सदियों से बादाम (Almond) का नाम याददाश्त के साथ जुड़ा हुआ है। कभी हमे कोई चीज़ याद नही आती है , तो तुरंत बड़े बुजुर्ग कहते है, अब रोज 1 मुट्ठी बादाम खाया कर। यूँ तो बादाम से याददाश्त मजबूत होती है और साथ ही प्रोटीन का मुख्य स्रोत होने से शरीर की मांसपेशियां मजबूत होकर ताकत मिलती है लेकिन इसके अलावा भी बादाम के कई उपयोग है, जिनके बारेंमे आज हम जानेंगे।
बादाम पश्चिम एशिया, यूरोप, बलूचिस्तान, अफगानिस्तान कश्मीर, पंजाब आदि इलाकों में प्रचुर मात्रा में मिलता है। इसका छिलका बहुत कठोर होता है जिसे तोड़कर बादाम की गिरी निकाली जाती है। इसके दो प्रकार होते हैं मीठी और कड़वी। उपयोग में मीठी गिरी लेते है। कड़वी गिरी खाने योग्य नहीं होती है। बादाम का तेल हल्का पीला, साफ, हल्की गंध युक्त, स्वाद रहित और बहुत गुणकारी होता है।
बादाम खाने के फायदे और घरेलु प्रयोग से जुडी अधिक जानकारी निचे दी गयी हैं :
बादाम खाने के फायदे (Health benefits of Almond in Hindi)
बादाम के गुण क्या हैं ?
मीठा बादाम मधुर, पौष्टिक, वीर्यवर्धक, वात पित्त नाशक, कफकारक, स्निग्ध और गर्म होता है तथा रक्तपित्त के रोगियों के लिए हानिकारक होता है। कड़वा बादाम विषाक्त होने से सेवन के लिए अयोग्य होता है। बादाम में जरूरी विटामिंस और मिनरल्स जैसे विटामिन B1 ,B2 ,B5 ,B6 , vit E, कैल्शियम मैग्नीशियम, जिंक, ओमेगा 3 फैटी एसिड, प्रोटीन्स, अच्छे फैट्स, फाइबर्स आदि प्रचुर मात्रा में होते हैं जो शरीर को अलग अलग तरह से फायदा करते हैं। बादाम में सोडियम की मात्रा ना के बराबर होती है और यह एनर्जी से भरपूर होते हैं।
बादाम के उपयोग कैसे करे ?
सूखे मेवे के रूप में बादाम का प्रयोग मिठाई, ठंडाई या मेहमानों की आवभगत में भी किया जाता है। पोष्टिकता, दिमागी शक्ति, स्नायविक सुदृढ़ता, बलवीर्य की वृद्धि, नेत्रज्योति की रक्षा आदि के लिए बादाम का सेवन काफी लाभप्रद होता है।
बादाम के प्रयोग की आसान विधि
बादाम का सेवन करने की सबसे आसान और कारगर विधि यह है कि इसे चंदन की तरह पत्थर पर घिसकर दूध में मिलाकर पीना चाहिए। इस तरह सेवन करने से इसका पाचन आसानी से होता है और यह शरीर में शीघ्र असर करता है।
इसके अलावा कोशिश करें कि जब भी बादाम खाए इसे भिगोकर इसका छिलका निकाल कर ही खाएं। क्योंकि इसके भूरे रंग छिलके में टैनिन नामक द्रव्य रहता है जो जरूरी पोषक तत्व के शोषण में अवरोध करता है। भीगा हुआ बादाम पाचन में भी आसान होता है।
बादाम के स्वास्थ्य लाभ (Health benefits of Almond in Hindi)
- बलवान शरीर : शरीर को पुष्ट, सशक्त और सुंदर बनाने के लिए एक बादाम की गिरी को एक कप पानी में सुबह भिगोकर रख दें। शाम को इस गिरी का छिलका उतारकर इसे साफ पत्थर पर घिस कर इसके लेप को एक कप ठंडे दूध में डाल दे और एक से दो चम्मच शहद डालकर घोल ले, फिर इसे पी ले। इसी तरह शाम को भी एक गिरी भिगो कर रखे और सुबह भी पी ले। सुबह-शाम यह प्रयोग करें। प्रतिदिन एक-एक बादाम बढ़ाते जाएं और इनकी संख्या वहां तक सुनिश्चित करें कि जितने बादाम का पाचन आसानी से हो सके। पानी में 10 से 12 घंटे भिगोने के बाद उसमें एक ऐसा तत्व तैयार होता है जो पाचन क्रिया को बल देता है और शरीर को ताकत देता है।
