आयुर्वेद में इस रोग को मंदाग्नि कहा गया हैं। आयुर्वेद के अनुसार जब हमारे शरीर की पाचक अग्नि वात, पित्त और कफादि दोष प्रकुपित होने के कारण मंद हो जाती है तब रोगी की भूख बेहद कम हो जाती हैं। कुछ लोग weight loss करने के लिए dieting करते है और कम खाते है पर इसे हम भूख कम लगना नहीं कह सकते है क्योंकि यहाँ व्यक्ति खुद होकर कम खाना खाता हैं।
भूख न लगने के कारण, लक्षण और उपचार से जुडी जानकारी निचे दी गयी हैं :
भूख न लगने के कारण, लक्षण और उपचार
भूख न लगने के कारण क्या हैं ? Causes of loss of appetite in Hindi
ऐसे तो भूख न लगना एक सामान्य लक्षण है जो कई बिमारियों में देखा जाता हैं। यहाँ पर हम कुछ विशेष कारण की जानकारी देने जा रहे है जिसकी वजह से व्यक्ति को भूख बेहद ज्यादा कम हो जाती हैं।
- रोग / Disease : लगभग हर रोग में कुछ समय के लिए रोगी व्यक्ति की भूख कम हो जाती है। सामान्य सर्दी-खांसी से लेकर कैंसर जैसे रोग में यह लक्षण पाया जाता हैं। कुछ विशेष रोग है जिसमे रोगी की भूख बेहद ज्यादा कम हो जाती हैं.ऐसे रोग की जानकारी नीचे दी गयी हैं।
- पीलिया / Hepatitis : Viral Hepatitis या जिसे हम Jaundice कहते है, इस रोग में रोगी की भूख बिलकुल खत्म हो जाती हैं। रोगी को खाना देखकर भी उलटी जैसा लगता हैं। भूख कम होने के साथ रोगी को बुखार, उलटी, आँखों में पीलापन, पेट दर्द, खुजली जैसे अन्य लक्षण भी होते हैं। जरूर पढ़े – पीलिया का कारण, लक्षण और उपचार
- कर्करोग / Cancer : कैंसर में रोगी की भूख मिट जाती हैं। Chemotherapy और Radiation उपचार के बाद तो यह और भी ज्यादा कम हो जाती हैं। अवश्य पढ़े – कैंसर के कारण, लक्षण और उपचार
- किडनी रोग / Kidney Failure : Kidney Failure हो जाने पर जैसे-जैसे रोगी के Creatinine और Urea का level बढ़ने लगता है, रोगी की भूख कम होने लग जाती हैं। जरूर पढ़े – Kidney failure का उपचार
- थाइरोइड रोग / Hypothyroidism : शरीर में थाइरोइड हॉर्मोन की कमी होने पर रोगी को भूख कम हो जाती हैं। भूख कम होने पर भी रोगी को वजन बढ़ना, skin dry होना, ठंड ज्यादा लगना, अनियमित मासिक और चिड़चिड़ापन जैसे लक्षण नजर आते हैं। पढ़े – Hypothyroidism का कारण, लक्षण और उपाय
- टाइफाइड / Typhoid : Typhoid यह एक आंत की बीमारी है और इसीलिए इस रोग में भूख कम हो जाती हैं। भूख कम लगने के साथ बुखार, पेट दर्द, जी मचलाना और कमजोरी जैसे लक्षण नजर आते हैं। अवश्य पढ़े – टाइफाइड का कारण, लक्षण और उपचार
- क्षय रोग / Tuberculosis : TB रोग में रोगी को भूख बिलकुल लगना बंद हो जाती हैं। भूख कम लगने के साथ TB रोग में वजन कम होना, शाम को हल्का बुखार आना, सुखी खांसी आना और कमजोरी जैसे लक्षण नजर आते हैं। जरूर पढ़े – TB रोग का कारण, लक्षण और उपचार
- अवसाद / Depression : अवसाद के कारण भूख कम होने को Anorexia Nervosa कहा जाता हैं। तनाव, शोक, अवसाद, भय या चिंता होने पर भी रोगी की भूख गायब हो जाती हैं। जरूर पढ़े – Depression का अचूक उपचार
- एसिडिटी / Acidity : जो व्यक्ति अधिक तलाहुआ या तीखा आहार लेते है उन्हें एसिडिटी के कारण भी ulcer हो जाने से भूख कम लगने लगती हैं। भूख कम होने के साथ पेट में जलन होना, पेट दर्द, पेट फूलना, जी मचलाना जैसे लक्षण नजर आते हैं। H.Pylori bacteria के संक्रमण से भी acidity की समस्या बढ़ जाती हैं। जरूर पढ़े – एसिडिटी का कारण, लक्षण और आयुर्वेदिक उपचार
- कब्ज / Constipation : कब्ज के कारण भी पेट साफ़ न होने से रोगी को कुछ खाने की इच्छा नहीं होती हैं। पेट दर्द, पेट फूलना, सीने में भारीपन और सीने में जलन जैसे लक्षण नजर आते हैं। जरूर पढ़े – कब्ज का कारण, लक्षण और उपचार
- दवा / Medicine : लम्बे समय तक Antibiotics, pain killers, steroid, या hormone की दवा लेने से भी भूख कम हो जाती हैं। हमेशा कोई भी दवा लेते समय अपने डॉक्टर की राय लेकर निश्चित समय तक हो दवा लेना चाहिए।
- जीवनशैली / Lifestyle : भूख कम लगने के लिए आपकी जीवनशैली भी जिम्मेदार हो सकती हैं। अगर आप लम्बे समय तक बैठे रहते हैं, कोई व्यायाम नहीं करते हैं, अधिक चाय या कॉफ़ी पीते है, तला हुआ अधिक खाते हैं, शराब पीते हैं या धुम्रपान करते हैं और देर रात तक जागते है तो आपको भूख कम लगना निश्चित हैं।
भूख न लगने के लक्षण क्या हैं ?
