कैंसर (Cancer) जैसे रोग का नाम ही व्यक्ति को भयभीत कर देता हैं। आजकल कई लोगों को कैंसर हो रहा है। कई लोग तो ऐसे है तो ना तो कोई बुरी आदत रखते है और ना ही उन्हें कोई अन्य बीमारी है। अधिकतर लोग इसे मृत्यु का पर्याय मानते हैं जबकि वास्तविकता में आधुनिक विज्ञान के कारण अब ऐसा नहीं रहा हैं। अब अधिकतर कैंसर का निदान और इलाज शीघ्र किया जा सकता है और रोगी लंबी आयु तक जीवित रह सकता हैं।
विश्व स्वास्थ्य संघटन के अनुसार विश्व में प्रतिवर्ष होने वाली मृत्यु में 10% कैंसर के कारण होती हैं। भारत में भी कैंसर की बीमारी बढ़ रही है और यहाँ 10 प्रमुख बीमारी में कैंसर भी एक हैं। भारत में हर वर्ष लाखों लोगो की मृत्यु इस रोग के कारण होती हैं।
कैंसर क्या है और कैंसर होने के क्या कारण है इसकी अधिक जानकारी निचे लेख में दी गयी हैं :
कैंसर क्या होता हैं ?
हमारा शरीर अरबों-खरबों छोटी कोशिकाओं (Cells) से मिलकर बना हैं। हर दिन हमारे शरीर में लाखों कोशिकाए नष्ट होती है और उनकी जगह नयी कोशिकाए बनती रहती हैं। यह नयी कोशिकाए पुरानी कोशिकाओं का प्रतिरूप होती हैं। कभी किसी कारणवश यह क्रिया अनियंत्रित हो जाती है और शरीर में कोशिकाओं की असामान्य (abnormal) वृद्धि होने लगती हैं। शरीर के किसी हिस्से में होनेवाले कोशिकाओं के इस असामान्य वृद्धि को कैंसर (Cancer) कहा जाता हैं।
शरीर की यह असामान्य वृद्धि स्थानिक अंगों को नुक्सान तो पहुँचाती है ही साथ ही दूरस्थ अंगों में भी फ़ैल जाती हैं। यह भी जानना जरुरी है की शरीर में उपस्थित प्रत्येक गाँठ या वृद्धि कैंसर नहीं होती हैं। शरीर में मौजूद कुछ गाठें साधारण प्रकार (Benign) की भी होती हैं। यह साधारण गाठें शरीर के दूसरे अंगों में नहीं फैलती हैं। बहुत कम मामलों में यह साधारण गाठें आगे जाकर कैंसर में बदल सकती हैं।
कैंसर होने का मुख्य कारण क्या हैं ? (Cancer causes in Hindi)
कैंसर का कोई एक मुख्य कारण की खोज आज तक नहीं हो पायी है। ऐसे बहुत से कारकों की खोज करने में वैज्ञानिक सफल हुए है जिनके कारण कैंसर होने की संभावना अधिक होती है। ऐसे कैंसर के कारकों को Carcinogen कहा जाता हैं।
ऐसे ही प्रमुख Carcinogens और कैंसर के प्रमुख कारणों की जानकारी निचे दी गयी हैं :
1. अनुवांशिकता (Hereditary) : कुछ मामलों में कैंसर के लिए अनुवांशिकता भी एक कारक हैं। अगर परिवार में आपके माँ या पिताजी को कोई कैंसर है और आप मिथ्या आहार-विहार करते है तो आपको भी कैंसर होने का खतरा दोगुना हो जाता हैं।
2. हॉर्मोन्स (Hormones) : महिलाओं में Estrogen हॉर्मोन की अधिकता के कारण स्तन और गर्भाशय का कैंसर होने का खतरा अधिक रहता हैं। मोटापा, अधिक fat युक्त आहार, 35 वर्ष की आयु के बाद Pregnant होना और व्यायाम न करने से इस हॉर्मोन की मात्रा बढ़ती हैं।
3. मोटापा (Obesity) : मोटापा अपने साथ अनेक प्रकार के कैंसर को आमंत्रण देता हैं। मोटापे के कारण आंत और स्तन का कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता हैं। अगर आपका Body Mass Index 25 या इससे ज्यादा है तो कैंसर से बचने के लिए आपको अपना वजन अवश्य कम करना चाहिए। वजन कम करने के उपाय जानने के लिए पढ़े – वजन कम / Weight loss करने के आहार संबंधी उपाय !
