कई लोग ऐसे है जो मोटापे से पीड़ित है पर जानकारी के अभाव में खुद को फिट मानते हैं। ऐसे तो मोटापा या सामान्य से अधिक वजन का पता लगाने के अनेक माप है पर इन सभी में सबसे उपयुक्त और आसान कोई तरीका है तो वह हैं बॉडी मास इंडेक्स (Body Mass Index) या बीएमआई (BMI)
आधुनिक युग की भागदौड़ की जिंदगी और Fast food के चलन की वजह से युवा वर्ग कम आयु में ही मधुमेह (Diabetes), उच्च रक्तचाप (Hypertension), ह्रदय रोग (Heart Disease), मनोरोग (Mental Disorder) और मोटापे (Obesity) जैसे रोग के शिकार हो रहे हैं। आधुनिक युग के इन सभी दुष्परिणामों मोटापा या Obesity एक ऐसा दुष्परिणाम है जो सबसे अधिक पाया जाता हैं।
Body Mass Index या BMI क्या है और इसका क्या महत्व है इसकी जानकारी निचे दी गयी हैं :
बॉडी मास इंडेक्स क्या हैं? (What is BMI in Hindi)
जिस तरह ह्रदय के बीमारी की जोखिम की स्तिथि का आकलन करने के लिए रक्तचाप (Blood Pressure) का माप करते है, ठीक उसी तरह BMI आपके वजन की जांच करने और साथ ही आपके स्वस्थ्य से जुड़े खतरे का आकलन करने का सही उपाय है। BMI से हमें व्यक्ति के मोटे, पतले या सामन्य होने का पता चलता हैं। Body Mass Index से हम अपने शरीर पर जमी चर्बी का अंदाजा लगा सकते हैं।
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बीएमआई का सूत्र क्या हैं? (BMI formula in Hindi)
BMI की गणना मीटर में आपकी ऊचाई और किलोग्राम में आपके वजन पर आधारित है। BMI कैलकुलेट करने का फार्मूला नीचे दिए हैं:
- अपनी ऊचाई मीटर में मापे (उदा.172 centimeters = 1.72 meter) = 1.72 meter
- इस अंक का गुना इसी से करे (उदा. 1.72 X 1.72 ) = 2.96 meter²
- अपना वजन किलोग्राम में मापे (उदा. 70 kilograms) = 70 kgs
- अपनी B.M.I जानने के लिए अपने वजन (उत्तर 3) को अपने उचाई (मीटर में) से (उत्तर 2) से भाग दे = उचाई (मीटर में) ÷ वजन (किलोग्राम में) x वजन (किंलोग्राम में) = 70 ÷ 2.96 = 23.64 kg/m²
क्या आप जानते है: बीएमआर क्या है?
BMI के अनुसार वयस्कों में अत्याधिक वजन और मोटापे का वर्गीकरण
वर्गीकरण | B.M.I (Kg/m²) | बीमारी का खतरा |
कम श्रेणी | < 18.5 | कम |
सामान्य श्रेणी | 18.5 to 23.0 | औसत |
अधिक वजन | 23.0 to 25.0 | हलकी वृद्धि |
मोटापा | ≥ 25.0 | |
वर्ग १ | 25.0 to 29.9 | गंभीर |
वर्ग 2 | ≥30.0 | अधिक गंभीर |
ध्यान रहे की, Pregnancy में Body Mass Index लागु नहीं होता हैं।
BMI Calculator – अपना बीएमआई देखे
Body Mass Index कम होने पर क्या होता है?
Body Mass Index कम होने पर निचे दिए दुष्परिणाम हो सकते हैं :
- पोषक तत्वों की कमी (Nutrition): कम वजन वाले लोगों को पर्याप्त कैलोरी और पोषक तत्व नहीं मिलने की संभावना अधिक होती है, जिससे एनीमिया, थकान, और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली हो सकती है।
- कमजोर हड्डियां (Bones): कम वजन वाले लोगों में ऑस्टियोपोरोसिस और हड्डियों के फ्रैक्चर का खतरा अधिक होता है।
- प्रजनन क्षमता में कमी (Infertility): कम वजन महिलाओं में मासिक धर्म चक्र अनियमित हो सकता है और गर्भधारण करने में कठिनाई हो सकती है।
- संक्रमण का खतरा बढ़ जाना (Infection): कम वजन वाले लोगों में प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है, जिससे उन्हें संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
- मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं: Mental Health) कम वजन वाले लोगों में अवसाद और चिंता जैसी मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं होने की संभावना अधिक होती है।
जरुरी जानकारी: हमें रोजाना कितनी कैलोरी आहार लेना चाहिए?
