Chocolates का नाम सुनकर अगर मुंह में पानी आता है तो दिमाग में तुरंत एक चेतावनी भी गूंज जाती है की चॉकलेट मतलब ढेर सारी हानिकारक Calories. पिछले कुछ ही समय में ढेर सारे शोध और अध्ययन यह बात साबित कर चुके हैं चॉकलेट हमें कई सारे स्वास्थ्य फायदे भी पहुंचा सकती है बशर्ते उसका उपयोग सीमा में हो। शायद खान-पान और स्वास्थ्य से जुड़ी इस सीमा को ध्यान में रखना सबसे अहम है।
असल में चॉकलेट का व स्वरूप जो सबसे ज्यादा खाया जाता है वह है शक्कर से भरी मीठी चॉकलेट। डार्क चॉकलेट इसकी तुलना में कम पसंद की जाती है। अब जाहिर है कि ज्यादा शक्कर तो यूं भी सेहत के लिए हर तरह से नुकसानदायक होती है, बस इसीलिए ही चॉकलेट को हानिकारक खाद्य समझा जाता रहा है। फायदे के लिए हफ्ते में दो बार सीमित मात्रा में डार्क चॉकलेट खाना ठीक है।
यदि आपको रोज चॉकलेट खाने की आदत है तो भूल जाइए कि इससे फायदा पहुंचेगा क्योंकि कैलरीज के मामले में तो यह भरपूर होगा, आखिर चॉकलेट जो ठहरीं ! नियंत्रित मात्रा में Dark Chocolates खाने से हमारे शरीर और स्वास्थ्य को क्या फायदे होते है इसकी जानकारी निचे दी गयी हैं :
डार्क चॉकलेट खाने के स्वास्थ्य लाभ ! Health Benefits of Dark Chocolate in Hindi
कोको के बीजों से बनी शुद्ध डार्क चॉकलेट सदियों से स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद मानी जाती रही है। आइए जानें इसके स्वास्थ्य फायदे के बारे में :
- हृदय रोग से बचाव : पोषण से भरी डार्क चॉकलेट को संतुलित सेवन हर व्यक्ति के लिए लाभदायक है। यह हृदय रोगों से बचने में भी मदद कर सकती है। इससे ऑक्सीडाइज्ड LDL यानी Bad Cholesterol की मात्रा को कम करने में भी मदद मिलती है। खासतौर पर पुरुषों के मामले में यह अधिक लाभकर हैं।
- जवान बने रहे : डार्क चॉकलेट में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट हमारी त्वचा पर उम्र के निशानों को बढ़ने की गति को धीमा करते हैं। इसमें पॉलीफेनोल्स और फ्लेवेनॉल्स जैसे कई सारे ऑर्गेनिक कंपाउंड होते हैं जो एंटी-ऑक्सीडेंट्स की तरह व्यवहार करते हैं। यही नहीं तेज धूप में यह त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों से बचाने में सहायक हो सकती है।
- निरोगी त्वचा : यह त्वचा में नमी बनाए रखती है और लचीलापन भी बनाए रखती है। यही कारण है कि आजकल स्पा में भी इसका प्रयोग कई थेरेपी में होने लगा है।
- मिनरल का खजाना : डार्क चॉकलेट मिनिरल से भी भरपूर है। इसमें आयरन, मैग्नीशियम, कॉपर, मैग्नीज, और पोटेशियम, फॉस्फोरस तथा जींस जैसे कई मिनरल्स होते हैं। साथ ही फाइबर भी मौजूद होता है।
- खाँसी से राहत : अगर आपको बार-बार खांसी आ रही है तो डार्क चॉकलेट इससे आपको राहत पंहुचा सकता हैं। इसमें थेओब्रोमीन है जो खांसी को कम करने में मदद करता हैं।
- ब्लड प्रेशर नियंत्रण : ब्लड फ्लो यानी रक्त संचरण को भी डार्क चॉकलेट सुचारू बनाती है और ब्लड प्रेशर को बढ़ने से रोकती है।
- ब्लड शुगर नियंत्रण : यह आश्चर्यजनक हो सकता है लेकिन यह भी सच है कि डार्क चॉकलेट को सीमित मात्रा में सेवन ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में भी मदद कर सकता है।
- पॉजिटिव सोच : कोको में रक्त संचरण को सुचारू बनाए रखने की क्षमता होती है और यह मस्तिष्क तक ब्लड फ्लो की गति को अच्छा बनाए रखता है इसीलिए मानसिक सेहत पर भी डार्क चॉकलेट का पॉजिटिव असर होता है। यह मन को सुकून पहुंचाने और ख़ुशी का एहसास दिलाने में सहायता करती है।
- स्वस्थ दांत : डार्क चॉकलेट में थियोब्रोमाइन भी होता है जो दांतों में कैविटी के चांसेस को भी कम करता है लेकिन इसके लिए भी रेगुलर ब्रश करना और हाइजीन का ध्यान रखना है भी पहली शर्त है। साथ ही थियोब्रोमाइन में कफ कि स्थिति में फायदा पहुंचाने का भी गुण होता है।
- दर्द नाशक : शोध यह कहते हैं कि डार्क चॉकलेट महिलाओं में पीरियड्स की स्थिति में मूड कंट्रोल से लेकर पेन रिलीवर की भूमिका निभा सकते हैं।
- तनाव कम करे : डार्क चॉकलेट खाने से शरीर में तनाव दूर करनेवाले हॉर्मोन सेरोटोनिन का स्तर बढ़ जाता हैं जिससे तनाव कम करने में सहायता होती हैं।
- वजन कम करे : हफ्ते में 3 बार 70 से 80 % कोको युक्त डार्क चॉकलेट खाने से आपका वजन कम होने में सहायता होती हैं। इसमें फाइबर अधिक होने से पेट अधिक समय तक भरा रहने का एहसास होता है और हम अधिक खाने की आदत से बच सकते हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट होने से चयापचय की गति बढ़ जाती हैं जिससे अतिरिक्त कैलोरीज और फैट बर्न हो जाते हैं।
मित्रों, डार्क चॉकलेट हमारे सेहत के लिए उपयोगी जरुरी है पर यह बात ध्यान में रखे की हफ्ते में 3 से अधिक बार इसे खाना भी आपके सेहत को नुकसान पंहुचा सकता हैं। अगर आप इसे नियंत्रित सिमा में खा रहे है तो अगली बार आपको डार्क चॉकलेट खाने पर अवश्य कोई नहीं टोकेगा !मैं यह पर निरोगिकाया टीम द्वारा बहुत धन्यवाद देना चाहूंगा हमारे पाठक प्रियेश यादव जी का जिन्होंने हमें यह जानकारी ईमेल द्वारा यहाँ प्रकशित करने के लिए भेजी हैं।
अगर आपको यह लेख उपयोगी लगता है तो कृपया इस लेख को निचे दिए गए बटन दबाकर अपने Facebook, Whatsapp या Tweeter account पर share करे !
मेरा नाम है डॉ पारितोष त्रिवेदी और मै सिलवासा, दादरा नगर हवेली से हूँ । मैं 2008 से मेडिकल प्रैक्टिस कर रहा हु और 2013 से इस वेबसाईट पर और हमारे हिन्दी Youtube चैनल पर स्वास्थ्य से जुड़ी हर जानकारी सरल हिन्दी भाषा मे लिख रहा हूँ ।