ब्लड कैंसर जैसे रोग का पता अगर समय रहते चल जाये और तुरंत उपचार शुरू करे तो इसे और अधिक फैलने से रोका जा सकता हैं और रोगी की आयु बढ़ाई जा सकती हैं। ब्लड कैंसर जैसे रोग से लड़ने के लिए आपको इसके उपचार के लिए किये जानेवाले विविध चिकित्सा पद्धति की जानकारी होना आवश्यक हैं।
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आज इस लेख में हम आपको ब्लड कैंसर के एलॉपैथिक, आयुर्वेदिक और योग उपचार की जानकारी दे रहे हैं। ब्लड कैंसर के विविध उपचार की अधिक जानकारी निचे दी गयी हैं :
ब्लड कैंसर का एलॉपैथिक, आयुर्वेदिक और योग उपचार
(Ayurveda and Yoga Treatment of Blood Cancer in Hindi)
ब्लड कैंसर का उपचार कैसे किया जाता हैं ?
(Treatment of Blood Cancer in Hindi)
- कीमोथेरेपी / Chemotherapy : औषधि का उपयोग कर ब्लड कैंसर के पेशी को नष्ट किया जाता हैं। कीमोथेरेपी मौखिक रूप से गोली देकर या फिर नस में सलाइन द्वारा इंजेक्शन देकर भी की जाती हैं। ब्लड कैंसर के प्रकार के अनुसार आपको केवल एक दवा या फिर दो-तीन दवा को मिक्स दिया जाता हैं।
- बायोलॉजिकल थेरेपी / Biological Therapy : ब्लड कैंसर में रोगी की रोग प्रतिकार शक्ति कमजोर होती हैं। ऐसे रोगी में इंजेक्शन देकर रोग प्रतिकार शक्ति को बढ़ाया जाता है जिससे शरीर की रोग विरोधी पेशी ब्लड कैंसर के पेशी को नष्ठ करने लगती है और ब्लड कैंसर के पेशी का विकास रुक जाता हैं।
- लक्षित उपचार / Targeted Therapy : इस उपचार में ऐसी दवा दी जाती है जिससे ब्लड कैंसर के पेशी का विकास होना थम जाता हैं और उनकी संख्या घट जाती हैं।
- विकिरण चिकित्सा / Radiation Therapy : रेडिएशन थेरेपी में X-RAY या अधिक ऊर्जा वाली किरणों का उपयोग कर ब्लड कैंसर के पेशी को नष्ट किया जाता हैं। रेडिएशन आवश्यकतानुसार सम्पूर्ण शरीर पर या केवल एक अंग पर भी किया जा सकता हैं।
- स्टेम सेल प्रत्यारोपण / Stem Cell Transplant : स्टेम सेल ट्रांसप्लांट में प्रथम कीमोथेरेपी या रेडिएशन देकर आपके शरीर के विकृत बोन मेरो को नष्ट किया जाता है जिससे बोन मेरो के सारे ब्लड कैंसर पेशी का खात्मा हो जाता हैं। इसके बाद आपके शरीर के ही स्वस्थ स्टेम सेल या फिर किसी डोनर के स्टेम सेल को बोन मेरो में प्रत्यारोपित किया जाता हैं।
ब्लड कैंसर का आयुर्वेद और योग द्वारा उपचार
(Ayurveda & Yoga Therapy for Blood Cancer in Hindi)
- ब्लड कैंसर का आयुर्वेदिक उपचार : ब्लड कैंसर को रक्तवह स्त्रोतस (Blood System) का रोग माना जा सकता है और इसलिए इसमें रक्त की शुद्धि के लिए रक्तमोक्षण चिकित्सा की जाती हैं। आयुर्वेद में इसे रक्तार्बुद रोग के समान भी कुछ वैद्य मानते हैं। ब्लड कैंसर ठीक करने के लिए गिलोय, गेहू का ज्वारा, तुलसी, नीम और एलोवेरा इन 5 चीजों को श्रेष्ठ माना जाता हैं। आयुर्वेदिक औषधि में वैद्य वसंतकुसुमाकर रस, प्रवाल पिष्ठि, कामदुधा रस, गिलोय सत्व, गंधक रसायन, यशद भस्म, धात्री लोह, स्वर्णमाक्षिक रस इत्यादि औषधी का रोगी के प्रकृति और विकृत दोष के अनुसार उपयोग करते हैं। सभी रोगी में एक ही औषधि काम नहीं आती हैं। पढ़े – गिलोय का उपयोग और फायदे
- ब्लड कैंसर का योग द्वारा उपचार : कीमोथेरेपी या रेडिएशन थेरेपी के साथ या केवल नियमित योग करने से भी ब्लड कैंसर के मरीजों को अधिक लाभ होते हुए देखा गया हैं। योग गुरु बाबा रामदेवजी ने यह भी दावा किया है की केवल योग करने से ही कई लोगों का ब्लड कैंसर पूरी तरह से ठीक हो चूका हैं। आज अमेरिका, इंग्लैंड जैसे देश में भी कैंसर में योग उपचार के ऊपर रिसर्च हो रही हैं। अगर आपको ब्लड कैंसर है तो निचे दिए हुए योगाभ्यास कर इनका चमत्कारिक लाभ उठा सकते हैं। योग को आप प्राकृतिक कीमो-रेडियो थेरेपी मान सकते हैं। निचे दिए हुए योग की पूरी जानकारी पढ़ने के लिए योग के नाम के ऊपर क्लिक करे :
- अनुलोम-विलोम प्राणायाम
- कपालभाति
- भस्त्रिका प्राणायाम
- बाह्य प्राणायाम
- भ्रामरी प्राणायाम
- मार्जरासन
- सर्वांगासन
- शवासन
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मेरा नाम है डॉ पारितोष त्रिवेदी और मै सिलवासा, दादरा नगर हवेली से हूँ । मैं 2008 से मेडिकल प्रैक्टिस कर रहा हु और 2015 से इस वेबसाईट पर और हमारे हिन्दी Youtube चैनल पर स्वास्थ्य से जुड़ी हर जानकारी सरल हिन्दी भाषा मे आप सभी के लिए साझा करने का प्रयास कर रहा हूँ ।