हम अपने हाथों का इस्तेमाल कई तरह के काम करने के लिए करते हैं। खाने के लिए, लिखने के लिए, चित्र बनाने के लिए या अन्य कोई कार्य करने के लिए अपने हाथों का इस्तेमाल करना एक आम बात हैं। इन सभी कामों के अलावा भी हम अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए अपना हाथों का विशेष उपयोग कर सकते है जिसे योग मुद्रा (Yoga Mudra) या योग हस्त मुद्रा (Yoga Hasta Mudra) कहा जाता हैं।
योग हस्त मुद्रा विज्ञान के माध्यम से हम न केवल बेहतर मानसिक वह शारीरिक स्वास्थ्य पा सकते हैं बल्कि ध्यान एवं योग में इन मुद्राओं की सहायता से परमात्मा को या परमसुख को भी उपलब्ध हो सकते हैं। आयुर्वेद और योग में कई तरह की योग हस्त मुद्रा का वर्णन मिलता है जिनका अभ्यास कर हम शारीरक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाये रख सकते हैं।
योग हस्त मुद्रा क्या है और इसके लाभ से जुडी अधिक जानकारी निचे दी गयी हैं :
योग हस्त मुद्रा कैसे करे और इसके लाभ
योग हस्त मुद्रा क्या हैं ? (Yoga Hasta Mudra in Hindi Language)
- अंगूठा / Thumb : अग्नि तत्व
- तर्जनी ( यानी दूसरी उंगली) / Index finger : वायु तत्व
- मध्यमा (यानी तीसरी उंगली) / Middle finger : आकाश तत्व
- अनामिका (यानी चौथी उंगली) / Ring finger : पृथ्वी तत्व
- कनिष्का (यानी पाचवी उंगली) / Little finger : जल तत्व
योग हस्त मुद्रा कैसे और कब करें ? (How and When to do Yoga Hasta Mudra in Hindi)
योग हस्त मुद्रा कितनी देर तक करे ? (Yoga Hasta Mudra duration in Hindi)
- अपान मुद्रा
- ज्ञान मुद्रा
- योग सामान्य मुद्रा – पृथ्वी, अग्नि, जल, आकाश, वायु, शुन्य मुद्रा
- शिवलिंग मुद्रा
मेरा नाम है डॉ पारितोष त्रिवेदी और मै सिलवासा, दादरा नगर हवेली से हूँ । मैं 2008 से मेडिकल प्रैक्टिस कर रहा हु और 2013 से इस वेबसाईट पर और हमारे हिन्दी Youtube चैनल पर स्वास्थ्य से जुड़ी हर जानकारी सरल हिन्दी भाषा मे लिख रहा हूँ ।