सूरज की तपतपाती धुप (Sunlight) से हर कोई बचने की कोशिश करता हैं। किसी को धुप से अपना रंग काला होने का डर लगता है तो किसी को त्वचा का कैंसर होने का डर सताता हैं। सूरज की धुप से जुडी असली जानकारी के अभाव में हम अपना ही नुकसान कर बैठते हैं।
असल में दिन की धुप जितनी हमारे स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह है उतनी ही फायदेमंद सुबह और शाम की धुप होती हैं। कई देशों में तो लोग केवल इस धुप का पूरा फायदा लेने के लिए Sunbath या धुप सेकना / धुप स्नान करते हैं।
धूप सेकने के लिए सर्दियों से बेहतर महीने कौन से हो सकते हैं। धूप हमारी सेहत के लिए बहुत जरुरी है। धुप सेंकने का महत्व और इससे शरीर को होनेवाले विविध लाभ की जानकारी निचे दी गयी हैं :
धुप-स्नान / धुप सेंकने के फायदे
(Health benefits of Sun Bath in Hindi)
- मानसिक स्वास्थ्य / Mental Health : सूर्य का प्रकाश रेटिना के कुछ विशेष हिस्से को सक्रिय करता है और इसके कारण सिरेटोनिन का स्त्रावण होता है। सिरेटोनिन मूड को बेहतर बनाने के लिए जाना जाता है। डिप्रेशन और तनाव से उबरने के लिए भी सिरेटोनिन मददगार होता है।
- कैंसर / Cancer : हालांकि ज्यादा धूप में बैठने से त्वचा का कैंसर होने का खतरा रहता है लेकिन अगर सही तरीके से और सही मात्रा में धूप का सेवन किया जाए तो यह त्वचा संबंधी बीमारियों से बचाव में फायदेमंद होता है। सुबह 8 से पहले और शाम 5 बजे के बाद की धुप त्वचा के लिए बेहतर मानी जाती हैं। जहां धूप नहीं पहुंचती उन जगह पर रहने वालों में कई तरह की बीमारियां पनपती है।
- रोगप्रतिकार शक्ति / Immunity : श्वेत रक्त कोशिका जिसे Lymphocytes भी कहते हैं उनकी संख्या धूप उपलब्ध होने पर बढ़ती है। किसी भी बीमारी के खिलाफ शरीर में प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने में इनके हम भूमिका होती है और इस लिहाज से धूप सेकने का एक विशेष महत्व है।
- हड्डियों की मजबूती / Strong Bones : सूर्य की किरणों में मौजूद अल्ट्रावायलेट प्रकाश के संपर्क में आने से विटामिन डी का निर्माण होता है और इस विटामिन की देखरेख में ही शरीर में भोजन से कैल्शियम का अवशोषण होता है और कैल्शियम से हड्डियों को मजबूती मिलती है।
- त्वचा उपचार / Skin Treatment : सभी व्यक्ति के लिए लाइट थेरेपी के रूप में अल्ट्रावायलेट रेडिएशन विभिन्न त्वचा संबंधी रोग को ठीक करने में सहायक होता है। इसकी मदद से पीलिया, एग्जिमा वगैरे का इलाज भी होता है।
- नींद / Sleep : सूरज की धुप से मेलाटोनिन हॉर्मोन सक्रीय होता है जिससे रात में बेहतर नींद आती हैं।
- दृष्टि बेहतर होती है / Eye Sight : धुप से निकट दृष्टि दोष या मायोपिया ठीक होता है। जिन लोगों को दूर की चीजें देखने में धुंधलापन का सामना करना पड़ता है उनके लिए भी यह अच्छा है। सूरज की रोशनी या उजाला लेंस और रेटिना के बीच पर्याप्त दूरी रखने में मदद करता है और दृष्टी ठीक रहती है।
