स्वाद में कड़वी होने के बावजूद अपने महक और स्वास्थकर गुणों के कारण भारतीय रसोई में मेथी (Fenugreek) का अपना अलग महत्व है। विविध व्यंजन जैसे करी, दाल और कुछ सब्जियों में मेथी का इस्तेमाल जरूर होता है। कई घरों में तो मेथीदाने की पापड़ के साथ सब्जी भी बनाई जाती है, जो सेहत के लिए काफी अच्छी होती है। मेथी के पत्तों से बने पराठों और पकौड़ो के स्वाद का तो क्या कहना !
मेथी में बहोत सारे औषधीय गुण और पौष्टिक तत्व होते है जैसे फाइबर, प्रोटीन, विटामिन A, C, राइबोफ्लेविन, नियासिन, आयरन, फोलिक एसिड, पोटैशियम और अल्कालॉइड ( क्षारीय ) तत्व। मैथीदानों में मौजूद सैपोनिन तथा फाइबर इसे औषधि बनाते है। इसमें म्यूसिलेज नामक एक चिपचिपा तत्व होता है जो पानी में घुलने पर जेल में परिवर्तित होता है। म्यूसिलेज में जीवाणुरोधक गुण होते है, जो शरीर के तन्तुओं की मरम्मत कर इन्हें मजबूत बनाता है।
मेथीदाना को एक चमत्कारिक और बहुउपयोगी आयुर्वेदिक औषधि माना जाता हैं। मेथीदानों का विविध स्वास्थ्य लाभ और उपयोग की जानकारी निचे दी गयी हैं :
मेथीदाने के स्वास्थ्य लाभ और विविध उपयोग Health Benefits of Fenugreek seeds and uses in Hindi
मेथीदाने के विविध स्वास्थ्य लाभ
Fenugreek Seeds benefits in Hindi Language
- पाचन तंत्र में सुधार / Digestion : पाचन तंत्र में हुई गड़बड़ियों को दूर करने के लिए मेथी का सेवन काफी उपयोगी होता है। उदर संबंधी रोग जैसे एसिडिटी, कब्ज, गैस, अपच, पेट दर्द, दस्त आदि में मेथी के सेवन से काफी राहत मिलती है।
- एसिडिटी में मेथी का प्रयोग काफी फायदेमंद होता है।
- पेट के छालों के लिए प्रतिदिन मेथी का काढा पीने से लाभ मिलता है।
- दो चम्मच मेथी दानों को एक कप पानी में उबाल कर, छान कर पीने से आंतों में जमा हुई गंदगी दूर होकर आंतों की सफाई होती है।
- मेथीदाने को छाछ में मिलाकर पीने से हमारा पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है।
- ठंड के मौसम में हर रोज ताजे मेथी के पत्तों को हररोज सब्जी, सलाद, पराठा किसी भी रूप में शामिल करने से पाचनतंत्र सुचारू रूप से कार्य करता है।
- रक्ताल्पता में उपयोगी / Anemia : मेथी में लौह तत्व काफी प्रचुर मात्रा में होता है, इसीलिए रक्त संबंधी व्याधि तथा रक्ताल्पता में नियमित रुप से मेथी का सेवन करना काफी फायदेमंद होता है।
- मधुमेह के लिए वरदान / Diabetes : मधुमेह के रोगियों के लिए मेथी का सेवन तो जैसे एक वरदान है। मेथी में Galactomenan नामक घुलनशील फाइबर होता है, जो रक्त में शुगर के सोंखने की प्रक्रिया को कम करता है। दो चम्मच मेथी दाने का चूर्ण पानी या दूध के साथ रोजाना सेवन करने से रक्त शर्करा पर अच्छा नियंत्रण रहता है।
- महिलाओं के लिए बहुउपयोगी / Women : मेथी प्रजनन तथा प्रसव वाले रोगों में भी काफी उपयोगी होती है।
- बच्चे के जन्म के दौरान गर्भाशय का संकुचन कर प्रसव आसानी से होने में मदत करता है। लेकिन इसे सिमित मात्रा में खाये वरना गर्भपात का खतरा रहता है।
- प्रसव के बाद अंगों की शिथिलता दूर करने के लिए मेथी के दानों को पानी में उबालकर छानकर इसे पिएं, इससे रक्तस्त्राव भी सुचारु रुप से होने में मदद मिलती है साथ ही शिथिल हुए शरीर के अंगों को सामान्य आकार प्राप्त होने में भी मदद मिलेगी।
- स्तनपान कराने वाली औरतों को मेथी के लड्डू खाने चाहिए , इसमें एक यौगिक होता है, इससे स्तन्यवृद्धि होती है।
- साथ ही किशोरावस्था, गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान आयरन की कमी को पूरा करता है।