- महिलाओं के लिए : विद्यार्थियों में तथा दुग्धपान कराने वाली माताओं को इसी प्रयोग में साथ में 5 ग्राम अश्वगंधा और 5 ग्राम शतावरी का चूर्ण मिलाकर पीना गुणकारी रहेगा। इसे आप इस तरह से प्रयोग में लाए :- दोनों चूर्ण को शहद के साथ मिलाकर चाट लें और फिर बादाम मिला हुआ दूध पी लें। यह प्रयोग करीब 40 से 60 दिन तक नियमित रुप से करें। छात्र छात्राओं, युवाओं और प्रौढ़ स्त्री पुरुष के लिए यह प्रयोग शरीर को पुष्ट और बलशाली करने वाला, कमजोरी मिटाने वाला, नेत्र ज्योति बढ़ाने वाला, बल वीर्य की वृद्धि करने वाला , स्त्रियों के स्तन पुष्ट और सुडोल करने वाला, चेहरा भरने वाला तथा कमर को शक्ति प्रदान करने वाला होता है।
- दुबलापन : जो व्यक्ति काफी दुबले होते हैं या जिनके गाल अंदर धंसे हुए होते हैं, ऐसे व्यक्ति रात को एक बादाम की गिरी भिगो कर सुबह इसका लेप बनाकर उसमें मक्खन मिलाकर डबलरोटी पर लगाएं और ऊपर से मिश्री बुरक दे। इसे खा कर इसके ऊपर ठंडा दूध पिए। यह प्रयोग करीब 3 से 6 महीने तक करने पर शरीर सुडौल और सुगठित बनेगा। चेहरा भी भरेगा , स्मरण शक्ति भी बढ़ेगी। इससे बच्चों का हकलाना या तुतलाना भी धीरे-धीरे कम होगा।
- बच्चों का दिमागी विकास : प्रतिदिन रात को तीन से चार बादाम भिगोकर सुबह बच्चों को खाली पेट छिलके निकाल कर दें। इसमें vit E मौजूद होता है। इससे धीरे-धीरे बच्चों के दिमाग का विकास होगा। स्मरणशक्ति भी बढ़ेगी और शरीर भी तंदुरुस्त रहेगा। नियमित रुप से बादाम खाने से आपकी याददाश्त अच्छी रहती है और बुढ़ापे में अल्जाइमर्स डिसीस होने का खतरा कम होता है।
- कोलेस्ट्रॉल पर नियंत्रण : उच्च कोलेस्ट्रोल हृदय रोग और दिल की धमनियों में रुकावट सहित कई रोगों को जन्म देता है। बादाम में काफी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट रहते हैं। प्रतिदिन बादाम का सेवन आपके कोलेस्ट्रॉल पर नियंत्रण रखेगा। साथ ही गुड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा भी बढ़ाएगा। बादाम में पाए जाने वाला फॉलिक एसिड ब्लड में मौजूद होमोसिस्टीन अमीनो एसिड के स्तर को बढ़ाता है जिसकी वजह से आपकी रक्तवाहिनियों में प्लेक नहीं बन पाता है और आप atherosclerosis जैसे गंभीर बीमारियों से भी बचते हैं।
- हृदय के लिए हितकारी : प्रतिदिन बादाम का सेवन आपको दिल की कई बीमारियों से दूर रखेगा। साथ ही आप अगर उच्च रक्तचाप के रोगी है तो प्रतिदिन बादाम खाना आपके लिए रामबाण साबित होगा। इसमें अल्फा टोकोफेरोल यह तत्व मौजूद होता है जो रक्तचाप को बनाए रखता है, साथ ही सोडियम का प्रमाण कम रहता है और पोटेशियम अधिक होता है जिस वजह से उच्च रक्तचाप नियंत्रण में रहता है।
