Tonsils के सूजन को Tonsillitis कहा जाता हैं, हिंदी में इसे गलगटीकाशोथ जाता हैं। Tonsils यह गले के अंदर दोनों बाजु जीभ / Tongue के पिछले भाग से सटी हुई lymph nodes हैं। Tonsils हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक शक्ति यानि की Immunity का एक हिस्सा है जो की खतरनाक Bacteria और Virus को शरीर के भीतर प्रवेश करने से रोकता हैं।
सामान्यतः Tonsils के कारण गले में दर्द या निगलने में तकलीफ नहीं होती हैं परन्तु अगर किसी infection के कारण Tonsils में सूजन आने से Tonsillitis हो जाता हैं जिससे गले में अवरोध निर्माण हो जाता हैं। वयस्क लोगों की तुलना में Tonsillitis का प्रमाण बच्चों में अधिक पाया जाता हैं। भारत में महिलाओं की तुलना में पुरुषों में Tonsillitis का प्रमाण अधिक पाया जाता हैं।
Tonsillitis का कारण, लक्षण, उपचार, घरेलु उपाय और Yoga से जुडी अधिक जानकारी निचे दी गयी हैं :
Tonsillitis के लक्षण और उपचार – Tonsillitis symptoms and treatment in Hindi
Tonsillitis के क्या कारण हैं ? Causes of Tonsillitis in Hindi
Tonsillitis के कारण इस प्रकार हैं :
- Viral Infection – Adinovirus, Rhinovirus, Influenza virus, Coronavirus, Cytomegalo virus आदि वायरस के संक्रमण से Tonsils में सूजन आ सकती हैं।
- Bacterial Infection – Streptococcus, Staphylococcus aureus, Chlamydia Pneumoni, Bordetella Pertussis आदि बैक्टेरिया के संक्रमण से भी Tonsillitis होता हैं।
- अधिक ठंडा पानी पीना या ठंडी चीज खाना।
- गर्मी के दिनों में धुप में से आकर अचानक ठंडा पानी पीना।
- शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति कमजोर होने से।
Tonsillitis के लक्षण क्या हैं ? Tonsillitis Symptoms in Hindi
Tonsillitis के लक्षण इस प्रकार हैं :
- गले में दर्द
- गले में खराश महसूस होना
- निगलने में तकलीफ होना
- गले में कुछ अटका हुआ है ऐसा महसूस होना
- कान में दर्द
- बुखार
- बदनदर्द
- बोलने में या मुंह खोलने में तकलीफ होना
- लाल और सूजे हुए टॉन्सिल, टॉन्सिल पर सफ़ेद परत भी नजर आती हैं
- सरदर्द
- मुंह से बदबू आना
- भूख कम लगना
- जी मचलाना, उलटी होना
- पेट दर्द
Tonsillitis का उपचार – Tonsillitis treatment in Hindi
Allopathy medicine से Tonsillitis का उपचार
डॉक्टर रोगी की शारीरिक जांच करने के बाद Tonsillitis का उपचार करने के लिए 7 से 10 दिन की medicine देते हैं।
- Antibiotic medicine – Tonsillitis का उपचार करने के लिए डॉक्टर Azithroycin, Amoxycillin, Clavulanic acid, Ampicillin, Moxifloxacin, Cefixime, Cefpodoxime, Ceftriaxone, Cefuroxime, Piperacillin, Tazobactum आदि antibiotic गोली या injection का course रोगी के लक्षणों की तीव्रता के अनुसार देते हैं।
- Pain Killer medicine – डॉक्टर रोगी का गले का दर्द कम करने के लिए, सूजन कम करने के लिए और बुखार के लिए कुछ दर्दनाशक दवा भी देते हैं जैसे की Paracetamol, Diclofenac, Aceclofenac, Mefenamic acid, Ibubrufen, Nimesulide आदि। इसके साथ सूजन कम करने के लिए Trypsin, Bromelain, Rutoside, Serratiopeptidase आदि दवा दी जाती हैं।
- Antacid Medicine : एंटीबायोटिक और दर्दनाशक दवा से रोगी की acidity ना बढे इसलिए साथ में Ranitidine, Rabeprazole, Pantaprazole, Famotidine आदि दवा दी जाती हैं।
- Allergy की दवा : Tonsils के साथ कई बार रोगी को सर्दी-जुखाम और खांसी की शिकायत भी होती है और इसलिए डॉक्टर साथ में एलर्जी की दवा भी देते है जैसे की Cetrizine, Levocetrizine, Mountelukast, Phenylephrine, Pseudoephrine इत्यादि।
- Gargling – गले की सफाई और गले को निर्जन्तुक करने के लिए रोगी को दिन में 3 बार Betadine Gargles करने की सलाह दी जाती हैं। आप चाहे तो गुनगुने गर्म पानी में नमक डालकर दिन में 3 से 4 बार गरारे भी कर सकते है जिससे गले के दर्द में आराम मिलता है और Tonsillitis की सूजन भी कम हो जाती हैं।
- सलाह – Tonsillitis में जल्द ठीक होने के लिए रोगी को दवा के साथ डॉक्टर द्वारा दी गयी सलाह का भी पालन करना चाहिए। जैसे की –
- ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए। गुनगुना गर्म पानी पिए तो बेहतर।
- निगलने में तकलीफ हो ऐसा अधिक कठोर खाना खाने की जगह आप खिचड़ी, दाल चावल जैसा आहार ले।
- अधिक तला हुआ और मसालेदार खाने से परहेज करे।
- तरल पदार्थ अधिक ले ताकि शरीर में पानी की कमी ना हो।
- ठन्डे पानी से ना नहाये।
- अधिक बात ना करे।
- आराम करें।
- धूम्रपान ना करे।
- भोजन, पानी, कपडे आदि अन्य व्यक्ति के साथ साझा ना करे। घर में छोटे बच्चो से दूर रहे।
Tonsillitis का operation द्वारा उपचार
- अगर आपको साल भर में 3 से 4 बार या इससे भी अधिक बार Tonsillitis होता हैं तो आपको Tonsillitis का operation यानि की Tonsillectomy कराना चाहिए। इसमें operation कर Tonsils को निकाल दिया जाता हैं।
- यह एक सामान्य ऑपरेशन है जिसमे रोगी को बेहोश कर 1 घंटे के अंदर टॉन्सिल्स निकाल दिए जाते हैं।
- रोगी को 5 से 6 घंटे हॉस्पिटल में रुकना होता है और बाद में रोगी घर जाकर आराम कर सकते हैं।
- 8 से 10 दिन बाद रोगी पूरी तरह से ठीक हो जाता हैं।
- कुछ रोगी को ऑपरेशन के बाद दर्द या बुखार की शिकायत हो सकती है जो दवा लेने पर ठीक हो जाती हैं।
Tonsils का आयुर्वेदिक घरेलु उपचार – Ayurveda Home remedies for Tonsils in Hindi
- आयुर्वेदिक औषधी : टॉन्सिल्स का उपचार करने के लिए वैद्य रोगी की प्रकृति को प्रकुपित दोष के अनुसार रोगी को द्रोणपुष्पी, दारुहरिद्रा, पिप्पली, पुष्करमूल, सुंठ, मरीच, सितोपलादि चूर्ण, पुष्करमूलासव,तालीसादि चूर्ण, कांचनार गुग्गुल, कफ कुठार रस, खदिरादि वटी, गंधक रसायन, त्रिफला गुग्गुल आदि औषधि देते हैं। आयुर्वेदिक औषधि के साथ रोगी को नस्य, वमन या विरेचन पंचकर्म भी किया जाता हैं।
- आयुर्वेदिक तेल : गले पर लगाने के लिए निर्गुण्डयादि तेल का उपयोग किया जाता हैं।
- गरारे / Gargling : 25 ml निम्बू का रस 100 ml पानी में मिलाये। इसमें नमक, हल्दी और कालीमिर्च 5 gm डाले और पानी को उबाले। पानी आधा रहने पर उबालना बंद करे। अब इस पानी को छान ले और गरारे / gargling करने के लिए उपयोग करे। दिन में 3 से 4 बार गरारे करे। आप बबूल के छाल का पानी उबालकर भी गरारे के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
- छुईमुई का प्रयोग : आचार्य बालकृष्ण ने बच्चों में होनेवाले टॉन्सिल के लिए छुईमुई (लज्जावती / Shame plant) को लाभकारी बताया हैं। इसके लिए छुईमुई के पत्तियों को पीसकर इसका गलेपर लेप करे। दिन में दो बार यह लेप करे। दो से तीन दिन में इसका असर हो जायेगा।
- त्रिकटु चूर्ण : रामदेव बाबा ने टॉन्सिल के लिए त्रिकटु चूर्ण का विशेष उपयोग बताया हैं। 50 ग्राम त्रिकटु चूर्ण में 5 ग्राम प्रवाल पिष्टी और 5 ग्राम अभ्रक भस्म मिलाकर सुबह शाम लेने से टॉन्सिल में तुरंत आराम मिलता हैं। अगर टॉन्सिल की तकलीफ पुरानी है तो इसमें आप 1 ग्राम स्वर्ण वसन्तमालती भी मिला सकते हैं। बच्चों को इसे शहद के साथ मिलाकर दे।
- टॉन्सिल में हल्दी का प्रयोग : बच्चो के लिए 1 ग्राम हल्दी और बड़ों के लिए 2 ग्राम हल्दी को सेककर गर्म दूध में मिलाकर पिलाने से टॉन्सिल में जल्द राहत मिलती हैं। हल्दी में एंटीबायोटिक और दर्दनाशक गुण होते है।
- Acupressure for Tonsil : Tonsillitis में जल्द आराम पाने के लिए आप एक्यूप्रेशर की मदद भी ले सकते हैं। इसके लिए हाथ के अंगूठे के निचे वाले point को दबाना चाहिए। 5 मिनिट तक दबाने से आराम मिलता हैं। यह थाइरोइड में भी उपयोगी हैं। हाथ के पिछले बाजु में अंगूठे और तर्जनी / index finger के बिच वाले point को दबाने से भी यह लाभ होता हैं।
टॉन्सिल के लिए योग – Yoga for Tonsillitis in Hindi
मेरा नाम है डॉ पारितोष त्रिवेदी और मै सिलवासा, दादरा नगर हवेली से हूँ । मैं 2008 से मेडिकल प्रैक्टिस कर रहा हु और 2013 से इस वेबसाईट पर और हमारे हिन्दी Youtube चैनल पर स्वास्थ्य से जुड़ी हर जानकारी सरल हिन्दी भाषा मे लिख रहा हूँ ।
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