4. आहार (Diet) : समतोल आहार स्वास्थ्य की कुंजी है और अगर आप ठीक से आहार नहीं लेते है तो इसके दुष्परिणाम आपके शरीर को भुगतना पड़ता हैं। अधिक केमिकल का उपयोग कर बढ़ाये गये फल और सब्जी का सेवन करने से या होटल में बने आहार का नियमित सेवन करने से आंत और अन्ननलिका का कैंसर होने का खतरा रहता हैं।
5. व्यायाम (Exercise) : जो व्यक्ति किसी भी प्रकार का व्यायाम या योग नहीं करते है ऐसे आलसी लोगों में कैंसर होने का खतरा बेहद ज्यादा रहता हैं। कैंसर से बचने के लिए नियमित व्यायाम और योग का अभ्यास कर शरीर के मल को पसीने के रूप में शरीर से बाहर निकलना बेहद आवश्यक हैं।
6. तम्बाखू (Tobacco) : तम्बाखू का किसी भी रूप में सेवन करने से कैंसर होने की संभावना 30% तक बढ़ सकती हैं। इसके सेवन से आपको मुख, फेफड़े, गले, मूत्राशय और किडनी आदि का कैंसर रोग हो सकता हैं। भारत में हरवर्ष केवल धूम्रपान के कारण ही लगभग 20 लाख से ज्यादा लोगों मृत्यु हो जाती हैं।
7. शराब (Alcohol) : शराब का नियमित सेवन करने से आपको अन्ननलिका, आमाशय और लिवर का कैंसर हो सकता हैं। कैंसर के कारण होनेवाली मृत्यु में से लगभग 5% से अधिक मृत्यु केवल शराब के सेवन से होती हैं।
8. विषाणु (Virus) : कई तरह के वायरल संक्रमण कैंसर को जन्म देते हैं। Hepatitis B वायरस के संक्रमण के कारण लिवर का कैंसर हो सकता हैं। साइटोमेगालो विषाणु के कारण त्वचा का कैंसर हो सकता हैं। इस तरह ऐसे कई विषाणु है जिनके संक्रमण होने से शरीर में उस अंग में कैंसर होने का खतरा रहता हैं।
9. फ़ास्ट फ़ूड (Junk Foods) : आजकल फ़ास्ट फ़ूड और पैकेट में तैयार खाने का चलन अधिक बढ़ गया हैं। ऐसे आहार में मिलाये जानेवाले रंग और रसायन / Chemicals को भी कैंसर के कारकों में माना जाता हैं। आजकल छोटे बच्चे भी पैकेट में बेचे जानेवाले चीजे ज्यादा खाते है जो की सेहत की दृष्टी से बेहद खतरनाक हैं।
10. औद्योगिक (Industrial) : कारखानों में कार्य करनेवाले श्रमिको / workers का संपर्क / contact कई सारे हानिकारक पदार्थो के साथ होता रहता हैं जैसे की – बेन्जीन, आर्सेनिक, क्रोमियम, कोलतार, एस्बेस्टस इत्यादि। इन सभी पदार्थों से कैंसर होने का खतरा रहता हैं।
11. आघात (Trauma) : शरीर के किसी अंग पर आघात होने से कैंसर होने का खतरा रहता हैं। कुछ हड्डियों में चोट लगने के बाद कैंसर होते हुए देखा गया हैं। इसी तरह त्वचा पर चोट या घर्षण होने पर कैंसर हो सकता हैं।
12. प्रदुषण (Pollution) : अधिक प्रदूषित इलाके में रहनेवाले लोगो में कैंसर के मामले ज्यादा पाये जाते हैं। प्रदुषण के कारण वायु में मौजूद खतरनाक केमिकल हमारे शरीर में पहुंचकर कोशिकाओ की असामान्य वृद्धि का कारण बनते हैं।
13. विकिरण (Radiation) : अधिक मात्रा में X-Ray Radiation के कारण कैंसर हो सकता हैं। गर्भवती महिलाओं को खास कर X-Ray Radiation से बचना चाहिए। जापान में अनुबम के विकिरणों के दुष्परिणाम वहा की जनता में कैंसर के रूप में देखा गया हैं। इसी तरह अधिक समय तक तेज धुप में रहने से भी त्वचा का कैंसर हो सकता हैं।
14. प्रथा (Tradition) : कश्मीर के कुछ इलाकों में पेट पर अंगूठी बांधने की प्रथा है और इस कारण उन लोगों में पेट की चमड़ी का कैंसर अधिक पाया जाता हैं। इस तरह अधिक समय कान या नाक छेदने जैसी कुछ प्रथा के कारण भी कैंसर होता हैं।
ऊपर दिए हुए कैंसर के कारकों से दूर रहकर हम अपने आप को कैंसर जैसे भयंकर रोग से कुछ हद तक बचा सकते हैं।
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- कैंसर के लक्षणों की जानकारी पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे – Symptoms of Cancer in Hindi
- कैंसर का निदान / diagnosis कैसे किया जाता हैं – Diagnosis of cancer in Hindi
- कैंसर से बचने के उपाय जानने के लिए यहाँ क्लिक करे – Tips to prevent Cancer in Hindi
- कैंसर का उपचार कैसे किया जाता हैं – Cancer treatment in Hindi
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मेरा नाम है डॉ पारितोष त्रिवेदी और मै सिलवासा, दादरा नगर हवेली से हूँ । मैं 2008 से मेडिकल प्रैक्टिस कर रहा हु और 2013 से इस वेबसाईट पर और हमारे हिन्दी Youtube चैनल पर स्वास्थ्य से जुड़ी हर जानकारी सरल हिन्दी भाषा मे लिख रहा हूँ ।
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