सम्पूर्ण भारत में डेंगू / Dengue और चिकनगुनिया / Chikungunya जैसे वायरल बुखार ने लाखों लोगों को अपना शिकार बनाया हैं। डेंगू बुखार से तो अधिकतर लोग 7 से 10 दिनों में ठीक हो रहे हैं पर चिकनगुनिया में होने वाले बदनदर्द और जक़डाहट से लोग महीनेभर परेशान हो रहे हैं। डेंगू और चिकनगुनिया यह दोनों ही वायरल रोग का ईलाज करने की कोई विशेष एंटीवायरल दवा फिलहाल उपलब्ध नहीं हैं। डॉक्टर इन रोगों में लाक्षणिक चिकित्सा कर रोगी की परेशानी कम करने की कोशिश करते हैं।
चिकनगुनिया और डेंगू में होनेवाले वाले असहनीय बदन दर्द को आप कुछ विशेष एहतियात और घरेलु आयुर्वेदिक उपाय अपनाकर आसानी से कम कर सकते हैं। इन एहतियात और उपाय की अधिक जानकारी निचे दी गयी हैं :
चिकनगुनिया के दर्द को कम करने के उपाय ? Chikunguniya joint pain treatment in Hindi
- पानी / Water : रोजाना कम से कम 6 से 8 ग्लास पानी अवश्य पीना चाहिए। बीमारी में रोगी को पानी पिने की इच्छा कम रहती है पर रोगी को थोड़ा-थोड़ा पानी हर आधे-एक घंटे में देकर हम रोगी के शरीर में होने वाले पानी की कमी को रोक सकते हैं। शरीर में पानी की कमी होने पर दर्द और जकडन अधिक होती हैं। अगर रोगी को पसीना ज्यादा आ रहा है, उलटी हो रही है या जुलाब हो रहे है तो रोगी को अधिक पानी पिने की या सेलाइन के रूप में चढाने की आवश्यकता पड़ सकती हैं।
- बर्फ / Ice : चिकनगुनिया में जोड़ो में अधिक दर्द या सूजन होने पर आप Cold Compress भी कर सकते हैं। बर्फ के टुकड़े लेकर उन्हें एक प्लास्टिक थैली या कपडे में बांध कर जोड़ो को सेकने से दर्द और सूजन में राहत मिलती हैं।
- विटामिन / Vitamin : जोड़ो के दर्द और सूजन को कम करने के लिए आपको विशेषकर विटामिन C का सेवन करना चाहिए। हरी पत्तेदार सब्जी, कीवी, पपीता, टमाटर, आंवला, अनानस, निम्बू जैसे खाद्यपदार्थों में विटामिन C अधिक रहता हैं।
- व्यायाम / Exercise : चिकनगुनिया में रोगी को आराम मिलना बेहद आवश्यक है पर इसका मतलब यह नहीं की आप बिलकुल ही सुस्त रहे। जोड़ो की जक़डाहट को दूर करने के लिए आप बिस्तर पर या अपने कमरे में हल्का या सूक्ष्म व्यायाम कर सकते हैं। हलके-फुल्के व्यायाम, स्ट्रेचिंग या एरोबिक कसरत करने से जोड़ो में गतिशीलता बनी रहती हैं और जक़डाहट और सूजन कम होती हैं।
- दर्दनाशक दवा / Pain Killer : जोड़ो में दर्द और सूजन अधिक होने पर आपको डॉक्टर सुरक्षित दर्दनाशक दवा लिखकर दे सकते हैं। अपने मन से या मेडिकल से दवा नहीं लेना चाहिए। वायरल रोग में अधिक भारी दर्दनाशक दवा लेने से लिवर और किडनी पर घातक दुष्परिणाम हो सकते हैं।
चिकनगुनिया के दर्द को कम करने के आयुर्वेदिक उपचार और घरेलु नुस्खे
- आयुर्वेदिक औषधि / Ayurveda Medicine : चिकनगुनिया के दर्द को कम करने के लिए आप आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह से योगराज गुग्गुल, त्रिफला गुग्गुल, दशमूलारिष्ट, विषतिंदुक वटी, पुनर्नवादि गुग्गुल, गुडूची सत्व आदि दवा ले सकते हैं।
- हर्बल टी / Green Tea : हर्बल चाय में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी वायरल गुणों का लाभ आप को चिकनगुनिया में मिल सकता हैं।
- लहसुन / Garlic : लसुन को पीस कर इसमें लौंग का तेल मिलाये और इस पेस्ट को जोड़ो पर लगाने से तुरंत लाभ मिलता हैं।
- हल्दी / Turmeric : हल्दी के औषधीय और सूजन कम करने के गुणधर्म का उपयोग आप चिकनगुनिया में कर सकते हैं। आप सुबह शाम एक ग्लास दूध में एक चमच्च हल्दी डालकर पि सकते हैं। हल्दी का लेप जोड़ो पर करने से लाभ होता हैं।
- पपीते के पत्ते / Papaya Leaves : पपीते के पत्तों का रस पिने से प्लेटलेट की मात्रा सामान्य होती है और दर्द भी कम होता हैं।
- अजवाइन / Carom seeds : अजवाइन, तुलसी, किशमिश और नीम की सुखी पत्तियो को 1 ग्लास पानी में उबाले और पानी आधा ग्लास रहने पर उसे छान ले। इस पानी को ठंडा होने पर दिन में दो बार पिए।
इस तरह आप आसानी से ऊपर दिए हुए चिकनगुनिया के दर्द से राहत पाने के लिए दिए हुए एहतियात, आयुर्वेदिक उपचार और घरेलु नुस्खों का प्रयोग कर चिकनगुनिया से छुटकारा पा सकते हैं।
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मेरा नाम है डॉ पारितोष त्रिवेदी और मै सिलवासा, दादरा नगर हवेली से हूँ । मैं 2008 से मेडिकल प्रैक्टिस कर रहा हु और 2013 से इस वेबसाईट पर और हमारे हिन्दी Youtube चैनल पर स्वास्थ्य से जुड़ी हर जानकारी सरल हिन्दी भाषा मे लिख रहा हूँ ।