वर्तमान समय में अंग्रेजी दवा का ज्यादा प्रयोग किया जाता है इसलिए मेडिकल का business बहुत अधिक तेजी से विकास कर रहा है और Entrepreneurs को अधिक मार्जिन से मुनाफ़ा हो रहा है | दुनिया में तीसरा बड़ा Pharmaceutical Industry भारत में है। आख़िरी दशक में Pharmaceutical market 15% की दर से बढ़ा है।इस article में हम देखेंगे की भारत में Pharmacy business और मेडिकल shop कैसे शुरू करे।
फार्मेसी बिज़नेस या मेडिकल स्टोर कैसे खोलें ?
- Business Registration: – भारत में Pharmacy business या Medical shop खोलने के लिए Business Registration करना होता है। Store प्रारूप के आधार पर Pharmacy Business को चार भागों में विभाजित किया गया है। वह इस प्रकार है :
- Hospital Pharmacy :- इससे हमारा तातपर्य है वह shop जो hospital के अंदर होती है और वहाँ Hospital के doctors द्वारा लिखी गयी दवाईयाँ मरीज़ों को उपलब्ध करा कर बिक्री करता है।
- Chain Pharmacy :- Chain Pharmacy का मतलब होता है की किसी भी बड़ी कंपनी की फ्रैंचाइयची लेकर खोला जाता है जिससे एक कंपनी के मेडिकल स्टोर अलग अलग शहरों में, इलाक़ो में खोले जा सकते है।
- Township Pharmacy :– Township Pharmacy के अंतर्गत वह medical shop जो हम किसी भी बस्ती में जाकर खोल सकते है business registration कराने के बाद और बस्ती के लोगो को दवाइयाँ उपलब्ध करा सकते है।
- Stand Alone Pharmacy :- Stand Alone Pharmacy के अंतर्गत उन मेडिकल shop का business registration किया जाता है जो किसी रिहायशी कॉलोनी ,इलाक़ो में मेडिकल shop खोली जाती है और वहाँ के लोगों को दवाईयाँ उपलब्ध कराई जाती है। गली मोहल्लो में अधिकतर मेडिकल स्टोर इसी के अंतर्गत register होते है।
- Tax Registration:- 1 जुलाई, 2017 से Goods and Service tax (GST) आ चुका है। आपको अपना Madical Store GST के लिए register करना होता है और CST और VAT का registration कराना जरूरी नहीं होता। यदि एक वित्तीय वर्ष में aggregate turnover तय सीमा से ज्यादा हो जाता है तो GST registration कराना आपके लिए जरूरी हो जाता है। GST Council ने सभी राज्यों के लिए यह सीमा 20 लाख रूपये रखी है जबकि North -Eastern Hilly राज्यों के लिए 10 लाख रुपए रखी है। जिस व्यक्ति के पास मेडिकल स्टोर है उसको Income Tax return भी भरनी होती है। यह Income Tax efiling भी हो सकती है। ITR 4s फॉर्म में Income tax efiling होगी और जिस व्यक्ति का turnover 20 लाख रुपए से ज्यादा होता है वह ITR 4s ,44AD में Income Tax return efiling करेगा।
- ISO Certification: – OHSAS180001 एक ISO Certification का standard है जो Health और safety व्यवसाय के लिए व्यापक रूप से मान्य है जो की मेडिकल से उपलब्ध होने वाली सेवाओं की गुणवत्ता को बताता है। यह सगंठन में उपस्थित सभी की Health और सुरक्षा का सुरक्षात्मक प्रणाली बताता है। ISO Certification in India Medical Business के लिए अतिआवश्यक है।
- Drug License: – Pharamcy Business और Medical Shop खोलने के लिए Drug License लेना बहुत ही महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। बिना Drug License के आप Medical shop शुरू नहीं कर सकते है। यह केंद्रीय पर राज्य स्तरीय औषधि मानक नियंत्रण सगंठन (Central or State Drugs Standard Control)द्वारा जारी किया जाता है। Pharmacy business शुरू के लिए Drug License अधिकतर राज्य स्तरीय द्वारा जारी दो प्रकार से किया जाता है वह इस प्रकार है :
- Retail Drug License (RDL):- यह Retail Chemist Shop के लिए जारी किया जाता है।
- Wholesale Drug License (WDL):– यह उस व्यक्ति और agencies को जारी किया जाता है जो Drugs और Medical का थोक का काम करते है।
- अधिक्तर राज्यों में, Retail Drug License जारी उसी को किया जा सकता है जिसके पास Pharmacy की मान्य Degree और diploma है। लेकिन यह शर्त Wholesale Drug License के लिए जरूरी नहीं है।
- तकनीकी कर्मचारी वर्ग:-
- थोक विक्रेता:- थोक में दवाईयाँ की बिक्री केवल registered Pharmacist के सामने ही की जा सकती है या फिर वह व्यक्ति जो graduate हो और दवाइयाँओ की जानकरी का कम से कम 1 साल का अनुभव रखता है |
- फूटकर बिक्री:- फुटकर दवाइयाँ की बिक्री में registered Pharmacist जो की Pharmacist department द्वारा approved हो और कार्यशील घंटो में Pharmacist का medical shop पर होना जरूरी होता है |
Drug License प्राप्त करने के लिए documents की आवश्यकता होती हैं ?
Drug License प्राप्त करने के लिए अलग अलग राज्यों में अलग अलग documents होते है | जिनमे से कुछ जरूरी documents बताये गए है वे इस प्रकार है:
- निर्धारित प्रारूप में आवेदन पत्र।
- आवेदक का नाम, पद और हस्ताक्षर किया हुआ कवर लेटर।
- फीस चालान, Drug License प्राप्त करने के लिए।
- Declaration form निर्धारित प्रारूप में।
- Business Plan की कॉपी।
- जगह और सामान पर मालिकाना अधिकार का आधार।
- अगर जगह किराये पर ली है तो स्वामित्व का आधार।
- Registered Pharmacist का शपथ पत्र।|
- यदि pharmacist नौकरी पर रखा गया है तो नियुक्ति पत्र Medical shop पर होना जरूरी होता है।
- Registered Business का सबूत (Incorporation certificate / AOA / MOA / Partnership Deed).
Pharmacy Business Medical Shop शुरू करने के लिए Land Registration. Medical Shop Registration, Pharmacy License, Company registration और ISO Certification आदि जरूरी प्रक्रिया पूरी कर लेनी चाहिए। इन सबके बिना आप मेडिकल शॉप नहीं खोल सकते। Pharmacy की डिग्री और Diploma होना जरूरी है Medical shop खोलने के लिए। उम्मीद करते है आपको हम Medical shop खोलने से related सभी जानकारी उपलब्ध करा पाए है। यह जानकरी आपको अपनी Medical shop और Pharmacy Business शुरू करने में आपकी मदद करेगी।
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मेरा नाम है डॉ पारितोष त्रिवेदी और मै सिलवासा, दादरा नगर हवेली से हूँ । मैं 2008 से मेडिकल प्रैक्टिस कर रहा हु और 2013 से इस वेबसाईट पर और हमारे हिन्दी Youtube चैनल पर स्वास्थ्य से जुड़ी हर जानकारी सरल हिन्दी भाषा मे लिख रहा हूँ ।