- इसमें मौजूद इस्ट्रोजन और आयसोफ्लावोन आदि यौगिक की वजह से पीरियड्स के दौरान होनेवाले लक्षण जैसे जी मचलना, बेचैनी आदि को कम करता है साथ ही मीनोपॉज के दौरान महिलाओं में जो समस्या होती है जैसे गर्मी सहन नही होना, बेचैनी, घबराहट, मन नही लगाना आदि में भी कुछ हद तक राहत देता है।
- अगर आपके स्तन छोटे है तो इसे अपने रोजाना के आहार में शामिल करें, इस्ट्रोजन की वजह से यह स्तन का आकार बढ़ाने में मदत करता है।
- आयुर्वेद के अनुसार यौंनांगो पर सूजन या श्वेत प्रदर की समस्या हो तो मैथीदानों के काढ़े का सेवन तथा मैथीदानों के पावडर का लेप उस जगह पर लगानेसे लाभ मिलता है।
- बढाये दिमागी ताकत / Intelligence : मैथीदानों में पाए जानेवाला लेसीथिन तत्व दिमागी कमजोरी को दूर करने में मद्त करता है।
- हृदय रखे स्वस्थ / Heart : एक अध्ययन के दौरान पाया गया है कि मेथी शरीर में कोलेस्ट्रॉल के लेवल को भी नियंत्रित रखता है। मेथी के दानों में Galactomenan के गुण के कारण वह bad cholesterol को कम रखता है जिससे हृदय की बीमारिया या दिल का दौरा पड़ने के खतरे कम होता है। साथ ही पोटैशियम होने की वजह से सोडियम के प्रभाव को कम कर ह्रदय गती और उच्च रक्तचाप पर नियंत्रण रखता है।
- सर्दी-बुखार में उपयोगी / Cold : 1 छोटा चम्मच नींबू के रस के साथ शहद और मेथीदाना खाने से बुखार के साथ सर्दी खांसी और गले के दर्द में भी राहत मिलती है।
- सौंदर्योपचार / Beauty : मेथी से बने फेस पैक से मुंहासे, ब्लैकहेड्स और झुर्रियों की समस्या प्रभावशाली रूप से कम होती है। मेथी के पत्ते तथा हल्दी का पेस्ट चेहरे पर लगाकर 20 min रखकर धोए। इससे मुहांसे दाग धब्बो से छुटकारा मिल कर त्वचा साफ-सुथरी बनती है। मेथी दाने को पानी में उबालकर इस पानी से मुंह धोने से चेहरे की रौनक बढ़ेगी।
- बालों की समस्या / Hair Problems :
- मेथी में मौजूद प्रोटीन, लेसीथिन, निकोटिनिक एसिड आदि तत्व बालों को मजबूती के साथ बालों की कई समस्या से निपटने की क्षमता रखते है। पुरातन काल से मेथी का प्रयोग बालों के लिए होता आया है।
- बालों की रूसी तथा खुश्की दूर करने के लिए रात में मेथी दानों को पानी में भिगोकर रखें सुबह इसका पेस्ट बनाकर उसमे 1 tsp निम्बू का रस मिलाकर बालों की जड़ों में लगाए। आधे से 1 घंटे रखने के बाद आंवला शिकाकाई आदि से बालों को धोएं। इससे बालों की रूसी खत्म होकर बालों की जड़े मजबूत होने में मदद मिलेगी।
- रुसी के लिए आधा कप दही में 1 tbsp मेथीदाने डालकर भिगोकर रखें। सुबह इस मिश्रण को पीस लें इसे बालों में के जड़ों में लगाएं। एक घंटा रखकर बालों को धोने से रुसी खत्म हो जाएगी।
- ताजे मेथी के पत्तों या दानों को नारियल के दूध में मिलाकर पेस्ट बना लीजिए यह पेस्ट बालों की त्वचा में लगाने से बालों का गिरना कम होकर बाल बढ़ने लगते हैं साथ ही बालों का प्राकृतिक रंग भी बना रहता है और उनमें चमक रहती है।
- करी पत्ता और मेथी के दानों के मिश्रण से बालों का असमय सफेद होना कम किया जा सकता है। करि पत्तों में विटामिन B होता है। करी पत्तों को उबालकर ब्लेंडर में डालें और इस में भिगोए मेथी के बीज डालकर पीस लें। यह पोस्ट को बालों की जड़ों में लगाएं आधे घंटे के लिए छोड़ दें फिर ठंडे पानी से बाल धो लें।
- बालों का झड़ना रोकने के लिए दो से तीन चम्मच मेथी दाने को रात में पानी में भिगाकर सुबह पेस्ट बना लें। इसमें एलोवेरा के पत्ते बीच में से काट कर उसका जेल निकाल कर उसे मिक्स करें। इस मिश्रण को बालों की जड़ों में लगाएं। एक घंटा रखने के बाद धो लें। इससे बालों का झड़ना कम हो जाएगा
- मेथीदानों को 24 घंटे के लिए पानी में भिगो दें फिर इस पानी को छानकर बोतल में भरकर रखें। यह पानी बालों की जड़ों और बालों में लगाएं। इसे करीब 3 घंटे तक रहने दें और फिर गुनगुने पानी से हल्के शैंपू कर ले। अपने बालों को मजबूत और घना बनाने के लिए यह प्रयोग करीब 1 महीने तक करें।
