भारत में JN1 कोरोना वायरस (JN1 Corona Virus) का तेजी से प्रसार हो रहा हैं। JN1 कोरोना वायरस, जिसे BA. 2.86.1.1 भी कहा जाता है, ओमिक्रॉन कोरोना वायरस के एक उप-स्वरूप है। विशेषज्ञों का कहना है की जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक शक्ति कमजोर है उनमें इसका सक्रमण जल्द होता हैं। JN1 कोरोना वायरस का फैलाव तेजी से होता है पर यह वायरस कोरोना की दूसरी लहर की तरह खतरनाक नहीं हैं।
JN1 कोरोना वायरस के लक्षण क्या हैं ?
JN1 कोरोना वायरस के लक्षण की जानकारी निचे दी गयी हैं।
- सर्दी: सर्दी से नाक बंद होना, नाक से पानी बहना, छींके आना।
- खांसी: लगातार सुखी खांसी आना।
- गले में दर्द: गले में कफ जमा होना या गले में सूजन आने से गले में दर्द और खाना निगलने में तकलीफ हो सकती हैं।
- बुखार: JN1 कोरोना वायरस के संक्रमण से तेज ठंडी लगकर बुखार आ सकता हैं।
- मांसपेशी में दर्द: JN1 कोरोना वायरस के संक्रमण से मांसपेशियों में और हड्डी में दर्द और ऐठन आ सकती हैं।
- सरदर्द: इस वायरस के सक्रमण से मामूली सरदर्द भी होता है।
- दस्त: पेट में वायरस संक्रमण होने से आंत में सूजन आती है और दस्त (loose motions) लग सकते हैं।
- सांस लेने में तकलीफ: फेफड़ों में कफ जमा होने से सांस लेने में तकलीफ होती हैं।
विशेषज्ञ डॉक्टर के अनुसार सर्दी, खांसी और जुखाम ये मामूली लक्षण है पर अगर रोगी को सांस लेने में तकलीफ है तो तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।
उपयोगी जानकारी: कोरोना वायरस से जुड़े प्रमुख २० सवालों के जवाब
JN1 कोरोना वायरस का उपचार क्या हैं ?
- JN1 कोरोना वायरस का फ़िलहाल कोई ठोस उपचार नहीं हैं। इस वायरस से बचाव ही इसका सबसे बेहतर उपाय हैं।
- जिन लोगों ने कोरोना वायरस की 2 डोज और एक बूस्टर डोज ली है उन्हें बेहतर इम्युनिटी होने से JN1 कोरोना वायरस का मामूली संक्रमण हो सकता हैं।
- जिन लोगों को पहले से कोई बीमारी है जैसे अस्थमा, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, कैंसर, एड्स या जो स्टेरॉइड्स दवा ले रहे है उन्हें JN1 कोरोना वायरस से बचाव के अतिरिक्त उपाय करने चाहिए।
- JN1 कोरोना वायरस से बचने के लिए आपने अपनी रोग प्रतिकार शक्ति बढ़ाने पर काम करना चाहिए। इसके लिए आप रोजाना व्यायाम कर सकते हैं, मल्टीविटामिन की दवा ले सकते हैं और कई आयुर्वेदिक दवा भी ले सकते है जैसे की गुडुची, अश्वगंधा, पिप्पली, यष्टिमधु आदि। पढ़े – रोग प्रतिकार शक्ति बढ़ने के उपाय।
- भारत सरकार JN1 कोरोना वायरस से बचाव के लिए अतिरिक्त कोरोना वैक्सीन देने पर विचार कर सकती हैं।
JN1 कोरोना वायरस से बचाव के लिए क्या करे ?
JN1 कोरोना वायरस से बचने के लिए आप को वह सभी उपाय करने है जो अब तक कोरोना वायरस के लिए सरकार द्वारा निर्देश दिए गए हैं। जैसे की:
- सफाई: खांसी या छीकते समय अपना चेहरा रुमाल या टिशू पेपर से ढककर रखे। उसके बाद टिशू पेपर को कूड़ेदान में फेक दे अथवा नष्ट करे और अपने हाथो को साबुन या hand sanitizer से साफ़ करे। अपने घर और कामकाज की जगह को साफ सुधरा रखे। अपने हाथो को हमेशा खाना खाने से पहले साबुन और पानी से 20 सेकण्ड तक धोए।
- 6 फिट की दुरी: हमेशा खांसते या छीकते वक्त दुसरो से 6 फिट से ज्यादा की दुरी बनाए रखे।
- मास्क: हमेशा मास्क पहने विशेषकर कोरोना वायरस से प्रभावित इलाके में चहरे पर mask पहने।
- सावधानी: कोरोना वायरस से प्रभावित क्षेत्र में सर्दी-जुखाम से पीड़ित व्यक्ति के साथ मेज या ऑफिस का सामान नहीं बांटना चाहिए। जानवरों से असुरक्षित संपर्क न करे।
- जांच: कोरोना के लक्षण नजर आने पर डॉक्टर से मिलकर कोरोना की जांच कराये।
क्या आप जानते हैं: अश्वगंधा का आयुर्वेदिक उपयोग, घरेलु नुस्खे और दुष्परिणाम
JN1 कोरोना वायरस से बचाव ही इसका सबसे बेहतर इलाज हैं। कृपया यह JN1 कोरोना वायरस के लक्षण, उपचार और बचाव की जानकारी शेयर जरूर करे। अगर JN1 कोरोना वायरस को लेकर आपका कोई सवाल है तो निचे कमेंट में जरूर पूछे।
मेरा नाम है डॉ पारितोष त्रिवेदी और मै सिलवासा, दादरा नगर हवेली से हूँ । मैं 2008 से मेडिकल प्रैक्टिस कर रहा हु और 2013 से इस वेबसाईट पर और हमारे हिन्दी Youtube चैनल पर स्वास्थ्य से जुड़ी हर जानकारी सरल हिन्दी भाषा मे लिख रहा हूँ ।