उत्तानपाद योग आसन की विधि, लाभ और सावधानी

uttanapadasana yoga benefits in Hindi

शरीर को स्वस्थ रखने के साथ-साथ body को fit रखने के लिए भी रोजाना Yoga अवश्य करना चाहिए। जिन लोगों का पेट काफी बड़ा है ऐसे मोटापे से ग्रस्त व्यक्तिओं ने पेट पर जमा हुई चर्बी कम करने के लिए उत्तानपादासन योग अवश्य करना चाहिए।

Belly fat कम करने के लिए यह उपयोगी आसन हैं। यहाँ उत्तान का अर्थ है ऊपर की ओर उठा हुआ और पाद का अर्थ है पैर। इस आसन में पीठ के बल लेटकर पैरों को ऊपर उठाया जाता हैं। इसी कारण इस आसन का नामकरण उत्तानपादासन योग हुआ हैं। अंग्रेजी में इसे Raised feet Pose भी कहा जाता हैं।

उत्तानपादासन योग की विधि,  सावधानी की जानकारी निचे दी गयी हैं :

उत्तानपाद योगासन कैसे करें ?

1. सबसे पहले एक स्वच्छ और समतल जगह पर Yoga Mat बिछाए।
2. अब इस पर पीठ के बल लेट जाए।
3. अपने पैरो को सीधा रखे और दोनों हाथों को शरीर के बगल में रखे।
4. श्वास लेते हुए अपने दोनों पैरो को ऊपर उठाए। पैरों को इतना ऊपर उठाए की पैर और 5. जमीन के बिच 30 डिग्री का कोण / angle बन जाए।
6. दोनों पैर ऊपर उठाते समय यह ध्यान रखे की आपको घुटनों को मोड़ना नहीं है और पैरों को सीधा रखना हैं।
7. सामान्य रूप में श्वास लेते हुए इस स्तिथि में कुछ क्षण रुके। शुरुआत में इस स्तिथि में 5 से 10 सेकंड तक रुके और बाद में अपने अभ्यास के साथ इस समय को बढ़ा सकते हैं।
8. अब श्वास छोड़ते हुए धीरे-धीरे दोनों पैरों को नीचे लाए और जमीन पर रखे।
9. अब इस क्रिया को फिर से दोहराए। आप अपने क्षमता अनुसार इस क्रिया को बार-बार कर सकते हैं पर शुरुआत में अधिक प्रयास ना करे।

महत्वपूर्ण जानकारी – डायबिटीज के रोगी  शुगर control के लिए रोज करे यह योगासन

उत्तानपाद योग आसन के क्या फायदे हैं ?

1. पाचन : उत्तानपाद योग आसन से पाचन ठीक होता हैं।
2. मोटापा : पेट पर जमी हुई अतिरिक्त चर्बी कम होने से मोटापा कम होता है और कमर की size घटती हैं।
3. स्नायु : पेट और पैर के स्नायु मजबूत बनते हैं।
4. मानसिक : घबराहट और चिंता कम होती हैं।
5. फेफड़े : इस आसन से फेफड़े भी मजबूत बनते हैं।
6. कब्ज : यह आसन कब्ज, डायबिटीज, थाइरोइड और अपचन के रोगियों के लिए लाभकारी हैं।

जरूर पढ़े – कपालभाति प्राणायाम कैसे करे ?

उत्तानपाद योग आसन में क्या सावधानी बरतें ?

1. अगर आपको पैर के स्नायु, कमर या गर्दन में चोट है तो यह आसन न करे।
2. Migraine, हर्निया और High Blood pressure के मरीज यह आसन न करे।
3. गर्भावस्था में महिलाए यह आसन न करे।
4. अपने क्षमता से अधिक प्रयास न करे।
5. यह आसन हमेशा या तो भूखे पेट या खाने के 2 घंटे बाद ही करे।

पढ़े – वज्रासन कैसे करे और इसके फायदे 

रोजाना उत्तानपाद योग आसन करने से आप अपनी पाचन से जुडी समस्या से निजात पा सकते है और साथ ही मोटी तोंद को भी दूर कर सकते हैं। आजकल Gym में भी trainer मोटापा कम कराने के लिए यह Yoga कराते हैं।

अगर आपको यह उत्तानपाद योग आसन की विधि, लाभ और सावधानी की जानकारी उपयोगी लगी है तो कृपया इसे share अवश्य करे ! 

Leave a comment

डायबिटीज में ऐसे करे अपने पैरो की देखभाल