जब भी बालों की सफाई या देखभाल की बात आती है, हम अक्सर शैम्पू, तेल और हेयर स्टाइल की चर्चा करते हैं। लेकिन एक ऐसी समस्या है, जो चुपचाप बालों में घर बना लेती है और धीरे-धीरे जीवन को असहज बना देती है—वह है ‘जूं’। अंग्रेजी में इसे ‘Head Lice’ कहा जाता हैं। यह सुनने में भले ही आम लगे, पर बालों में जूं होना एक सामाजिक, मानसिक और शारीरिक समस्या बन सकता है। खासकर बच्चों और किशोरों में यह समस्या अधिक देखी जाती है, लेकिन वयस्क भी इससे अछूते नहीं हैं।
चलिए विस्तार से जानते हैं कि जूं क्या होती है, इसके लक्षण, कारण, जांच, इलाज, सावधानियाँ और घरेलू उपचार क्या हैं।

जूं क्या होती है? (What Are Hair Lice?)
जूं एक छोटा सा परजीवी कीट होता है, जो इंसान के सिर की त्वचा में रहकर खून चूसता है। इसका आकार 2–3 मिलीमीटर होता है और यह भूरे या सफेद रंग का होता है। यह बालों की जड़ों के पास अंडे (जिसे ‘लीक’ या ‘निट्स’) देती है, जो कुछ ही दिनों में नई जूं में परिवर्तित हो जाते हैं।
बालों में जूं होने के कारण क्या है? (Causes of Hair Lice)
- सीधा संपर्क: जूं का सबसे बड़ा कारण है सिर से सिर का संपर्क, जैसे की स्कूल में बच्चों का खेलना, सोते समय बालों का संपर्क या झगड़ते या गले मिलते समय।
- संक्रमित वस्तुओं का प्रयोग: किसी और की कंघी, हेयर ब्रश या तौलिया का इस्तेमाल, साझा बेडशीट, तकिया, टोपी या स्कार्फ़ आदि।
- साफ-सफाई की कमी: नियमित बाल न धोने और साफ-सफाई न रखने से जूं को पनपने का मौका मिलता है।
- भीड़-भाड़ वाले स्थान: स्कूल, हॉस्टल, ट्रेन, बस जैसी जगहों पर संपर्क का खतरा बढ़ जाता है।
जूं के लक्षण (Symptoms of Hair Lice)
- अत्यधिक खुजली: खासकर सिर की ऊपरी सतह और कान के पीछे खुजली होना।
- नींद में खलल: रात में खुजली के कारण नींद न आना।
- लाल दाने या चकत्ते: सिर पर कीड़ों के काटने से लाल दाने हो सकते हैं।
- जूं या निट्स का दिखना: बालों में सफेद या भूरे रंग की छोटी-छोटी चीजें दिखाई देना।
- अजीब गंध: लंबे समय तक इलाज न होने पर बालों से बदबू आने लगती है।
- चिड़चिड़ापन: बच्चों में चिड़चिड़ापन, पढ़ाई में मन न लगना।
जूं की पहचान कैसे करें? (Diagnostic Tests)
वैसे तो जूं की पहचान घर पर ही की जा सकती है, लेकिन कुछ मामलों में डॉक्टर की सलाह लेना ज़रूरी हो सकता है।
- कंघी जांच (Comb Test): बारीक दांतेदार कंघी से सिर को धीरे-धीरे कंघी करें। सफेद कपड़े या कागज़ पर देखें कि कोई जूं या निट्स गिरते हैं या नहीं।
- Dermatoscope जांच: त्वचा विशेषज्ञ एक विशेष उपकरण से जूं की उपस्थिति को जांचते हैं।
- Visually Inspection: बालों को विभाजित कर-करके हाथ से जांच करें।
जूं के इलाज के तरीके क्या है? (Treatment Options)
मेडिकल शैम्पू और लोशन:
- Permethrin 1% लोशन: यह एक आम एंटी-लाइस उपचार है। डॉक्टर की सलाह से ही उपयोग करें।
- Malathion: यदि अन्य दवाएं असर न करें तो इसका प्रयोग किया जाता है।
- Ivermectin लोशन या टैबलेट: गंभीर मामलों में डॉक्टर द्वारा दी जाती है।
2. बालों की अच्छे से कंघी करना:
- बारीक दांतों वाली जूं निकालने वाली कंघी (Lice Comb) से गीले बालों में रोज़ाना कंघी करें।
3. पेशेवर इलाज:
- कुछ स्किन क्लिनिक विशेष ट्रीटमेंट जैसे कि गर्म हवा (heat treatment) या सिलिकॉन आधारित ट्रीटमेंट प्रदान करते हैं।
जूं से बचाव और सावधानियाँ (Precautions)
- व्यक्तिगत चीजें साझा न करें: तौलिया, तकिया, हेयर ब्रश, टोपी आदि को साझा न करें।
