Olive oil in Hindi: जैतून तेल के फायदे, घरेलु उपयोग और नुक्सान

Olive oil ke fayde aur nuksaan

ऑलिव ऑइल (Olive oil) को हिंदी में जैतून का तेल कहा जाता है। यह हमारे शरीर के लिए कई तरह से लाभ दायक होता है। खाना बनाने में, सलाद बनाने में, कई तरह की बीमारियों के उपचार में, त्वचा संबंधी समस्याओं को सुलझाने में, साथ ही सौंदर्य बढ़ाने के लिए ऑलिव ऑइल का इस्तेमाल किया जाता है। ऑलिव ऑयल में विटामिन A, B, C, K , E एवम काफी मात्रा में ओमेगा 3 फैटी एसिड एवं ओमेगा 6 फैटी एसिड पाए जाते हैं। सदियों से चेहरे की रंगत निखारने के लिए, बालों के पोषन के लिए एवं अच्छी सेहत के लिए ऑलिव ऑइल का इस्तेमाल किया जा रहा है।

जैतून का तेल यानि Olive oil से होनेवाले विभिन्न स्वास्थ्य लाभ और घरेलु उपयोग की जानकारी निचे दी गयी हैं :

जैतून का तेल के फायदे और घरेलु उपयोग (Olive oil uses and home remedies in Hindi)

जैतून का तेल से होता हैं हृदय रोग का खतरा कम – Olive oil for Healthy Heart

जैतून के तेल में फैटी एसिड्स पर्याप्त मात्रा में होते हैं जो हृदय रोग के खतरे को कम करते हैं। इसके सेवन से कोलेस्ट्रॉल कम होता है। अधिक उम्र के व्यक्तियों में स्ट्रोक का खतरा भी कम हो जाता है। ब्लड प्रेशर भी नियंत्रित रहता है।

जैतून के तेल कम करता है डायबिटीज का रिस्क – Olive oil in Diabetes

शरीर में इंसुलिन की मात्रा को संतुलित बनाए रखने में यह खास भूमिका निभाता है, इसीलिए मधुमेह के व्यक्तियों में भी यह लाभ कर माना जाता है। मधुमेह के व्यक्तियों ने अपने दैनंदिन आहार में करीब 2 चम्मच ओलिव आयल का समावेश अवश्य करें। जैतून के तेल से ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रखने में मदद मिलती हैं।

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जैतून का तेल बचाता है कैंसर से – Olive oil protects from Cancer

ऑलिव ऑइल में पाए जाने वाले तत्व हमें कई तरह के कैंसर जैसे स्किन कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर आदी से बचाता है। इसमें पाये जाने वाले फायटोन्यूट्रिएंट्स तत्व कैंसर के दर्द, सूजन, जलन को भी कम करते है। जैतून का तेल उपयोग करने वालों में कैंसर का खतरा कम देखा गया हैं।

जैतून का तेल हैं दर्दनाशक – Olive Oil gives pain relief

ऑलिव ऑयल अपने शरीर के लिए नैसर्गिक दर्दनाशक यानी पेन किलर का कार्य करता है।

जैतून का तेल से स्ट्रेस होता है कम – Olive oil for stress relief

ऑलिव ऑयल के नियमित सेवन से मानसिक शक्ति एवं एकाग्रता में वृद्धि होती है। यह आपको डिप्रेशन से भी बचाता है। जैतून का तेल मस्तिष्क के कार्य और स्मृति को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है, और अल्जाइमर और पार्किंसंस रोग जैसी न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारियों के खतरे को कम कर सकता है।

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जैतून का तेल दिलाता है कब्ज से राहत – Olive oil as laxative

अगर आप खासी से परेशान है या आपका पेट अच्छे से साफ नहीं हो रहा है तो आप अपने आहार में ऑलिव ऑयल को जरूर शामिल करें। यह आपके डाइजेस्टिव सिस्टम को ठीक करता है साथ ही गैस एसिडिटी कब्ज ऐसी तकलीफ हो से भी आपको राहत देता है। अगर आप बड़े व्यक्ति है तो रोज 1 टेबल स्पून ऑलिव ऑयल सुबह या शाम खाली पेट लेने से कुछ दिनों में ही आप को मल त्याग करने में आसानी होगी।