- इन्फ्लेमेशन / सूजन होता है कम : बादाम शरीर में मौजूद C Reactive Protein के स्तर को कम करता है जिससे इन्फ्लेमेशन कम होकर आपकी रक्तवाहिनियों को नुकसान नही होता है।
- डार्क सर्कल में असरकारक : अगर आप का आंखों के नीचे के काले घेरों से परेशान हैं तो प्रतिदिन रात को सोने के पहले बादाम के तेल की मालिश आंखों के चारों बाजू करें करीब 1 महीने तक ऐसा करते रहे इसमें आपको जरूर अंतर महसूस होगा।
- गर्भस्थ शिशु के विकास के लिए मदत : बादाम के अंदर फोलिक एसिड नामक तत्व होता है, जो गर्भस्थ शिशु के दिमागी विकास के लिए और नर्वस सिस्टीम को मजबूत करने में मद्त करता है। इसके लिए बादाम को भिगोकर खाएं ताकि गर्भिणी स्त्री उसका पाचन आसानी से कर सके।
- वजन घटाने में भी करता है मदत : जिन लोगों को अपना वजन कम करना है उन लोगों में एक छोटा सा बादाम भी काफी असरकारक होता है। भीगे हुए बादाम में मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड रहता है, यह आपका पेट भरा महसुस कराने में और भूख को कम लगने में मदद करता है। साथ ही इसमें प्रोटीन और एंटीऑक्सीडेंट्स भी भरपूर मात्रा में होते हैं , जो कि आपके मसल्स बनाने में और फैट को बर्न करने में मदद करते हैं। बादाम युक्त लो कैलोरी डाइट आपका वजन कम करने में मदद करते हैं। भीगे हुए बादाम अगर छिलका निकाल कर खाए तो पचने में आसान होते हैं। कच्चे बादाम में छिल्का होने की वजह से प्रोटीन को जल्दी तोड़ते हैं। जबकि भीगे हुए बादाम छिलका निकल जाने के बाद उसमें मौजूद एंजाइम्स भी निकल जाते हैं और फैट को आसानी से तोड़ते हैं। इस वजह से पाचन और पोषण तत्व तत्व का अवशोषण भी आसानी से होता है। साथ ही यह आपको एक्सरसाइज कराने में एनर्जी देता है। फाइबर से भरपूर होने के कारण कब्ज की समस्या से भी निजात दिलाता है। मल को सॉफ्ट करके शरीर के बाहर निकालता है और आंतों की सफाई करता है। भीगे हुए बादाम खाना मेटाबोलिक सिंड्रोम से लड़ने में मदद करता है जो की मोटापे का एक बड़ा कारण है।
- वजन भी बढ़ाता है बादाम : बादाम ना सिर्फ आपका वजन कम करता है बल्कि वजन बढ़ाने में भी मदद करता है। इसके लिए आपको करना यह होगा कि हर दिन करीब 20 से 40 बादाम सुबह और उतना ही शाम में खाना होगा लेकिन यह संख्या आप को धीरे-धीरे बढ़ाने होगी और जितना क्या आपका शरीर पचा सकता है उतने बादाम आपको खाने होगे। अपने रेगुलर डाइट के साथ आप यह हेल्थी तरीका भी वजन बढ़ाने के लिए अपना सकते हैं।
- कैंसर रखे दूर : रिसर्च के अनुसार बादाम में कैंसर विरोधी विटामिन बी 17 पाया जाता है और साथ में ही विटामिन ई की अधिकता रहती है इस वजह से यह कैंसर से लड़ने की उम्र लंबी करने की क्षमता रखता है। हम यह कह सकते हैं कि इसमें मौजूद प्रबल एंटीऑक्सिडेंट्स कई तरह के कैंसर जैसे कोलोन , ब्रेस्ट , प्रोस्टेट आदि को रोकने में अहम भूमिका निभाता है।