- मस्तिष्क / Brain : सूर्य के प्रकाश में शरीर में विटामिन डी बनता है जिससे दिमाग का कामकाज बेहतर होता है। अध्ययन में स्पष्ट हुआ है कि सूर्य के प्रकाश में दिमाग के हिस्से में कोशिकाओं की ग्रोथ होती है। यह हिस्सा मेमोरी का निर्माण करता है।
- कोलेस्ट्रोल / Cholesterol : सूर्य का प्रकाश शरीर में मौजूद हाई कोलेस्ट्रॉल को स्टेरॉयड हॉर्मोंस और अन्य हारमोंस में बदलता है जो प्रजनन के लिए जरूरी होते हैं। बिना पर्याप्त सूर्य के प्रकाश के उल्टी प्रक्रिया होती है और स्टेरॉयड कोलेस्ट्रॉल में बदल जाते हैं।
- विकास / Growth : रोजाना सूर्य के प्रकाश में पर्याप्त समय बिताना बच्चों के ग्रोथ और उनके कद के बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है। यह खासकर बच्चों के शुरूआती वर्षों में महत्वपूर्ण हैं। रिपोर्ट्स बताती है कि बच्चे के शुरूआती महीने में सूर्य का प्रकाश विकास पर असर डालता है। इसलिए छोटे बच्चों को सुबह की धुप में मालिश करने की रीत भारत में चली आ रही हैं।
- ब्लड प्रेशर / Blood Pressure : जब सूर्य के प्रकाश का संपर्क त्वचा से होता है तो रक्त में नाइट्रिक ऑक्साइड नामक कंपाउंड रिलीज होता है जो ब्लड प्रेशर को कम करता है। इसकी वजह से हार्ट अटैक या लकवे की आशंका कम होती है।
धुप स्नान कैसे करे ? (How to do Sun Bath in Hindi)
धुप स्नान करने की विधि निचे दी गयी हैं :
- धूपस्नान / Sunbath करते समय शुरुआत में 5 मिनिट सामने की तरफ और फिर 5 मिनिट पीछे की तरफ करे। इस तरह रोजाना एक-एक मिनिट धुप-स्नान का समय बढ़ाये। शरीर के ज्यादा से ज्यादा हिस्से पर धुप लेने की कोशिश करे। शरीर के 40% हिस्से पर धुप स्नान अवश्य करे।
- अगर आपकी त्वचा सफ़ेद / गोरी (light) है तो 20 मिनिट से अधिक धुप स्नान न करे। अगर आपकी त्वचा अधिक सावली / काली (dark) है तो आप 40 मिनिट तक धुप स्नान कर सकते हैं।
- सप्ताह में 3 से 4 बार धुप स्नान अवश्य करे।
- धुप स्नान करते समय अगर शरीर पर सनस्क्रीन / नारियल / तिल तेल या अन्य कोई आयुर्वेदिक तेल लगाए तो और लाभ होता हैं।
- सूरज की रौशनी आँखों पर न पड़ने दे। इसके लिए आप sunglasses भी पहन सकते हैं।
- कुछ विशेषज्ञ सुबह 10 से दोपहर 2 का समय धुप स्नान के लिए बेहतर बताते है। अगर इस समय आप धुप स्नान कर सकते है तो अच्छा हैं। आपके पास समय नहीं है या आप इतनी धुप सहन न कर सके तो सुबह की तजि धुप या शाम की धुप में भी धुप स्नान कर सकते हैं।
अगर आपको धुप स्नान से त्वचा में जलन होती है तो इसका समय कम रखे। मौसम और अपने प्रकृति के हिसाब से धुप स्नान का समय कम ज्यादा करे।
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मेरा नाम है डॉ पारितोष त्रिवेदी और मै सिलवासा, दादरा नगर हवेली से हूँ । मैं 2008 से मेडिकल प्रैक्टिस कर रहा हु और 2013 से इस वेबसाईट पर और हमारे हिन्दी Youtube चैनल पर स्वास्थ्य से जुड़ी हर जानकारी सरल हिन्दी भाषा मे लिख रहा हूँ ।