जैतून के तेल से वजन होगा कम – Olive oil for weight loss

ऑलिव ऑयल आपका वजन कम करने की क्षमता रखता है। ऑलिव ऑयल के सेवन से आपकी भूख नियंत्रित रहती है। साथ ही मीठा खाने की इच्छा भी कम होती है। अगर आप खाना ऑलिव ऑइल से बनाते हैं या सलाद के ऊपर ऑलिव ऑयल डाल कर खाते हैं तो इससे आपको भूख कम लगेगी और आप अधिक खाने से भी बचेंगे।

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जैतून के तेल से हड्डिया होती है मजबूत – Olive oil for strong bones

ऑलिव ऑयल कैल्शियम के अब्जॉर्बशन में मदद करता है, जिससे हड्डियां मजबूत होती है। ऑस्टियोपोरोसिस से पीड़ित व्यक्तियों में यह काफी फायदेमंद होता है।

जैतून तेल है पथरी का घरेलू इलाज – Olive oil uses for stones

अगर आप पथरी से परेशान हैं तो आपको हर रोज 2 से 3 बार 1/4 कप नींबू का रस एवं 1/4  कप ऑयल को मिलाकर पीने चाहिए और उसके ऊपर एक से दो ग्लास पानी पीना चाहिए। कुछ दिन में आपकी पथरी की तकलीफ चली जाएगी।

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त्वचा के लिए स्वास्थकर जैतून का तेल – Olive oil uses for Skin

जैतून के तेल में पर्याप्त मात्रा में विटामिन E होता है जो कि एंटीऑक्सिडेंट्स का कार्य करता है। इसके प्रयोग से त्वचा को मॉस्चराइजर भी मिलता है, साथ ही इंफेक्शन से भी त्वचा की रक्षा होती है।

  1. रूखी त्वचा: रूखी त्वचा के लिए यह काफी फायदेमंद होता है। नहाने के बाद चेहरे को व शरीर को हल्का सा गिला रखकर जैतून के तेल की मालिश करें एवं 15 मिनट पश्चात गुनगुने पानी से धो लें। इससे त्वचा में नमी बनी रहेगी। अगर आपकी त्वचा रूखी है तो रात में चेहरे पर जैतून के तेल की मालिश करके सोए एवं सुबह उठने के बाद गुनगुने पानी से चेहरा धो ले।
  2. मुंहासे: 1/3 कप दही, 1/4 कप शहद एवम 2 चम्मच जैतून का तेल लेकर तब तक मिलाये जब तक उसका पेस्ट ना बन जाये। इस पेस्ट को सप्ताह में एक बार चेहरे पर लगाएं। इससे त्वचा के मुहासे, दाग धब्बे नष्ट होकर त्वचा कांतिमान बनने लगेगी। साथ ही खुजली , सोरियासिस आदि स्किन इंफेक्शन से भी त्वचा की रक्षा होगी।
  3. चेहरे का रंग: चेहरे का रंग निखारने के लिए 2 चम्मच शहद में एक चम्मच ऑलिव ऑयल को अच्छे से मिलाकर इसे चेहरे पर लगाएं। करीब 15 मिनट पश्चात गुनगुने पानी से चेहरा धो ले। यह प्रयोग हफ्ते में दो से तीन बार कर सकते हैं। इससे धीरे-धीरे चेहरे का सावलापन कम होकर निखार आएगा।
  4. झुर्रिया करे दूर: अगर आपके चेहरे पर झुरिया है तो दो चम्मच ऑलिव ऑयल में एक चम्मच नींबू का रस मिलाकर इसे अपने चेहरे पर लगाएं। करीब 15 से 20 मिनट पश्चात धो ले। इसे धीरे धीरे आपके चेहरे की झुर्रियां कम हो जाएगी।
  5. काले घेरे करे दूर: आंखों के नीचे आए हुए डार्क सर्कल को कम करने में जैतून का तेल मदद करता है। रोजाना करीब 10 min आंखों के आसपास जैतून के तेल से सर्कुलर मोशन में धीरे-धीरे मसाज करना चाहिए।
  6. फटे होठ: फटे होठों पर जैतून के तेल की मसाज करने से वह मुलायम हो जाएंगे। इस तरह जैतून का तेल लिपबाम का भी कार्य करता है।
  7. काली कोहनी: अगर आप की कोहनियां काली हुई है तो ऑलिव ऑयल को कोहनियों पर रोजाना मसाज करें या ऑलिव ऑयल में शक्कर मिलाकर उसे स्क्रब कि जैसे इस्तेमाल करें। इससे धीरे-धीरे आपकी कोहनियों का कालापन दूर हो जाएगा।
  8. तैलीय त्वचा: ऑयली स्किन से छुटकारा पाने के लिए दो चम्मच चंदन पाउडर में दो चम्मच ऑलिव ऑयल मिलाकर चेहरे पर लगाएं 15 से 20 मिनट पश्चात धो लें। हफ्ते में एक से दो बार प्रयोग करने से धीरे-धीरे आपकी त्वचा का ओइलिनेस कम हो जाएगा।

