नेत्रदान क्या हैं ? Eye donation in Hindi
कई लोग यह समझते है की नेत्रदान में नेत्रदाता (Eye donor) की पूरी आँख निकाली जाती है जिससे की मृत्यु पश्च्यात चेहरा विकृत हो जाता है जब की असल में डॉक्टर मृत्यु पश्च्यात नेत्रदाता के आँख से केवल आँख का एक हिस्सा जिसे Cornea कहा जाता है वह निकालते हैं। एक नेत्रदाता के दोनों आँख से दो दृष्टिहीन / अंधे लोगों को दृष्टी प्राप्त हो सकती हैं।
नेत्रदान कैसे किया जाता हैं ? Eye donation procedure in Hindi
- नेत्रदाता की मृत्यु के पश्च्यात 6 घंटे के अंदर नजदीकी Eye bank से संपर्क करे।
- नेत्रदाता की आँखे बंद करे और आँखों के उपाय एक हल्का गिला स्वच्छ कपडा या रुई रखे।
- नेत्रदाता के सिर के निचे तकिया रखे ताकि सिर की बाजु 6 इंच ऊँची रही जिससे आँखों में रक्तस्त्राव न हो सके।
- पंखा बंद रखे।
- माथे के ऊपर एक पॉलीथिन कवर कर ऊपर बर्फ रखे।
- आँखों को संक्रमण से बचाने के लिए आँखों में एंटीबीओटिक ड्राप की दो बून्द डाले।
- नेत्रदाता के नेत्र Eye bank के कुशल डॉक्टर द्वारा नेत्रदाता के घर या हॉस्पिटल में निकाला जाता हैं। इस प्रक्रिया में केवल 10 से 15 मिनिट लगते है और इसकी वजह से नेत्रदाता के चेहरे को किसी भी प्रकार की विकृति नहीं होती हैं।
- डॉक्टर नेत्रदाता को कोई रोग तो नहीं यह जानने के लिए नेत्रदाता का रक्त का नमूना (Sample) भी लेते हैं।
- नेत्रदान करने के लिए मृत्युपूर्व Eye bank में नेत्रदान संमति पत्र भरना आवश्यक होता हैं। अगर यह संमति पत्र नहीं भरा हुआ है तो नेत्रदाता के परिवार के लोग भी अपनी संमति देकर नेत्रदान करने की अनुमति दे सकते हैं।
- नेत्रदाता और जिसे नेत्रदान किया जाता है इन दोनों के नाम गोपनीय रखे जाते हैं।
- सभी धर्म के लोग नेत्रदान कर सकते हैं।
- नेत्रदान में नेत्र की खरेदी या बिक्री नहीं होती हैं।
- सभी आयु और लिंग के लोग नेत्रदान कर सकते हैं।
- जीवित व्यक्ति का नेत्रदान नहीं लिया जाता हैं।
- नेत्रदान के पश्च्यात जो नेत्र किसी जरुरतमंद को दान करने के लिए अनुपयोगी होती है उसका उपयोग संशोधन और अभ्यास के लिए किया जाता हैं।
नेत्रदान कौन कर सकता हैं और कौन नहीं ? Who can do Eye donation in Hindi ?
- किसी भी आयु के पुरुष और महिला नेत्रदान कर सकते हैं।
- जो लोग नजदीक या लम्बी दुरी के लिए चश्मे का उपयोग कर रहे है या जिन्हे मोतियाबिंद है ऐसे व्यक्ति भी नेत्रदान कर सकते है क्योंकि इसमें आँखों के कॉर्निया में कोई खराबी नहीं होती हैं।
- डायबिटीज, अस्थमा, हाई ब्लड प्रेशर के रोगी और जिन्हे कोई संक्रामक रोग नहीं है ऐसे व्यक्ति नेत्रदान कर सकते हैं।
- ऐसे लोग जिन्हे एड्स, हेपेटाइटिस, रेबीज, धनुर्वात, कॉलरा, मैनिंजाइटिस रोग है या इन कारण से मृत्यु हुई है ऐसे रोगी नेत्रदान नहीं कर सकते हैं। जिन लोगों की मृत्यु जहर के कारण, डूबकर या जलने से हुई है ऐसे व्यक्ति भी नेत्रदान के लिए उपयुक्त नहीं होते हैं।
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नेत्रदान एक सरल प्रक्रिया है। भगवान् ने हमें इस सुन्दर संसार को देखने के लिए आँखे दी है तो क्यों ना उसे अपने मृत्यु के पश्च्यात किसी जरूरतमंद व्यक्ति को दान करे और उनके अँधेरे जीवन में ख़ुशी की रौशनी फैलाए। मृत्यु के पश्च्यात भी इस संसार को देखने का यह एक श्रेष्ठ विकल्प हैं। आज ही अपने शहर के नजदीकी Eye bank से संपर्क करे और Eye donation का form भरे !
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मेरा नाम है डॉ पारितोष त्रिवेदी और मै सिलवासा, दादरा नगर हवेली से हूँ । मैं 2008 से मेडिकल प्रैक्टिस कर रहा हु और 2013 से इस वेबसाईट पर और हमारे हिन्दी Youtube चैनल पर स्वास्थ्य से जुड़ी हर जानकारी सरल हिन्दी भाषा मे लिख रहा हूँ ।