दोस्तों, आपने Green Tea के बारे में तो सुना होगा, लेकिन Green Tea के अलावा भी कई प्रकार की Tea होती है जो सेहत के लिए काफी लाभदायक होती है। जैसे White Tea, Black Tea, Rooibos Tea, Oolong Tea, Jasmine Tea, Ginseng Tea, Rose Green Tea, Lemon Green Tea आदि।
हम जो रोजाना दूध शक्कर वाली चाय लेते है, वह सेहत के लिए नुकसानदेह होती है। उसके अलावा उपरोक्त टी के कई फायदे होते है और वह सेहत के लिए अमृत समान होती है। आज Tea जानकारी के इस कड़ी में हम आपको White Tea क्या होती है और इसके फायदे क्या होते है, इसकी जानकारी दे रहे है।
White Tea के फायदे Health Benefits of White Tea in Hindi
White Tea क्या हैं ?
- White Tea में बाकी चाय के मुकाबले में Antioxidants की मात्रा सबसे अधिक होती है।
- White Tea 2 पत्तो के बीच एक कली (buds) को एक साथ steam करके सुखाया जाता है।
- White Tea यह बाकी tea के मुकाबले कम processed tea होती है।
- यह tea Camellia नामक वनस्पती से तैयार की जाती है। इस वनस्पति के bud पर पाए जानेवाले Silver hairs से tea के पत्तो पर हल्का भूरा-सफेद रंग आता है।
- जब White Tea को पीसा जाता है, तब वह हल्के पीले से हल्के लाल रंग की होती है।
- White Tea बाकी tea के मुकाबले थोड़ी ज्यादा नाजुक होती है।
- White Tea यह नए, ताज़े पत्ते व ऐसी कलियां जो अभी खुलने ही वाली हो, उन्हें उबाला जाता है या inactive polyphenol oxidase की मदत से गर्म करके फिर सुखाया जाता है।
- इस तरह ताज़े पत्ते रहने के कारण White Tea में Catechin का प्रमाण अधिक होता है।
- व्हाइट टी के buds को लगे हुए silver hairs सूखने के बाद सफ़ेद हो जाते है, इसीलिए इस टी को White Tea कहा जाता है।
- White Tea दिखने में जितनी नाजुक दिखती है, गुणों में वह उतनी ही मजबूत होती है।
- Black tea और Green Tea की तरह White Tea के भी अपने आप में खास हेल्थ बेनिफिट्स होते हैं।
- White Tea टैनिन्स, फ्लोराइड, कैटेचिन, पोलीफेनॉल्स जैसे फ्लैवोनॉइड्स, पोषकतत्व व एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है।
White Tea के फायदे Health Benefits of White Tea in Hindi
- न्यूयॉर्क की पेस यूनिवर्सिटी में हुए रिसर्च के अनुसार White Tea Virus, Bacteria और Fungus जो कि कि Streptococcus Infection और Pneumonia के लिए जिम्मेदार रहते हैं उन्हें निष्क्रिय (inactive) करने में Green Tea के मुकाबले 10% ज्यादा परिणामकारक पाई गई है।
- एक अध्ययन के दौरान यह भी पता चला है कि White Tea यह रोग को नष्ट करने की क्षमता रखती है, Cavities और Yeast infection करने वाले Bacteria को खत्म करने की भी क्षमता रखती है।
- वैज्ञानिक मानते हैं कि White Tea में Black Tea और Green Tea के मुकाबले Antioxidants का प्रमाण ज्यादा होता है क्योंकि इसके पत्तों को fermentation नहीं किया जाता है। White Tea में Caffeine का प्रमाण भी कम होता है।
- प्रयोग के दौरान White Tea में त्वचा, फेफड़े, अन्ननलिका, आमाशय, यकृत, आंत, किडनी, पेशाब की थैली, स्तन कैंसर में महत्वपूर्ण सुरक्षात्मक परिणाम पाए गए हैं।
- White Tea के प्रयोग से कैंसर के गाँठ आकार और नंबर कम होते देखा गया है, साथ ही कैंसर सेल्स की वृद्धि भी कम होती नजर आई है।
- Antioxidants से भरपूर होती है White Tea : White Tea में पोषकतत्व व एंटीआक्सीडेंट की मात्रा बाकी चाय के मुकाबले कई अधिक होती है, जिससे आपकी रोगप्रतिकारक क्षमता बढ़ती है। साथ ही आपका शरीर आपके आहार से पोषक तत्वों को लेकर शरीर में स्टोर करने लगता है।
- त्वचा को बनाये रखे जवां : इसमें मौजूद एंटी एजिंग गुण आपके शरीर में जाकर फ्री रेडिकल्स को रोकते है, जिससे आपकी एजिंग से लड़ने की क्षमता बढ़ती है और झुर्रियां जल्द नहीं आती है, साथ ही यह त्वचा के गहराई में जाकर त्वचा को कोमल और जवां बनाए रखती है। यह टी हानिकारक अल्ट्रावायलेट किरणों से भी त्वचा की रक्षा करती है।
