Cholesterol एक वसायुक्त पदार्थ है जिसकी हमारे शरीर में विविध कार्य करने के लिए आवश्यकता होती है। रक्त में Cholesterol कि बहुत अधिक मात्रा शरीर के लिए हानिकारक हो सकती है और इस कारण ह्रदय रोग होने का खतरा भी बढ़ जाता है।
कोलेस्ट्रॉल से जुड़े अनेक सवाल रोजाना हमे हमारे मरीज हॉस्पिटल में और Whatsapp पर पूछते रहते है। आज इस लेख मे हम आपके कोलेस्ट्रॉल से जुड़े सभी महत्वपूर्ण सवालों के जवाब देने जा रहे है ।
कोलेस्ट्रॉल क्या है ? (Cholesterol in Hindi)
कोलेस्ट्रॉल यह मोम के जैसा एक पदार्थ है जो की हमारे खून मे पाया जाता है। यह हमारे शरीर के लिए जरूरी होता है और शरीर मे इसके कई सारे उपयोग भी है। कोलेस्ट्रॉल शरीर में नई पेशी निर्माण करना, Vitamin D, Bile Acid और Testosterone, Estrogen जैसे Sex Hormones कि निर्मिती के लिए आवश्यक है। कोलेस्ट्रॉल कि बहोत कम मात्रा के कारण शरीर पर विपरीत परिणाम होता है जैसे कि Cancer, Depression, Premature labor etc.
क्या सभी प्रकार के कोलेस्ट्रॉल शरीर के लिए हानिकारक है ?
कोलेस्ट्रॉल के मुख्य ३ प्रकार है।
1. High Density Lipoprotien (HDL) – यह अच्छा कोलेस्ट्रॉल है। यह आपके रक्त के में मौजूद अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल को वापस आपके Liver में ले जाता है जिससे आपका शरीर इससे निजात पा सके।
2. Low Density Lipoprotein (LDL) – यह बुरा कोलेस्ट्रॉल है। यह आपके Liver के अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल को रक्तवाहिनियों में पहुचाता है जिससे वह रक्तवाहिनियों में जम जाता है और रक्तवाहिनियाँ संकरी हो जाती है। इस कारण Atherosclerosis होकर दिल का दौरा या Heart attack या सकता है।
3. Triglycerides – Carbohydrates का अधिक सेवन करने से यह बढ़ जाता है। इसके बढ़ने से दिल का दौरा, सदमा या मधुमेह हो सकता है।
क्या स्वस्थ शरीर के लिए कोलेस्ट्रॉल कि मात्रा कम से कम होनी चाहिए ?
स्वस्थ शरीर के लिए पर्याप्त मात्रा में कोलेस्ट्रॉल का होना बेहद जरुरी है।
स्वस्थ शरीर के लिए के लिए कोलेस्ट्रॉल कि मात्रा इस प्रकार होनी चाहिए :
1. Total Cholesterol – 200 mg/dl से कम (150 to 200 mg/dl)
2. High Density Lipoprotien (HDL) – 50 mg/dl से ज्यादा
3. Low Density Lipoprotein (LDL) – 130 mg /dl से कम
4. Triglycerides -150 mg/dl से कम होनी चाहिए।
क्या मेरा वजन सामान्य है तो मेरी कोलेस्ट्रॉल की मात्र भी सामान्य होना होगी ?
यह सच है कि मोटापे से ग्रस्त व्यक्तियो में कोलेस्ट्रॉल कि मात्रा सामान्य से अधिक होने कि आशंका ज्यादा होती है परन्तु वजन सामान्य होना या सामान्य B.M.I वाले व्यक्तियो में भी कोलेस्ट्रॉल level अधिक हो सकती है। कुछ पतले या कम वजन वाले व्यक्तियो में भी कोलेस्ट्रॉल level अधिक हो सकती है। सबसे अच्छे उपाय यह है कि, साल में एक बार अपनी कोलेस्ट्रॉल level कि जाँच करवा ले।
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के क्या लक्षण है ?
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कुछ खास लक्षण नहीं होते है। कोलेस्ट्रॉल बेहद ज्यादा बढ़ जाने पर कुछ मरीजों मे सीने मे दर्द, सांस लेने मे तकलीफ होना, जी मचलाना, कमजोरी, जल्दी थकान या जाना और हाथ पैर सुन्न पड़ जाना जैसे लक्षण नजर आते है। इसलिए जरुरी है कि साल में एक बार Lipid Profile रक्त परिक्षण कर कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कि जाँच करना चाहिए। ज्यादातर मरीजो में Heart attack आने पर ही कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का पता चलता है। समय पर बढे हुए कोलेस्ट्रॉल को काबू में कर आप आगे होने वाले खतरे से बच सकते है।
क्या कोलेस्ट्रॉल की दवा लेते समय हम जो चाहे वह खाना खा सकते है ?
अगर आप असंतुलित आहार-विहार करेंगे तो कोई भी दवा Cholesterol level को सामान्य स्तर में नहीं रख सकती है। Cholesterol level को काबू में रखने के लिए दवा के साथ-साथ संतुलित आहार और व्यायाम करना भी जरुरी है। ज्यादा समय तक Cholesterol कम करने कि दवा लेना शरीर के लिए नुक्सानदेह भी हो सकता है।
क्या कोलेस्ट्रॉल कम करने का एक मात्र उपाय Statin दवा लेना ही है ?
यह सच है कि कुछ मरीजो में बढे हुए कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के लिए statin दवा लेने कि जरुरत होती है पर अधिकतर मरीजो में व्यायाम और संतुलित आहार के साथ कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित किया जा सकता है। कोशिश यही होनी चाहिए कि statin दवा लिए बगैर आहार में परहेज और व्यायाम से कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित किया जाए।
क्या कोलेस्ट्रॉल free आहार लेने पर कोलेस्ट्रॉल नहीं बढ़ेगा ?