- मिले एनर्जी का डोज़ : अगर आपको कई बार थकान कमजोरी महसूस होती है , कोई काम में आपका दिल नहीं लगता है, सिर दर्द या चक्कर आने की शिकायत रहती है तो इसकी वजह ऊर्जा की कमी भी हो सकती है। इसके लिए आप हर रोज सुबह 8 से 10 भिगोए बादाम दूध के साथ खायें। आप चाहे तो जिम से लौटने के बाद भी बादाम खा सकते हैं इससे आपकी एनर्जी लेवल बढ़ेगी।
- मधुमेह में बादाम : मधुमेह पीड़ित व्यक्ति नियमित रुप से बादाम का सेवन करता है तो उसका ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है।
- हड्डियोंकी बढ़ती है ताकत : बादाम में मौजूद कई जरूरी विटामिंस और मिनरल्स जैसे की कैल्शियम और फास्फोरस हड्डियों की मरम्मत और विकास के लिए जरूरी होते हैं। रोजाना बादाम का सेवन आपके भविष्य के हड्डियों की मजबूती लंबे समय तक बनाए रखता है।
- बढ़ाता है प्रतिकारक्षमता : बादाम में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स और विटामिंस आपकी इम्यूनिटी पावर को बढ़ाता है और कई बीमारियों से लड़ने की ताकत भी देता है।
- त्वचा के लिए भी है उपयोगी : प्रतिदिन बादाम का सेवन आपकी त्वचा को बनाता है स्वस्थ सुंदर और बेदाग। बादाम का सेवन आपकी त्वचा के कई प्रॉब्लम जैसे पिंपल्स, ब्लैकहेड्स, चेहरे के दाग धब्बे, झुर्रियां आदि से निजात दिलाता है।
- रात में पानी में कुछ बदाम भिगो कर सुबह इनका दूध मिलाकर पेस्ट बनाकर चेहरे पर करीब आधा घण्टा लगाकर रखें। धीरे धीरे आपकी त्वचा सुंदर और बेदाग होगी।
- अगर आपकी त्वचा डार्क और रहे हो रही है तो बादाम के पेस्ट में शहद मिलाकर लगाकर रखें इससे धीरे धीरे त्वचा को मॉइश्चराइजर मिलकर त्वचा का पोषण होगा और त्वचा ग्लो करेगी। बादाम के पेस्ट में 1 – 2 बूंद चंदन का तेल और गुलाबजल मिलाकर रोजाना लगाने से चेहरे का कालापन कम होता है।
- ब्लैक हेड्स के लिए बादाम के पाउडर में गुलाबजल मिलाकर ब्लैक हेड्स पर लगाएं और रगड़ कर धो ले इसे ब्लैक हेड्स कम हो जाएंगे।
- बादाम तेल से हर रोज रात को सोने के पहले चेहरे की मसाज करने से भी चेहरे की त्वचा चमक उठेगी।
- आंखों के काले घेरों के लिए प्रतिदिन बादाम के तेल से मालिश करने से धीरे-धीरे कालापन कम हो जाएगा।
- बालों को देता है पोषण : बादाम के तेल से हर रोज सिर की मालिश करने से बालों को अच्छा पोषण मिलता है। बालों की कई तरह की समस्या जैसे सफेद बाल , बालों में रूसी , बालों का झड़ना आदि में बादाम के तेल के प्रयोग से लाभ मिलता है। बादाम की गिरी में पाए जाने वाला मैग्नीशियम बालों की ग्रोथ को बढ़ाता है। नियमित रुप से बादाम का सेवन कर आप काले , लंबे , घने बाल जरूर पा सकते हैं।
बादाम के कुछ अन्य घरेलू प्रचलीत प्रयोग (Almond Home Remedies in Hindi)
- हर रोज रात को कुछ बादाम पानी में भिगो दीजिए और सुबह में उनका नीचे बताए हुए अलग अलग तरीकों से अलग अलग समस्याओं के लिए प्रयोग कीजिए।
- लगातार हो रही खासी और निकलनेवाले कफ से आप परेशान हैं तो मिश्री में 5 बादाम का पेस्ट मिलाकर दिन में 2 बार खाएं इससे आपको आराम मिलेगा।