स्वस्थ बाल और जैतून का तेल – Olive oil for hair

जैतून का तेल आश्चर्यजनक रूप से बालों की वृद्धि करने में,  साथ ही उनको घने करने में मदद करता है। यह बालों की जड़ों को स्वस्थ रखता है एवं बालों को मुलायम रखता है। डेंड्रफ भी मिटाता है जैतून का तेल।

  1. आईलैशेज को घने बनाने में भी जैतून का तेल काफी उपयोगी है हमें रोज रात को सोने के पहले आईलैशेज व आइब्रो पर जैतून के तेल की मालिश करनी चाहिए।
  2. कपास में कुछ बूंदे जैतून के तेल की लेकर इन्हें आईलैशेज पर लगाइए। 5 मिनट लगे रहने के बाद मसाज करके गुनगुने पानी से धो लीजिए, ताकि अतिरिक्त तेल निकल जाए। ऐसा करीब 4 सप्ताह तक करने के बाद आपको अच्छे नतीजे प्राप्त होंगे।
  3. गंजापन करे दृर : ओलिव ऑइल, दालचीनी पाउडर औऱ शहद को मिलाकर पेस्ट बनाएं और इससे बालों की जड़ों में मसाज करें। ऑलिव ऑयल नए बालों की वृद्धि को तेज करेगा। दालचीनी से ब्लड सरकुलेशन बढ़ाएगा एवम हनी बालों को पोषण प्राप्त होगा।

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जैतून का तेल और नाख़ून – Olive oil for nails

नाखूनों को लंबा और चमकदार बनाने के लिए रोजाना उन पर ऑलिव ऑयल से मसाज करें जिससे वह स्वस्थ और चमकदार हो जाएंगे।

जैतून के तेल से हटाए मेकअप – Olive oil to remove make up

मेकअप को सही तरीके से एवं त्वचा को कम से कम नुकसान होते हुए हटाना भी एक कला होती है। जैतून का तेल इसमें काफी मदद करता है। जैतून के तेल को रूई के फाहे में में  भिगोकर उससे त्वचा पर सर्कुलर मसाज करते रहिए, जिससे आपका मेकअप आसानी से उतर जाएगा एवं त्वचा भी स्मूथ होगी। आंखों का मेकअप भी आप इसीतरह  उतार सकते हैं। इससे किसी प्रकार का नुकसान भी नहीं होगा एवं आंखों के आसपास की त्वचा भी मुलायम बनी रहेगी।

जैतून के तेल से हटाए – Olive oil removes stretch marks

अगर आप स्ट्रेच मार्क नहीं चाहते हो या कम करना चाहते हो तो प्रेगनेंसी के चौथे महीने से अपने पेट पर सुबह शाम जैतून के तेल से मसाज करें और अगर एक बार स्ट्रेच मार्क्स आ जाते है तो इसके तेल की मसाज से वह कम होते हैं और आपकी त्वचा में कसाव भी आता है।

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जैतून के तेल के प्रकार (Olive oil types in Hindi)

जैतून के तेल के प्रकार की जानकारी नीचे दी गयी हैं:

1. अतिरिक्त कुंवारी जैतून का तेल (Extra Virgin Olive Oil (EVOO)):