- जोड़ो के दर्द में असरकारक / Joint Pain : अगर आप जोड़ो के दर्द से परेशान है तो अपने आहार में मेथी को शामिल करें। रात को मेथी के कुछ दाने भिगाकर सुबह उन्हें चबा कर खाए और ऊपर से एक गिलास गर्म पानी पिए या रोज रात को सोने के पहले एक चम्मच मेथी दाने के चूर्ण को खाकर उसके ऊपर एक गिलास गर्म पानी पिए। यह इलाज थोड़े लंबे समय तक करना होता है पर इससे जोड़ों की तकलीफ में धीरे-धीरे जरूर राहत मिलेगी।
- अन्य उपयोग / Other :
- सांस व मुंह में बदबू होने पर मेथी के दानों को पानी में उबालकर इस पानी से गरारे करने से अवश्य लाभ मिलता है। मेथी के पानी को दातों पर रगड़ने से दांत मजबूत होते हैं और दंतक्षय व्याधि नष्ट होता है। मेथी के पत्तों के अर्क से गरारे करने पर मुंह के छाले भी ठीक होते हैं।
- मेथी दानों को बारीक पीसकर आंखों के नीचे लेप करने से काले घेरे कम होने में मदद मिलती है।
- मछली के तेल में पाए जाने वाला तत्व इसमेंथायलिमिन मेथी में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है इसीलिए शाकाहारी लोगों के लिए मछली के तेल के पर्याय के रूप में मेथी एक अच्छा स्त्रोत है।
- मेथी के दानों में मौजूद फाइबर शरीर से विषाक्त तत्व बाहर निकालकर कोलॉन के म्यूकस मेम्ब्रेन की रक्षा करता है जिससे कोलॉन कैंसर का खतरा कम होता है।
- रात को मेथी दाना भिगोकर सुबह खाने से पेट काफी देर तक भरा हुआ महसूस होता है, इसीलिए जो लोग अपना वजन कम करना चाहते हैं वह इसका सेवन कर सकते हैं।
- जलने के निशान कम करने के लिए रात भर मेथी दाना भिगोकर सुबह उसका पेस्ट बनाकर निशानों पर लगाएं और सूखने पर धो दे। ऐसा नियमित रुप से करें।इस से जलने के निशान कम होने में मदद मिलेगी।
- मेथी के चूर्ण तथा काढ़े से स्नायु रोग, सूखा रोग, पथरी, बहुमूत्रता, अतिसार, बुखार, टॉन्सिल्स, रक्तचाप, मानसिक तनाव आदि विभिन्न रोगों में आश्चर्यजनक रूप से फायदा मिलता है।
मेथीदाने का प्रयोग कैसे करे How to use Fenugreek seed for Health benefits in Hindi
- मेथी दानों को अंकुरित बनाकर या दानों को रात में भिगाकर सुबह उन्हें चबा कर भी खा सकते हैं। साथ ही इसका चूर्ण बनाकर उसकी फाकी भी ले सकते हैं। मेथीदाने के लड्डू बनाकर भी आप प्रयोग कर सकते है।
- मेथी का काढा बनाने के लिए आपको रात भर मेथी के दानों को पानी में भीगा कर रखना है। सुबह इन दानों को मसल कर उन्हें उबालकर छान लें। यह स्वाद में बहुत कड़वा लगता है, पर यह काफी गुणकारी होता है। आप चाहे तो इसमें गुड और दूध भी मिला सकते हैं।
- प्रयोग में सावधानी : मेथी दाने की तासीर गर्म होती है। यह पित्त को बढ़ाती है। इसलिए इसे बहुत ज्यादा मात्रा में प्रयोग ना करें और खासकर जिनको बवासीर, नकसीर, महावारी के समय अति रक्तस्त्राव आदि की शिकायत हो वह मेथी का प्रयोग न करें या चिकित्सीय परामर्श के अनुसार ही प्रयोग करें। गर्म तासीर होने की वजह से इसका प्रयोग ठंड के मौसम मे करना अधिक गुणकारी होता है। गर्मी में इसकी मात्रा कम करदे।
तो यह थे मेथी के पत्ते और मेथी दानों के फायदे। सर्दी के मौसम में तो बाजार में मेथी के हरे भरे पत्तों की बहार आती है तो हमें इसका जरुर लाभ उठाना चाहिए और साल भर भी मेथी दाने के रुप में हमें इसका इस्तेमाल करके अपने स्वास्थ्य को दुरुस्त रखना चाहिए।
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मेरा नाम है डॉ पारितोष त्रिवेदी और मै सिलवासा, दादरा नगर हवेली से हूँ । मैं 2008 से मेडिकल प्रैक्टिस कर रहा हु और 2013 से इस वेबसाईट पर और हमारे हिन्दी Youtube चैनल पर स्वास्थ्य से जुड़ी हर जानकारी सरल हिन्दी भाषा मे लिख रहा हूँ ।