भारत में TB रोग के कारण हर वर्ष लाखों लोगों की मृत्यु हो जाती हैं। भारत सरकार की ओर से TB की रोकथाम करने के लिए अनेक कार्यक्रम और प्रयास करने के बावजूद भी TB का पूरी तरह से सफाया नहीं हो पाया हैं। सरकार की ओर से मुफ्त जांच और दवा दिए जाने के बाद भी कई रोगी नियमित दवा और पौष्टिक आहार के अभाव के कारण TB के शिकार हो जाते हैं।
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आज इस लेख में हम आपको TB के रोगी ने कैसा आहार लेना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए इसकी जानकारी दे रहे हैं :
TB के रोगी ने क्या खाना चाहिए और क्या नहीं ? TB patient diet chart in Hindi
शरीर में कही पर भी TB क्यों न हों TB रोग में रोगी की भूख कम हो जाती हैं। TB के रोगी को जो दवा दी जाती है उसका असर भी रोगी के लिवर पर होता है जिसकी वजह से पाचन शक्ति कमजोर रहती है और रोगी की भूख और कम हो जाती हैं। इन बातों को ध्यान में रखकर TB के रोगी का diet plan करना होता है जिससे रोगी को पौष्टिक आहार भी मिले और साथ ही भोजन का पेट पर अधिक भार न पड़े।
TB के रोगी ने कैसा आहार लेना चाहिए ?
TB के रोगी को ऐसा आहार देना चाहिए जो आसानी से पच सके, पौष्टिक हो और अधिक खर्चीला ना हो। TB के रोगी का ईलाज 6 महीने से लेकर 2 साल तक चल सकता है इसलिए इसमें लम्बे समय तक आहार का विशेष ख्याल रखना जरुरी होता हैं।
- खिचड़ी : खिचड़ी एक ऐसा प्रचलित आहार है जो की हर बीमारी में रोगी को दिया जाता हैं। मुंग दाल की खिचड़ी हो या दाल, चावल और मिक्स सब्जी की, यह आसानी से पच जाती है और इसमें प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट्स भी मिल जाते हैं। यह हर बीमारी का श्रेष्ठ आहार हैं।
- दूध : दूध यह शाकाहारी लोगों के लिए प्रोटीन का अच्छा स्त्रोत हैं। आप चाहे तो दूध में प्रोटीन पाउडर मिलाकर सुबह शाम भी पी सकते हैं। दूध पिने से TB के रोगी को एसिडिटी की समस्या भी नहीं होती हैं।
- रवा लाडू : TB के रोगी को भूख की कमी से कमजोरी और वजन कम हो जाता हैं। रवा का लाडू खाने से रोगी को ऊर्जा मिलती है, साथ ही यह आसानी से पाचन भी हो जाता हैं।
- साबुत अनाज : TB के रोगी को आहार में फाइबर और विटामिन बी काम्प्लेक्स युक्त भूरे चावल, चोकर युक्त गेहू जैसे साबुत अनाज देना चाहिए।
- हरी सब्जियां : TB में रोगी को रोजाना आहार में कोई हरी सब्जी अवश्य देना चाहिए। करेला, मेथी, पालक, पत्तागोभी, मटर, चुकंदर, ब्रोकोली जैसी हर सब्जियों में अनेक पौष्टिक तत्व होते है। इसके साथ ही गाजर, शिमला, टमाटर, ककड़ी, निम्बू आदि का प्रयोग भी करे जिसमे विटामिन C और एंटीऑक्सिडेंट्स होते है जिससे शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ती हैं।
- फल : आपको अपने आहार में रोजाना एक फल को भी शामिल करना चाहिए। केला, सेब, अनार, आंवला, पपीता, अमरुद, चीकू, आम, अंगूर इत्यादि फलों में विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट अधिक होते हैं। ध्यान रहे की कच्चे और खट्टे फल का सेवन न करे।
- पानी : आपको रोजाना 8 से 10 ग्लास स्वच्छ पानी पीना चाहिए। गर्मी में अधिक तो ठण्ड में कम पानी की आवश्यकता हो सकती है। आपने इतना पानी पीना चाहिए की कभी आपकी जीभ सुखी ना रहे और आपके पेशाब का रंग अधिक पीला ना हो। पानी के साथ आप तरल पदार्थ में नारियल का पानी या फ्रूट जूस भी ले सकते हैं। अधिक ठंडा पानी या जूस नहीं पीना चाहिए।
- आंवला : जैसे की हम सभी जानते हैं, आंवला के नियमित सेवन से शरीर की इम्युनिटी बढ़ती है जिससे शरीर किसी भी रोग का अच्छे से मुकाबला कर पाता हैं। आप चाहे तो रोजाना एक आंवला खा सकते हैं, आंवले का चूर्ण सेवन कर सकते हैं या फिर आंवला का जूस भी पी सकते हैं।
- मांसाहार : आपको TB में अधिक मांसाहार नहीं करना चाहिए। आप चाहे तो अंडे और मछली का सेवन कर सकते हैं। चिकन, मटन आदि पचने में भारी होने के काऱण इनका सेवन कम करे।
- प्रोटीन : TB में रोगी अधिक कमजोर हो जाता है और शारीरिक क्षति अधिक पहुँचती हैं। इसके लिए रोगी को आहार से पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन की खुराक मिलना बेहद जरुरी होता हैं। प्रोटीन के लिए आप दूध, दही, पनीर, सोयाबीन, ड्राई फ्रूट्स, मूंगफली, अंडा, मछली आदि ले सकते हैं। अवश्य पढ़े – प्रोटीन के आहार स्त्रोत की जानकारी
- TB के रोगी को अधिक तीखा, तला हुआ और मसालेदार आहार नहीं देना चाहिए। TB के रोगी की दवा के कारण पहले से ही थोड़ी एसिडिटी की समस्या होती है और ऐसे में ऐसा आहार लेने से एसिडिटी बढ़ने का खतरा रहता हैं।
- TB के रोगी ने धूम्रपान, शराब, गुटखा, तम्बाखू आदि कोई नशा बिलकुल नहीं करना चाहिए। नशे से रोगी की हालत गंभीर हो सकती हैं।
- TB के रोगी ने कोल्ड ड्रिंक्स और ठंडा जूस या ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए। इससे खांसी बढ़ने का खतरा रहता हैं।
- TB के रोगी की रोगप्रतिकार शक्ति कमजोर रहती है इसलिए केवल घर पर बना ताजा आहार ही खाना चाहिए। होटल में बना हुआ आहार या बांसी खाना नहीं खाना चाहिए।
- अधिक फैट युक्त आहार नहीं लेना चाहिए।
मेरा नाम है डॉ पारितोष त्रिवेदी और मै सिलवासा, दादरा नगर हवेली से हूँ । मैं 2008 से मेडिकल प्रैक्टिस कर रहा हु और 2013 से इस वेबसाईट पर और हमारे हिन्दी Youtube चैनल पर स्वास्थ्य से जुड़ी हर जानकारी सरल हिन्दी भाषा मे लिख रहा हूँ ।
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