आपके कोलेस्ट्रॉल free आहार लेंने पर भी आपका कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है। आहार द्वारा कोलेस्ट्रॉल न मिलने पर शरीर में Liver द्वारा अधिक कोलेस्ट्रॉल कि निर्मिति कि जाती है। कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रण में रखने के लिए जरुरी है कि आप आहार में शरीर के लिए सुरक्षित और आवश्यक कोलेस्ट्रॉल युक्त आहार ले जैसे कि – सेब (Apple), मछली (Fish), अंडा (Egg), दलिया (Oatmeal), अंकुरित आनाज (Beans) नाशपाती (Pear), जौ (Barley), Omega-3 Fatty Acid, बादाम (Almond) इत्यादि।
क्या बच्चों मे कोलेस्ट्रॉल नहीं बढ़त है ?
ज्यादातर लोगो में यह धारना है कि, कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना वयस्क और 30 साल से ज्यादा उम्र के लोगो कि समस्या है। हमारा यह सोचना गलत है कि बच्चो में कोलेस्ट्रॉल नहीं बढ़ सकता है। शोध से यह पता चला है कि 8 साल के उम्र के बच्चो में भी कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से Atherosclerosis हो सकता है। American Academy of Pediatrics के अनुसार जो बच्चे मोटापे से ग्रस्त है, जिनका रक्तचाप (Blood Pressure) ज्यादा है या जिनके परिवार में किसी को दिल कि बीमारी है, उन बच्चो के कोलेस्ट्रॉल कि जाँच 2 साल के उम्र से ही कर लेनी चाहिए।
क्या कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना केवल पुरुष मे चिंताजनक है और महिला मे नहीं ?
महिलाओ में Estrogen नामक एक Hormone पाया जाता है जो उन्हें कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से और दिल कि बीमारी से सुरक्षा प्रदान करता है। मासिक धर्म बंद हो जाने के बाद Estrogen का प्रमाण महिलाओ में कम हो जाता है। इसलिए मासिक धर्म बंद हो चुके महलाओं में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का खतरा पुरुषो के बराबर होता है।
क्या कोलेस्ट्रॉल कम होना स्वस्थ शरीर की निशानी है ?
स्वास्थय के लिए LDL का कम होना अच्छी निशानी है पर शरीर में HDL और Total Cholesterol कि पर्याप्त मात्रा होना भी आवश्यक है। जिन व्यक्तियो को कोलेस्ट्रॉल level बहोत कम होता है उन्हें कई प्रकार के संक्रमण हो सकता है। कोलेस्ट्रॉल शरीर के कई महत्वपूर्ण गतिविधियो के लिए आवश्यक है।
क्या सेंधा नमक से कोलेस्ट्रॉल कम होता है ?
सेंधा नमक में सोडियम होता है जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ने का खतरा रहता हैं। सेंधा नमक से कोलेस्ट्रॉल कम नहीं होता हैं
जरूर पढे – कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए क्या खाना चाहिए और क्या नहीं
स्वस्थ शरीर और तंदुरुस्त ह्रदय के लिए कोलेस्ट्रॉल कि मात्रा काबू में होना बेहद जरुरी है। अगर आपने अभी तक अपनी Cholesterol level कि जाँच नहीं कि है तो, 10 घंटे तक कुछ न खा कर सुबह खाली पेट Lipid Profile कि जाँच करा ले। बढ़ी हुई Cholesterol level एक silent killer या slow poison कि तरह है, इसलिए हमेशा अपने परिवार के हर सदस्य का साल में एक बार अपने डॉक्टर कि सलाह ले कर रक्त परिक्षण करा ले और नियमित संतुलित आहार के साथ व्यायाम करे।
क्या आप जानते है – हार्ट अटैक से बचने के जरूरी उपाय
मेरा नाम है डॉ पारितोष त्रिवेदी और मै सिलवासा, दादरा नगर हवेली से हूँ । मैं 2008 से मेडिकल प्रैक्टिस कर रहा हु और 2013 से इस वेबसाईट पर और हमारे हिन्दी Youtube चैनल पर स्वास्थ्य से जुड़ी हर जानकारी सरल हिन्दी भाषा मे लिख रहा हूँ ।
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Kya jada choestrol gall bladder me koi problm de sakta hai.. plz is par thora explanation de. Meri bhabhi koultrasound report me SMALL ECHOGENIC FOCI IN GALL BLADDER aya hai….
Gall bladder me stone nirmaan ho sakte hain.
sir meri 2 sal ki beti hai,last one month se uske chehre aur aankho par sujan hoti hai.
hamne use clinic me dikhaya to doctor ne bataya ki syndrome ka kuch problem hai.
report me uska serum chlostral 486 mg% hai,albumin–2.6gms aur globulin 4.4 gms hai
urine report me albumin present hai.
sir pls exact kya hua hai.aur kya karna chahiye ye sujav de.
आपने जो लक्षण बताये है उससे ऐसा प्रतीत होता है की आपके बेटी को नेफ्रोटिक सिंड्रोम हैं. आपको डॉक्टर की सलाह से नियमित दवा लेना चाहिए और आहार में प्रोटीन कम लेना चाहिए. अच्छा होंगा अगर आप इसके लिए डायटीशियन की मदद ले. कोई नुस्खा आजमाने की जगह डॉक्टर की सलाह से दवा चालू रखे.
achchhi jankari hain…..
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very clear funda, bahut acchi tarah, puri baat batai, keep it up blogger,