हमारे शरीर को कई सारे पोषक तत्वों की जरुरत होती है जैसे की कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटीन्स, फैट्स, विटामिन्स, मिनरल्स आदि। हर एक पोषक तत्व का शरीर में कुछ महत्वपूर्ण कार्य होता है और शरीर को स्वस्थ और मजबूत बनाये रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में आहार या फिर सप्लीमेंट द्वारा वह पोषक तत्व मिलना जरुरी होता है।आज इस लेख में हम आपको शरीर के लिए जरुरी पोषक तत्व विटामिन K के की जानकारी देने जा रहे हैं।
विटामिन K के फायदे, शरीर को रोजाना कितने विटामिन K की जरुरत होती हैं, विटामिन K की कमी के लक्षण और विटामिन K के आहार स्त्रोत क्या है इत्यादि सभी जानकारी हम इस लेख में देनेवाले हैं। शरीर में आवश्यकता से अधिक विटामिन K होने पर क्या नुकसान हो सकते है इसकी जानकारी भी इस लेख में दी गयी हैं।
विटामिन K से जुडी सम्पूर्ण जानकारी निचे दी गयी हैं :
विटामिन K के फायदे, कमी के लक्षण और आहार स्त्रोत
विटामिन K के फायदे क्या हैं ? Health benefits of Vitamin K in Hindi
विटामिन K शरीर के लिए एक बेहद आवश्यक विटामिन हैं। विटामिन K यह एक Fat soluble विटामिन हैं। शरीर को विटामिन K के से होनेवाले कुछ विशेष लाभ की जानकारी निचे दी गयी हैं :
- खून का थक्का / Clotting : हमारे शरीर में खून के थक्के बनाने का काम विटामिन K करता हैं। इससे चोट लगने या किसी अन्य कारण से रक्तस्त्राव होनेपर रुकता है। रक्त जमने की प्रक्रिया के दौरान विटामिन K विभिन्न प्रोटीन, मिनरल्स और कैल्शियम को भी सक्रिय करता है।
- ह्रदय रोग / Heart Disease : विटामिन K हड्डियों को मजबूत करने के साथ धमनियों में कैल्शियम का जमाव रोकता है। इससे हृदय रोग व हार्ट अटैक का खतरा घटता है।
- उम्र / Ageing : विटामिन K के उम्र के बढ़ते प्रभाव को भी रोकता है।
- पाचन / Digestion : विटामिन K के कारण शरीर में पाचन प्रणाली ठीक से काम करती हैं।
- मजबूत हड्डियां / Strong Bones : विटामिन K के कारण हड्डियों में कैल्शिम का अवशोषण ठीक से होता है और हड्डियां मजबूत बनती हैं।
रोजाना कितने विटामिन K की आवश्यकता होती हैं ?
RDA के अनुसार रोजाना किसे कितने विटामिन K की जरुरत होती है इसकी जानकारी निसः दी गयी हैं :
- वयस्क पुरुषों – 120 माइक्रोग्राम
- वयस्क महिला – 90 माइक्रोग्राम
- गर्भवती / स्तनपान करानेवाली महिला – 90 माइक्रोग्राम
- 14 से 18 वर्ष तक – 75 माइक्रोग्राम
- 9 से 13 वर्ष तक – 60 माइक्रोग्राम
- 4 से 8 वर्ष तक – 55 माइक्रोग्राम
- 1 से 3 वर्ष तक – 30 माइक्रोग्राम
- 7 महीने से 12 महीने – 2.5 माइक्रोग्राम
- जन्म से लेकर 6 महीने तक – 2 माइक्रोग्राम
विटामिन K की कमी के लक्षण क्या है ? Symptoms of Vitamin K deficiency in Hindi
विटामिन K की कमी होनेपर शरीर में निचे दिए हुए लक्षण नजर आते हैं, जैसे की :
- चोट लगने पर लंबे समय तक खून बहना,
- नाक, मसूड़ों से खून बहना
- विटामिन के की अत्याधिक कमी होतो पाचन तंत्र में भी ब्लीडिंग होने लगती है
- ब्लड क्लॉटिंग यानी खून के थक्के जमना
- ऑपरेशन के दौरान ज्यादा ब्लीडिंग
- धमनियों को सख्त होना
- एसिडिटी की परेशानी
- सिस्टिक फाइब्रोसिस और छोटी आत की परेशानी