- चिंता और तनाव को दूर करने के लिए कुछ बादाम का पेस्ट आधा चम्मच जायफल और एक चुटकी सौंठ पावडर मिलाकर दूध या पानी से लेने पर लाभ मिलेगा।
- कुछ हफ़्तों तक लगातार हर रोज सुबह 10 बादाम दूध के साथ खाने से एनीमिया में फायदा होगा।
- पीलिया में 6 बादाम , तीन छोटी इलाइची और दो छुआरा याने कि सूखे खजूर को रात को पानी में भिगोकर सुबह इन का पेस्ट बनाकर मिश्री और मक्खन के साथ खाने में फायदा होगा।
- याददाश्त बढ़ाने के लिए 10 बादाम का पेस्ट दो चम्मच मक्खन और थोड़ी सी मिश्री में मिलाकर दूध के साथ लेने से स्मरण शक्ति बढ़ेगी।
- जिन व्यक्तियों को सिर दर्द की समस्या हो उन्होंने हर रोज अपने नाक में बादाम के तेल की दो दो बूंदें कुछ समय के लिए डालिए। इससे सिर दर्द कम होगा और मानसिक दुर्बलता भी दृर होगी।
- जो बच्चे देरी से बोलना सीख रहे हैं उन्हें रात को भिगोई हुई और छिली हुई बादाम की गिरी मक्खन के साथ खिलाएं। वह बोलने लगेंगे।
रोजाना कितने बादाम खाना चाहिए ?
बादाम खाने के सीमा प्रति व्यक्ति अलग अलग हो सकती है। अगर आपको वजन बढ़ाना है तो आपको बादाम खाने की संख्या बढ़ाने होगी और कम करना है तो थोड़ी कम करनी होगी। प्रतिदिन आप करीब 20 बदाम तक खा सकते हैं। साथ ही कोशिश कीजिए कि आप बादाम को छिल्के सहित या छिलकेरहित पर भिगोकर ही खाएं इससे इन के पोषण तत्वों में वृद्धि होगी। कभी भी तले हुए या रोस्टेड बादाम ना खाए। अगर आपको कच्चा बादाम खाना है तो इसे इसके ब्राउन स्किन के साथ खाएं क्योंकि इसमें फ्लेवोनॉइड्स होते हैं।
बादाम खाने के नुक़सान क्या हैं ?
जहां एक तरफ बादाम असीम गुणों से भरा हुआ है वही अगर इसे गलत तरीके से या आवश्यकता से अधिक मात्रा में खाया जाए तो इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं जैसे कि :-
- जरूरत से ज्यादा सेवन आपके पेट में गड़बड़ी कर सकता है जैसे की कब्ज दोस्त पेट दर्द मरोड़ आना जी मचलाना आदि।
- बादाम का अतिसेवन आपका मोटापा भी बढ़ाता है।
- किडनी, गॉल ब्लेडर में स्टोन वालों को बादाम का सेवन नुकसान पहुंचाता है।
- विटामिन ए की अधिकता के कारण सिर दर्द , आंखों का धुंधलापन , दस्त आदी समस्याएं भी हो सकती है।
- अगर किसी को बादाम खाने से एलर्जी है तो उसे इसके सेवन से बचना चाहिए।
इस तरह बादाम एक बहुत ही स्वास्थ्यवर्धक ड्रायफ्रूट माना जाता है और पूरी दुनिया में इसका काफी उपयोग होता है। हर रोज एक मुट्ठी भर ड्रायफ्रूट जिसमें बादाम और अखरोट अवश्य हो, को खाने से आप स्वास्थ्य के कई लाभ हो सकते हैं।
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मेरा नाम है डॉ पारितोष त्रिवेदी और मै सिलवासा, दादरा नगर हवेली से हूँ । मैं 2008 से मेडिकल प्रैक्टिस कर रहा हु और 2013 से इस वेबसाईट पर और हमारे हिन्दी Youtube चैनल पर स्वास्थ्य से जुड़ी हर जानकारी सरल हिन्दी भाषा मे लिख रहा हूँ ।