भूख न लगने के लक्षण इस प्रकार हैं :
- कुछ खाने की इच्छा न होना
- थोडा सा खाने पर ही पेट भर जाना
- वजन कम होना
- पेट दर्द, पेट फूलना
- कमजोरी
- मुंह से बदबू आना
- हल्का बुखार आना
- किसी काम में मन न लगना
- मुंह में पानी भर जाना
- खट्टी डकारे आना इत्यादि
भूख न लगने का उपाय Bhukh Badhane ke Upay in Hindi
खाना हमारे शरीर को ऊर्जा मिलने के लिए और शरीर को fit रखने के लिए बेहद जरुरी होता हैं। हमें कई लोग Whatsapp पर bhukh badhane ke upay की जानकारी पूछते रहते हैं। मेरा सभी से हमेशा अनुरोध रहता है की अगर आपको भूख नहीं लग रही है तो कृपया पहले अपने डॉक्टर से मिलकर अपनी जांच कराए ताकि अगर किसी विशेष रोग के कारण आपको यह समस्या निर्माण हुई है तो उसका जल्द पता चल जाए और उसका उपचार भी शुरू हो जाए।
कुछ लोग हमें Baccho me bhook badhane ke upay के बारे में पूछते रहते है। अक्सर देखा गया है की बच्चे बाजार में मिलने वाले चटपटे व्यंजन जैसे की समोसा, पिज़्ज़ा, बर्गर, पावभाजी आदि तो पसंद से खाते है पर घर पर बनी हुई सब्जी से मुंह फेर लेते हैं। यहाँ पर सवाल भूख का नहीं तो पसंद का होता है इसलिए ऐसे में बच्चों को धीरे-धीरे घर पर बनी हुई हरी सब्जी खाने की आदत लगाना चाहिए। खाने को आकर्षक तरीके से पेश कर बच्चो को दे सकते हैं।
भूख बढ़ाने के अन्य उपाय और घरेलु आयुर्वेदिक उपचार की जानकारी नीचे दी गयी हैं :
- अदरक का उपयोग : अदरक के छोटे टुकड़े करे और उस पर निम्बू का रस और सेंधा नमक छिड़के। खाने से आधा घंटा पहले इसे खाने से जठराग्नि प्रदीप्त होती है और भूख अच्छे से लगती हैं।
- अनार है बेमिसाल : अनार के रस में शहद और थोड़ा काला नमक मिलाकर सुबह शाम खाने के 15 मिनिट पहले पीने से जोरदार भूख लगती हैं।
- टमाटर सूप : टमाटर के रस में नमक और काली मिर्च मिलाकर खाने से पहले पीने से भूख अच्छी लगती हैं। यह एक बढ़िया starter हैं।
- छांछ का उपयोग : छांछ में काला नमक और जीरा पाउडर डालकर पीने से बढ़िया भूक लगती है और खाना भी अच्छे से digest होता हैं। ध्यान रहे की छांछ ताजी होनी चाहिए और खट्टी नहीं होनी चाहिए।
- कांचनार : आचार्य बालकृष्ण ने भूख बढाने के लिए कांचनार का विशेष नुस्खा बताया हैं। कांचनार की छाल व पत्तियों की कूटकर पानी में मिला दें। अब इसे छानकर इसमें मिश्री मिलाकर शर्बत की तरह प्रयोग करे। छाल और पत्तियों को उबालकर भी प्रयोग करने से लाभ मिलेगा। इसके अलावा कांचनार की छाल को चाय की तरह भी प्रयोग कर सकते हैं। थोड़ी सी छाल के साथ 2-4 पत्तियां तुलसी की डालकर चाय की तरह प्रयोग करने से पेट के विकार कम हो जाते हैं।
- आंवला : आंवले का मुरब्बा खाने से भूख बढ़ जाती हैं। इसे खाने से आपकी रोग प्रतिरोधक शक्ति भी बढ़ जाती हैं।
- एलोवेरा जूस : रोजाना सुबह शाम 10 से 20 ml एलोवेरा जूस पीने पाचन ठीक रहता है और भूख बढ़ने लगती हैं।