- बालों की नियमित सफाई: हफ्ते में 2–3 बार बाल धोएं।
- स्कूल जाने वाले बच्चों की जांच: सप्ताह में एक बार जूं की जांच करें।
- संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखें: जब तक इलाज न हो, संक्रमित व्यक्ति से सीधे संपर्क से बचें।
- कपड़ों और बेडशीट की धुलाई: गर्म पानी में संक्रमित व्यक्ति के कपड़े, चादर, तौलिए आदि धोएं।
जूं के घरेलू उपचार (Home Remedies)
जब समस्या शुरुआती स्तर पर हो, तो कुछ घरेलू उपायों से भी राहत मिल सकती है:
1. नारियल तेल और नीम का तेल
- दोनों को मिलाकर सिर पर लगाएं और रातभर छोड़ दें।
- सुबह बारीक कंघी से बालों को साफ करें।
2. लहसुन का लेप
- लहसुन को पीसकर नींबू के रस के साथ मिलाएं।
- सिर पर लगाएं और 30 मिनट बाद धो लें।
3. सिरका (Vinegar)
- सिरका और पानी को बराबर मात्रा में मिलाकर बालों में लगाएं।
- 20 मिनट बाद बाल धो लें। यह निट्स को ढीला करता है।
4. टी ट्री ऑयल
- यह एक नैचुरल एंटीसेप्टिक है। कुछ बूंदें शैम्पू में मिलाकर उपयोग करें।
5. मेथी के बीज
- रातभर भिगोकर पेस्ट बनाएं और सिर पर लगाएं।
- यह न केवल जूं भगाता है, बल्कि बालों को भी मजबूत करता है।
6. प्याज से जूं का घरेलू इलाज
प्याज में मौजूद सल्फर तत्व जूं को खत्म करने में मदद करता है। यह न केवल जूं मारता है, बल्कि निट्स (अंडों) को भी ढीला कर देता है।
उपयोग का तरीका:
- 2–3 मध्यम आकार की प्याज लें।
- इन्हें मिक्सर में पीसकर पेस्ट बना लें।
- इस पेस्ट को सिर की जड़ों में अच्छी तरह लगाएं।
- इसे 30–45 मिनट तक सिर पर रखें।
- हल्के गुनगुने पानी और माइल्ड शैम्पू से बाल धो लें।
- फिर बारीक दांतों वाली कंघी से बालों में से मरी हुई जूं निकालें।
सावधानी:
– यदि प्याज से जलन महसूस हो, तुरंत धो लें।
– इसे सप्ताह में 2 बार दोहराया जा सकता है।
7. नीम के पत्तों से जूं का इलाज
नीम एक प्राचीन और असरदार एंटीसेप्टिक औषधि है, जो जूं को नष्ट करने और खोपड़ी को संक्रमण से बचाने का कार्य करती है।
उपयोग का तरीका:
विधि 1: नीम का पेस्ट
- मुट्ठीभर नीम की पत्तियों को पानी में उबालें।
- उबली हुई पत्तियों को पीसकर पेस्ट बना लें।
- इस पेस्ट को सिर पर लगाकर 1 घंटे तक रखें।
- फिर शैम्पू से बाल धो लें।
विधि 2: नीम का पानी
- नीम की पत्तियों को 10–15 मिनट तक पानी में उबालें।
- इस पानी को ठंडा कर लें।
- बाल धोने के बाद अंतिम बार इसी पानी से सिर को धोएं।
सावधानी:
– नीम से बालों को ड्रायनेस हो सकती है, इसलिए बाद में नारियल तेल जरूर लगाएं।
बच्चों या वयस्कों के सिर में जूं होना शर्म की बात नहीं है, लेकिन कई बार समाज में इसका मज़ाक उड़ाया जाता है। यह मानसिक रूप से व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है। खासकर बच्चे आत्मविश्वास खो बैठते हैं। इसलिए ज़रूरी है कि हम न सिर्फ इसका इलाज करें, बल्कि अपने आस-पास के लोगों को संवेदनशीलता और समझदारी से इसकी जानकारी दें।
अगर आप या आपके बच्चे इस समस्या से जूझ रहे हैं, तो चिंता करने की बजाय ऊपर दिए गए उपायों का पालन करें और ज़रूरत हो तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
स्वस्थ बाल, आत्मविश्वासी जीवन की ओर पहला कदम हैं।

मेरा नाम है डॉ पारितोष त्रिवेदी और मै सिलवासा, दादरा नगर हवेली से हूँ । मैं 2008 से मेडिकल प्रैक्टिस कर रहा हु और 2013 से इस वेबसाईट पर और हमारे हिन्दी Youtube चैनल पर स्वास्थ्य से जुड़ी हर जानकारी सरल हिन्दी भाषा मे लिख रहा हूँ ।