- एन्टी बैक्टीरियल और एन्टी वायरल परिणाम : पेस यूनिवर्सिटी के ताजे अध्ययन के अनुसार व्हाइट टी के प्रयोग से बैक्टीरिया का विकास रुकता है। यह शरीर की इंफेक्शन फैलाने वाले बैक्टीरिया से रक्षा करती है जिससे व्यक्ति की बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।
- व्हाइट टी और कैंसर : व्हाइट टी में flavonoids होने के कारण यह कैंसर के जोखिम को कम करती है व कैंसर से लड़ने की क्षमता प्रदान करती है। नए अध्ययन के आधार पर व्हाइट टी के सेवन से colon tumours से भी संरक्षण मिल सकता है। lungs कैंसर जैसे कैंसर में व्हाइट टी के सेवन से इसमें मौजूद कैंसर विरोधी तत्व कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट करते हैं, साथ ही नई कोशिकाओं की वृद्धि को भी रोकते हैं।
- डायबिटीज पर रखती है नियंत्रण : व्हाइट टी में मौजूद प्राकृतिक गुण आपके शरीर के ग्लूकोज की मात्रा को नियंत्रण में रहते हैं। साथ ही मसल्स में भी ग्लूकोज की लेवल को बनाए रखती है, जिससे डायबिटीज होने का खतरा कम होता है।
- हृदयरोग की आशंका होती है कम : व्हाइट टी में मौजूद फ्लेवोनॉयड्स की वजह से ह्रदय रोग का खतरा कम होता है, ब्लड प्रेशर नियंत्रण में रहता है। यह कोलेस्ट्रोल और हाइपरलिपिडिमिया को भी नियंत्रण में रखती है। अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाती है। खून को पतला करके धमनियों के कार्य में सुधार लाती है, जिससे ह्रदय की रक्षा होती है।
- ओरल हेल्थ बढ़ाता है : व्हाइट टी में मौजूद फ्लैवोनॉइड्स, पोलीफेनॉल्स और टैनिन की मदत से दातों पर प्लेक जमाने वाले बैक्टीरिया की रोकथाम करते हैं। साथ ही दांतों में कीड़ा लगने या कैविटी होने से भी रोकने में मदद करते हैं। व्हाइट टी में एन्टी अल्सर गुण भी होता है।
- सर्दी जुकाम में देती है राहत : व्हाइट टी का सेवन कई सामान्य बीमारियों से भी बचाता है। सर्दी, जुकाम और फ्लू जैसी बीमारियों से लड़ने की क्षमता व राहत व्हाइट टी से मिलती है।
- वजन होता है कम : व्यस्त दिनचर्या व खाने की गलत आदतों के कारण हमारा वजन बढ़ने लगता है। अगर आपके पास शारीरिक व्यायाम करने के लिए समय नहीं है, तो इस तरह वजन कम करना आसान नहीं होता है। ऐसे में आपकी मदद करती है व्हाइट टी । Proper डाइट व व्हाइट टी के सेवन से Adepogenesis क्रिया ( फैट सेल्स बनाने की प्रक्रिया ) रुकती है, जिससे फैट सेल्स ( Adepophytes ) की वृद्धि नियंत्रण में आती है, चयापचय क्रिया बढ़ती है एवम वजन कम होने में सहायता होती है।
- कम होता है कैफीन का लेवल : व्हाइट टी में कैफीन की मात्रा ग्रीन टी के मुकाबले काफी कम होती है। इसमें करीब 28 to 35 %तक कैफीन होता है, जो शरीर को नुकसान नहीं करता है।
White Tea कैसे बनाते हैं ?
- टी बैग के बदले व्हाइट टी की खुली असली पत्तियों का इस्तेमाल करना बेहतर होता है।
- इसे बनाने का तरीका भी बाकी चाय की तरह ही होता है लेकिन इस बात का ख्याल रखें कि पानी को एकदम उबालना नहीं है सिर्फ गरम करना है( 80 to 85 % ) वरना इसके अंदर मौजूद सेंसिटिव तत्व नष्ट हो सकते हैं।
- एक कप पानी के लिए एक से दो चम्मच व्हाइट टी के पत्ते काफी होते हैं।
- इसे पानी में कुछ मिनट रखने के बाद छानकर पी लें। व्हाइट टी की खासियत यह है, कि इसकी पत्तियां हम दोबारा एकबार उसी दिन यूज कर सकते हैं, लेकिन अगले बार थोड़े ज्यादा समय तक पानी में रखे। इसीलिए यह महंगी होने के बावजूद भी किफायती व फायदेमंद होती है।
दोस्तों, तो यह है व्हाइट टी की सुनहरे लाभ। इसे अपने रोज के रूटीन में अपनाकर आप सेहत का खजाना जरूर पाएंगे।
मेरा नाम है डॉ पारितोष त्रिवेदी और मै सिलवासा, दादरा नगर हवेली से हूँ । मैं 2008 से मेडिकल प्रैक्टिस कर रहा हु और 2013 से इस वेबसाईट पर और हमारे हिन्दी Youtube चैनल पर स्वास्थ्य से जुड़ी हर जानकारी सरल हिन्दी भाषा मे लिख रहा हूँ ।