- पेशाब के रास्ते खून बहना
- पाचन शक्ति कमजोर होना
विटामिन K के आहार स्त्रोत क्या है ? Vitamin K food source in Hindi
विटामिन K के आहार स्त्रोत की जानकारी निचे दी गयी हैं :
- केला : गोभी की तरह हरे पत्तेदार सब्जियां केल में सबसे ज्यादा विटामिन K पाया जाता है। इसके एक कप में 1147 माइक्रोग्राम विटामिन K है। बैंगनी या हरे रंग की पत्तियों वाले केल पकने के बाद मीठी और स्वादिष्ट हो जाती है। इसका सलाद के रूप में सेवन करना चाहिए।
- पालक : पालक में प्रचुर मात्रा में आयरन है और विटामिन ए और बीटा कैरोटीन का भी स्त्रोत है।
- शलगम : शलगम की साग के एक कप में लगभग 441 माइक्रोग्राम विटामिन A, 850 माइक्रोग्राम विटामिन K है। कैलोरी सिर्फ 24 हैं। इसे साग या सलाद के रूप में खाए।
- चुकंदर : चुकंदर साग के एक कप में 276 मिलीग्राम विटामिन A, 697 माइक्रोग्राम विटामिन K है, कैलोरी मात्र 19 है।
- फूलगोभी : फूलगोभी के जूस में लगभग 220 माइक्रोग्राम विटामिन K है। इस हरी सब्जी में आयरन, प्रोटीन, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट, क्रोमियम, विटामिन ए और सी है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स भी है। फूलगोभी को पकाकर या कच्चा भी खाया जा सकता है।
- अन्य स्त्रोत : ब्रोकली, टमाटर, शिमला मिर्च, ब्लूबेरी, कीवी, अंगूर, स्ट्रॉबेरी जैसे फलों के साथ स्प्राउट्स, सोयाबीन, दही, चीज, पनीर, ग्रीन टिया, ओलिव ऑइल। मांसाहार में यह मछली, चिकन और अंडे में होता हैं।
- इंजेक्शन : शिशुओं में या जिन्हे आहार से पर्याप्त विटामिन K नहीं मिलता है उन्हें इसके इंजेक्शन दिए जाते हैं।
विटामिन K की कमी के कारण कौन से रोग होते हैं ?
- ह्रदय रोग : विटामिन K की कमी से हृदय रोग व हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता हैं। ह्रदय रोग का कारण है धमनियों का सख्त हो जाना। विटामिन के धमनियों की लाइनिंग व शरीर के टिश्यू से कैल्शियम घटाता है जो धमनियों को सख्त करता है।
- गर्भावस्था / Pregnancy : गर्भवती महिलाओं के शरीर में विटामिन K की कमी हो तो पेट में पल रहे शिशु में इंटरनल ब्लीडिंग हो सकती है। गर्भस्थ शिशु की उंगलियां विकृत हो सकती है। भ्रूण के संपूर्ण विकास में विटामिन के मदद करता है। गर्भवती महिला को इसीलिए विटामिन के सप्लीमेंट के रूप में दिया जाता है।
- कैंसर / Cancer : इंटरनेशनल जनरल ऑफ ऑंकोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार विटामिन के कैंसर रोगियों में कैंसर सेल्स की वृद्धि को रोकता है।
विटामिन K ज्यादा होने पर दुष्परिणाम होता हैं ?
- भूक कम लगना
- कमजोरी
- चिड़चिड़ापन
- तनाव
- साँस लेने में तकलीफ होना
- शरीर में जकड़न
ऐसे शरीर में विटामिन K की मात्रा अधिक होने के मामले बेहद कम नजर आते हैं पर बिना डॉक्टर की सलाह से इसके इंजेक्शन लेने से या अन्य किसी रोग से ऐसा हो सकता हैं।
मेरा नाम है डॉ पारितोष त्रिवेदी और मै सिलवासा, दादरा नगर हवेली से हूँ । मैं 2008 से मेडिकल प्रैक्टिस कर रहा हु और 2013 से इस वेबसाईट पर और हमारे हिन्दी Youtube चैनल पर स्वास्थ्य से जुड़ी हर जानकारी सरल हिन्दी भाषा मे लिख रहा हूँ ।
बहुत खब लिखा