बीएमआई कम होने पर क्या करे?
बीएमआई कम होने पर नीचे दिए हुए उपाय करे:
- अधिक कैलोरी खाएं: अपने दैनिक कैलोरी सेवन में 500-1000 कैलोरी जोड़ने का लक्ष्य रखें।
- पौष्टिक भोजन खाएं: फल, सब्जियां, साबुत अनाज, और प्रोटीन जैसे पौष्टिक भोजन खाएं।
- अक्सर खाएं: दिन भर में तीन बड़े भोजन और तीन छोटे नाश्ते खाएं।
- व्यायाम करे: व्यायाम से मांसपेशियों के निर्माण में मदद करता है, जो आपके BMI को बढ़ाने में मदद कर सकता है।
- पर्याप्त नींद लें: नींद आपके शरीर को ठीक करने और मांसपेशियों के निर्माण में मदद करती है।
यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि धीरे-धीरे वजन बढ़ाना महत्वपूर्ण है। जल्दी से वजन बढ़ाने से स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
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Body Mass Index ज्यादा होने पर क्या होता हैं ?
Body Mass Index ज्यादा होने मोटापे की समस्या बढ़ जाती है जिससे निचे दिए हुए दुष्परिणाम हो सकते हैं :
- हृदय रोग (Heart Disease): मोटापे से हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है, जिसमें हाई ब्लड प्रेशर, उच्च कोलेस्ट्रॉल, और स्ट्रोक शामिल हैं।
- मधुमेह (Diabetes): मोटापे से टाइप 2 डायबिटीज होने का खतरा बढ़ जाता है। इन्सुलिन निर्माण पर दबाव आने से यह खतरा बढ़ जाता हैं।
- कैंसर (Cancer): मोटापे से कुछ प्रकार के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है, जिनमें स्तन कैंसर, पेट का कैंसर, और कोलन कैंसर शामिल हैं।
- श्वसन संबंधी समस्याएं (Breathing issues): मोटापे से स्लीप एपनिया और अस्थमा जैसी श्वसन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
- गठिया (Arthritis): मोटापे से गठिया का खतरा बढ़ जाता है, विशेष रूप से घुटनों और रीढ़ की हड्डी में।
- प्रजनन क्षमता में कमी (Infertility): मोटापे से महिलाओं में गर्भधारण करने में कठिनाई हो सकती है।
- मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं (Mental Health): मोटापे से अवसाद और चिंता जैसी मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
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बीएमआई ज्यादा होने पर क्या करे?
- कम कैलोरी खाएं: अपने दैनिक कैलोरी सेवन में 500-1000 कैलोरी की कटौती करने का लक्ष्य रखें।
- स्वस्थ भोजन खाएं: जिन लोगों का Body Mass Index सामान्य से ज्यादा है उन्होंने नियमित व्यायाम, योग के साथ संतुलित आहार जैसे की फैट मुक्त दूध, सोयाबीन, हरी सब्जियां, सलाद आदि खाना चाहिए। छोटे बच्चों को मोटापे से बचाने के लिए फास्टफूड और बाहरी खाने की आदतों से छुटकारा दिलाना चाहिए।
- नियमित रूप से व्यायाम करें: हर हफ्ते कम से कम 150 मिनट मध्यम-तीव्रता वाले व्यायाम का लक्ष्य रखें। घर में बैठ कर मोबाइल या कंप्यूटर पर खले खेलने की जगह मैदानी खेल खेलने देना चाहिए।
- पर्याप्त नींद लें: नींद आपके शरीर को ठीक करने और वजन कम करने में मदद करती है।
- वजन कम करने के आसान उपाय जानने के लिए यह पढ़े – वजन कम करने के आसान उपाय !
आपका वजन सामान्य श्रेणी के जितना करीब होंगा आपको वजन से जुडी स्वस्थ्य समस्याओ से परेशान होने का खतरा उतना ही कम होंगा। ऊपर दी हुई जानकारी का उपयोग कर आज ही अपना Body Mass Index पता करे और सामान्य से कम या ज्यादा होने पर जरुरी उपाय योजना करे।
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मेरा नाम है डॉ पारितोष त्रिवेदी और मै सिलवासा, दादरा नगर हवेली से हूँ । मैं 2008 से मेडिकल प्रैक्टिस कर रहा हु और 2013 से इस वेबसाईट पर और हमारे हिन्दी Youtube चैनल पर स्वास्थ्य से जुड़ी हर जानकारी सरल हिन्दी भाषा मे लिख रहा हूँ ।