  • यह जैतून के तेल का सर्वोच्च दर्जा है।
  • इसे केवल यांत्रिक साधनों द्वारा ठंडे दबाने से प्राप्त किया जाता है, जिसमें रसायनों या अत्यधिक गर्मी का उपयोग नहीं होता है।
  • इसमें सबसे अधिक एंटीऑक्सीडेंट और पोषक तत्व होते हैं।
  • इसका स्वाद कड़वा और थोड़ा तीखा होता है।
  • इसका धुआँ निकलने का तापमान कम होता है, इसलिए इसे कम तापमान पर पकाने के लिए उपयुक्त है, जैसे सलाद ड्रेसिंग, सॉस और डिपिंग में।

2. कुंवारी जैतून का तेल (Virgin Olive Oil (VOO)):

  • यह EVOO से थोड़ा कम शुद्ध होता है।
  • इसे थोड़ा परिष्कृत किया जा सकता है, लेकिन इसमें रसायनों का उपयोग नहीं किया जाता है।
  • EVOO की तुलना में इसका स्वाद थोड़ा हल्का होता है।
  • धुआँ निकलने का तापमान EVOO से थोड़ा अधिक होता है, इसलिए इसे मध्यम तापमान पर पकाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

3. रिफाइंड जैतून का तेल (Refined Olive Oil):

  • यह कम से कम शुद्ध जैतून का तेल है।
  • इसे रसायनों और उच्च गर्मी का उपयोग करके परिष्कृत किया जाता है।
  • इसका स्वाद हल्का और थोड़ा बेस्वाद होता है।
  • धुआँ निकलने का तापमान सबसे अधिक होता है, इसलिए इसे उच्च तापमान पर पकाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है, जैसे तलने और भूनने के लिए।

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4. प्यूर जैतून का तेल (Pure Olive Oil):

  • यह रिफाइंड जैतून का तेल और VOO का मिश्रण है।
  • इसका स्वाद रिफाइंड जैतून के तेल की तुलना में थोड़ा अधिक होता है, लेकिन EVOO जितना मजबूत नहीं होता है।
  • धुआँ निकलने का तापमान रिफाइंड जैतून के तेल और VOO के बीच होता है।

इन मुख्य प्रकारों के अलावा, जैतून के तेल के कुछ अन्य प्रकार भी हैं:

  • लाइट जैतून का तेल (Light Olive Oil): यह रिफाइंड जैतून का तेल का एक प्रकार है जिसे और भी अधिक परिष्कृत किया जाता है। इसका स्वाद सबसे हल्का होता है और इसमें कम से कम एंटीऑक्सीडेंट होते हैं।
  • एक्सपेलर-प्रेस्ड जैतून का तेल (Expeller-Pressed Olive Oil): यह VOO का एक प्रकार है जिसे एक यांत्रिक प्रेस का उपयोग करके निकाला जाता है। यह EVOO जितना शुद्ध नहीं है, लेकिन रिफाइंड जैतून के तेल से अधिक शुद्ध होता है।
  • इन्फ्यूज्ड जैतून का तेल (Infused Olive Oil): यह जैतून का तेल है जिसे जड़ी-बूटियों, मसालों या अन्य स्वादों के साथ मिलाया जाता है।

कृपया ध्यान दे:

  • यदि आप उच्चतम गुणवत्ता वाला जैतून का तेल चाहते हैं, तो EVOO चुनें।
  • यदि आप हल्के स्वाद वाले जैतून का तेल चाहते हैं, तो रिफाइंड जैतून का तेल या हल्के जैतून का तेल चुनें।
  • यदि आप मध्यम तापमान पर पकाने के लिए जैतून का तेल चाहते हैं, तो VOO या Pure Olive Oil चुनें।
  • यदि आप उच्च तापमान पर पकाने के लिए जैतून का तेल चाहते हैं, तो रिफाइंड जैतून का तेल चुनें।

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एक्स्ट्रा वर्जिन जैतून का तेल को सबसे अच्छा क्यों माना जाता हैं?

एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव ऑइल में नीचे दिए हुए विशेष गुण पाए जाते हैं:

  • कम अम्लता: इसमें 0.8% से कम अम्लता होती है, जो इसकी उच्च गुणवत्ता का संकेत है।
  • ठंडा दबाया गया: इसे केवल यांत्रिक साधनों द्वारा ठंडे दबाने से प्राप्त किया जाता है, जिसमें रसायनों या अत्यधिक गर्मी का उपयोग नहीं होता है।
  • अधिक एंटीऑक्सीडेंट: इसमें अन्य प्रकार के जैतून के तेल की तुलना में अधिक एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।
  • स्वाद: इसका स्वाद कड़वा और थोड़ा तीखा होता है।
  • धुआँ निकलने का तापमान कम: इसका धुआँ निकलने का तापमान कम होता है, इसलिए इसे कम तापमान पर पकाने के लिए उपयुक्त है, जैसे सलाद ड्रेसिंग, सॉस और डिपिंग में।

ओलिव ऑइल के नुकसान क्या है (Olive oil side effects in Hindi)

ऐसे तो ऑलिव ऑइल के कई फायदे है  इसके कुछ नुक्सान भी है जिसकी जानकारी आपको होनी चाहिए : 

  1. ऑलिव ऑयल के सेवन से कोई बड़ा नुकसान तो नहीं होता है पर कभी कभार इसके सेवन से दस्त लग सकती है।
  2. अगर आपको ओलिव ऑइल से एलर्जी होती है तो आपके स्किन पर दाने या रैशेस आ सकते हैं।
  3. गर्भावस्था एवं स्तनपान के दौरान इसका सेवन मर्यादित मात्रा में ही करें।
  4. जैतून का तेल हमेशा ताजा और 2  अंदर उपयोग करे क्योंकि बादमे इसके गुणवत्ता में कमी आ जाती हैं।
  5. ऑयली स्किन में इसका अधिक उपयोग करने से पिम्पल्स / मुंहासे आने का खतरा रहता हैं।

तो इन छोटी-छोटी बातों का ख्याल रखकर आप ओलिव ऑइल याने जैतून के तेल से होने वाले फायदों का लाभ जरुर उठा सकते हैं ताकि आप और आपका परिवार लम्बे समय तक फिट हेल्थी रह सके।

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जैतून के तेल से जुड़े सवालों के जवाब

लिंग में जैतून का तेल लगाने से क्या फायदा होता है?

जैतून का तेल एक प्राकृतिक मॉइस्चराइज़र है जो लिंग की त्वचा को नरम और लचीला बनाए रखने में मदद कर सकता है। जैतून का तेल में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं जो संक्रमण से बचाने में मदद कर सकते हैं। यह योनि सूखापन और फंगल संक्रमण जैसी स्थितियों के लक्षणों को कम करने में भी मदद कर सकता है। कुछ लोग दावा करते हैं कि जैतून का तेल लिंग की संवेदनशीलता को बढ़ाने में मदद कर सकता है। कुछ अध्ययनों से पता चला है कि जैतून का तेल शीघ्रपतन में देरी करने में मदद कर सकता है। माना जाता है कि यह लिंग की संवेदनशीलता को कम करके और उत्तेजना को कम करके ऐसा करता है।

जैतून का तेल 1 लीटर कितने का आता है?

जैतून का तेल 1 लीटर लगभग रु 180 से रु 250 के बिच हैं। यह कीमत समाय के साथ कम ज्यादा हो सकती हैं।

कौन सा जैतून का तेल सबसे शुद्ध है?

सबसे शुद्ध जैतून का तेल “एक्स्ट्रा वर्जिन जैतून का तेल” (Extra Virgin Olive Oil (EVOO)) माना जाता है।

असली जैतून का तेल कैसे पहचाने?

उच्च गुणवत्ता वाले अतिरिक्त कुंवारी जैतून का तेल (EVOO) में 0.8% से कम अम्लता होनी चाहिए। EVOO का रंग हल्का हरा से लेकर गहरा पीला तक हो सकता है। गहरा रंग हमेशा बेहतर गुणवत्ता का संकेत नहीं देता है। EVOO में थोड़ा कड़वा और तीखा स्वाद होता है। EVOO का धुआँ निकलने का तापमान 190°C से 210°C के बीच होता है। इसका मतलब है कि यह कम तापमान पर पकाने के लिए उपयुक्त है, जैसे सलाद ड्रेसिंग और सॉस में।

अगर आपको जैतून तेल के फायदे, घरेलु उपयोग और नुक्सान यह जानकारी आपको उपयोगी लगी है तो कृपया इसे share अवश्य करे !

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