना भी आपके लिए मुश्किल है।
- यह आपके शरीर में आक्सीजन की मूवमेंट पर भी नकारात्मक प्रभाव डालता है साथ ही यह आपकी धमनियों में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा भी बढ़ाता है।
तनाव (Stress)
- केवल अत्यधिक तनाव के कारण भी आपको आकस्मिक हार्ट अटैक दोबारा आ सकता है।
- जहां तक हो सके तनाव से दूर रहे।
- हार्ट अटैक का निदान और इलाज आप पर मानसिक और शारीरिक दबाव डालती है इस परिस्थिति में आपको शांत और संयमित रहने की जरूरत होती है।
- अपनी जीवनशैली में कुछ जरूरी बदलाव लाकर आप एक सामान्य जीवन जी सकते हैं।
- लाफ्टर थेरेपी की मदद ले।
- अनुलोम-विलोम प्राणायाम करें।
- मेडिटेशन का अभ्यास करें।
- बेकार के विचार दिमाग न आये इसलिए अपने आपको व्यस्त रखे।
योग और प्राणायाम (Yoga)
- योग और प्राणायाम करके आप अपने शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं।
- कई शोधों में यह सिद्ध हुआ है कि योग और प्राणायाम के द्वारा आप अपने धमनियों में जमा कोलेस्ट्रोल के प्रमाण को कम कर सकते हैं।
- आप अपने डॉक्टर या योग विशेषज्ञ की सलाह से नीचे दिए गए हुए योग कर सकते हैं। योग की विधि और लाभ पढ़ने के लिए निचे दिए हुए योग के नाम पर click करे :
- भस्त्रिका प्राणायाम
- कपालभाति
- अनुलोम विलोम
- शिवलिंग हस्त मुद्रा
- पवनमुक्तासन
- शवासन
- वज्रासन
- भुजंगासन
- धनुरासन
- ताड़ासन
- सेतुबंधासन
स्वास्थ्य परिक्षण (Medical Check up)
हार्ट अटैक का उपचार कराने के बाद आपको पहले से बेहतर महसूस होता है पर इसका मतलब यह नहीं है की आपको अब डॉक्टर को दुबारा नहीं दिखाना हैं। आपको डॉक्टर की सलाहनुसार समय-समय पर डॉक्टर से मिलकर अपना परीक्षण कराना है और समय पर सभी दवा लेते रहना चाहिए। किसी भी बहकावे में आकर अपनी दवा बंद कर अपने जान को दांव पर न लगाए।
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मेरा नाम है डॉ पारितोष त्रिवेदी और मै सिलवासा, दादरा नगर हवेली से हूँ । मैं 2008 से मेडिकल प्रैक्टिस कर रहा हु और 2013 से इस वेबसाईट पर और हमारे हिन्दी Youtube चैनल पर स्वास्थ्य से जुड़ी हर जानकारी सरल हिन्दी भाषा मे लिख रहा हूँ ।