- तांबे का बर्तन : रोजाना रात को तांबे के ग्लास में पानी भरकर रखे और सुबह उठने के बाद खाली पेट यह पानी पीने से भी भूख अच्छे से लगती है और पाचन अच्छे से होता हैं।
- पानी कब पिए : कई लोग खाना खाने के पहले ही ढेर सारा पानी पी लेते है जिससे जठराग्नि मंद हो जाती है और भूख खत्म हो जाती है। याद रखे की कम से कम खाने के आधा घंटा पहले और खाने के 1 घंटे बाद तक पानी नही पीना चाहिए। अगर प्यास लगी है तो खाने के साथ थोडा से पानी पी सकते हैं।
- दवा / Medicine : भूख बढ़ाने के लिए एलॉपथी में Mirtazapine, Cyproheptadine, Dronabinol, Megesterol acetate, Omega 3 fatty acids और कुछ steroids का उपयोग किया जाता हैं। इनका उपयोग डॉक्टर के परामर्श के साथ ही करना चाहिए क्योंकि इन दवा का दुष्परिणाम भी होता हैं।
- आयुर्वेदिक औषधी : भूख बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक औषधि में हिंग्वाष्टक चूर्ण, लवण भास्कर चूर्ण, सितोपलादि चूर्ण, प्रवाल पिष्टी, त्रिकटु चूर्ण, पंचकोल चूर्ण, अग्नितुंडी वटी, द्राक्षारिष्ट, लसुनादि वटी जैसे औषधि का उपयोग किया जाता हैं।
- साथ में खाए : अकेले खाने की बजाए अगर परिवार के सदस्य साथ में बैठकर खाना खाते है तो यह स्वास्थ्य के लिए भी बेहतर रहता हैं। इससे हमें भूख भी अच्छी लगती है और पाचन भी अच्छा होता हैं। Dining table पर खाने की जगह अगर आप नीचे बैठकर खाते है तो कब्ज की तकलीफ भी नहीं होती हैं।
- चबाकर खाए : आजकल लोगों के पास ठीक से खाने का वक़्त भी नही होता है जिससे हड़बड़ी में खाने से बदहजमी होकर भूख कम हो जाती है। आयुर्वेद के अनुसार आपको खाने का हर निवाला 32 बार चबाकर खाना चाहिए। अगर 32 बार चबाना आपको ज्यादा लगता है तो कम से कम 20 बार चबाकर जरुरु खाए। ऐसा करने से खाना अधिक स्वादिष्ट लगता है और हमारा saliva खाने में mix होने से पाचन बेहतर होता हैं।
- अल्प आहार : अगर आपको भूख ज्यादा नही लग रही है तो एक बार अधिक खाने की कोशिश करने की जगह आपको हर 2-3 घंटे से थोडा-थोडा आहार खाने की कोशिश करनी चाहिए। ऐसा करने से शरीर को पर्याप्त पोषण भी मिलता है और आपको तकलीफ भी नहीं होती हैं।
- व्यायाम / Exercise : आपको अपने क्षमता के अनुसार रोजाना आधे से एक घंटा कोई व्यायाम जरुर करना चाहिए जिससे भूख भी अच्छे से लगती है और पाचनशक्ति भी ठीक रहती हैं। व्यायाम करने से मोटापा भी कम होता है और पेट का आकार कम होने से पेट फूलने की समस्या कम होती हैं।
- योग / Yoga : रोजाना निचे दिए योग करने से आपकी भूख बढ़ेगी और पाचन भी बेहतर रहेगा। योग की विधि और लाभ की जानकारी पढने के लिए योग के नाम पर click करे :
मेरा नाम है डॉ पारितोष त्रिवेदी और मै सिलवासा, दादरा नगर हवेली से हूँ । मैं 2008 से मेडिकल प्रैक्टिस कर रहा हु और 2013 से इस वेबसाईट पर और हमारे हिन्दी Youtube चैनल पर स्वास्थ्य से जुड़ी हर जानकारी सरल हिन्दी भाषा मे लिख रहा हूँ ।