Hepatitis, यह बैक्टीरिया से फैलने वाला ऐसा infection है जो सीधे तौर पर Liver को प्रभावित करता है। सामान्य भाषा में इसे हम पीलिया या Jaundice नाम से जानते हैं। Hepatitis से एक बार लीवर को नुकसान होने के बाद रिकवर होना मुश्किल हो जाता है। हेपेटाइटिस पांच प्रकार के होते हैं – हेपेटाइटिस ए, बी, सी, डी, और ई ! फिलहाल दुनिया में सबसे ज्यादा लोग हेपेटाइटिस बी और हेपेटाइटिस सी के शिकार है।
हेपेटाइटिस सी वायरस एड्स के वायरस से 10 गुना ज्यादा शक्तिशाली होता है। 25% हेपेटाइटिस पीड़ित मरीज ऐसे होते हैं जो अपने बीमारी के बारे में परिवार के दोस्तों को कुछ नहीं बता पाते हैं। 80% लोग हेपेटाइटिस के कारण लिवर कैंसर से मारे जाते हैं। 6 लाख लोग सालभर में इसके शिकार बनते हैं। 4000 से ज्यादा लोग हर दिन हेपेटाइटिस के कारण बीमार पड़ते हैं। 2 अरब के लगभग दुनिया में लोगों का वर्तमान या पहले कभी भी हेपेटाइटिस बी संक्रमण होने का सेरोलॉजिकल प्रमाण है। भारत में ही हर साल हेपेटाइटिस से 1 लाख लोगों की मृत्यु होती है।
सभी प्रकार के हेपेटाइटिस के लक्षण और उनसे बचने के उपाय की जानकारी निचे दी गयी हैं :
पीलिया के लक्षण क्या हैं ? (Hepatitis Symptoms in Hindi)
- बॉडी और आंखों में पीलापन
- पेशाब का रंग पीला होना
- थकावट
- उल्टी
- पेट दर्द
- भूक की कमी
पीलिया से बचने के उपाय क्या हैं ? (Hepatitis prevention tips in Hindi)
Hepatitis A से बचाव
- अगर आप ऐसी जगह जा रहे हैं या हेपेटाइटिस ए का खतरा है तो हेपेटाइटिस ए का वैक्सीन लगवा लेना ठीक रहेगा। हेपेटाइटिस ए वैक्सीन के 6 महीने के अंतराल से दो इंजेक्शन लेना होता हैं। इसकी अधिक जानकारी आप अपने डॉक्टर से ले सकते हैं।
- शौच के बाद अपने हाथ साबुन से धो लें।
- तुरंत पका हुआ ही भोजन खाएं।
- उबला हुआ पानी या बोतल बंद पानी पिए। ब्रश करने के लिए भी इस पानी का ही उपयोग करे।
- छिल कर खाने वाले फल ही खाएं।
- कच्ची सब्जियों का सेवन अधिक न करें।
- सुरक्षित यौन संबंध रखे।
Hepatitis B से बचाव
- सलून में शेविंग या बाल कटाते समय हमेशा नयी ब्लेड इस्तेमाल करने का आग्रह करे।
- निर्जंतुक सुई – अस्पताल में हमेशा निर्जंतुक सुई या ब्लेड का इस्तेमाल करे।
- सुरक्षित यौन संबंध – अपरिचित व्यक्तिओ के साथ यौन संबंध न रखे। व्यक्ति के स्वास्थ्य की जानकारी न होने पर यौन संबंध करते समय कंडोम का इस्तेमाल करे।
- Tattoo कराते समय या कान छिदवाते समय निर्जंतुक सुई का इस्तेमाल हो रहा है इसका ध्यान रखे।
- अपने शेविंग ब्लेड या टूथ ब्रश किसी भी व्यक्ति के साथ शेयर न करे।
- Hepatitis B vaccine – बच्चों को जन्म के समय पहला डोस, 1 महीने पर दूसरा डोस और 6 महीने में तीसरा डोस देकर Hepatitis B से सुरक्षा दे सकते हैं। Combination वैक्सीन इस्तेमाल करने पर या जरुरत पड़ने पर 4 booster डोस दे सकते हैं। 18 वर्ष से कम आयु के सभी बच्चों ने यह वैक्सीन जरूर लगाना चाहिए। यह वैक्सीन लगाने पर अगले 20 वर्षो तक Hepatitis B होने का खतरा 95% तक कम हो जाता हैं। जिन व्यक्तिओ को Hepatitis B होने का खतरा है उन्होंने भी इस वैक्सीन के 3 डोस डॉक्टर की सलाहनुसार लगाने चाहिए।
Hepatitis C से बचाव
- अपने घाव को खुला न छोड़े।
- शराब से दूरी बनाए रखें।
- दवाई की उपकरण को शेयर ना करें।
- टैटू करवाए तो यह देख ले कि उपकरण अच्छे से साफ हो या टेटू बनवाने से बचे।
- खून चढाने से पहले उसकी जांच अवश्य होनी चाहिए।
- निर्जंतुक सुई – अस्पताल में हमेशा निर्जंतुक सुई या ब्लेड का इस्तेमाल करे।
- सुरक्षित यौन संबंध बनाये।
Hepatitis D से बचाव
- जो व्यक्ति हेपेटाइटिस बी से संक्रमित वही हेपेटाइटिस डी से भी संक्रमित हो सकता है इसलिए हेपेटाइटिस बी के लिए हेपेटाइटिस बी के ही सभी दिशा निर्देशों का पालन करें।
Hepatitis E बचाव
- हेपेटाइटिस ई से संक्रमित लोगों के लिए हेपेटाइटिस ए के ही नई दिशा निर्देशों का पालन करें।
पीलिया को रोकने के लिए क्या करें (Tips to prevent Hepatitis in Hindi)
- अगर आप जानते हैं कि हेपेटाइटिस किन कारणों से संक्रमित होता है तो आप इसके जोखिम को कम कर सकते हैं।
- अपने टूथब्रश और शेविंग रेजर को दूसरों के साथ ना बाटे।
- सुरक्षित ढंग से इंजेक्शन ना लगाएं।
- सुरक्षित ढंग से यौन संबंध बनाए।
- मां से बच्चे में खून के द्वारा संक्रमण होने से रोके।
- दवा लेने देने के उपकरणों को दूसरे के साथ ना साझा करें।
- असुरक्षित ढंग से खून देना या लेना से फैलता है वह ना करें।
- वैक्सीन लगवा में देरी ना करें। हेपेटाइटिस बी वैक्सीन लगवाने से नियंत्रित हो सकता है जो हेपेटाइटिस बी विषाणु के संवाहक के रसिया शरीर के तरल पदार्थों के सीधे संपर्क में आता है उसे हेपेटाइटिस बी एम लोग लोग मिल के एक या अधिक टिके हेपेटाइटिस बी 7 लगवाने चाहिए हिमोग्लोबिन अस्थाई जबकि टीका बीमारी से दीर्घकालिक रक्षा करता है
- टेस्ट करवाएं।
- सजग रहे। नई तकनीकों के साथ हेपेटाइटिस के टेस्ट उपलब्ध है जो जल्द और अच्छे नतीजे देते हैं।
- कोई भी लक्षण दिखने पर बिना देरी किए जांच करवाएं और नतीजे के अनुसार इलाज प्रारंभ करें। इस बीमारी में थोड़ी सी भी लापरवाही जान पर भारी पड़ सकती है। ऐसे मामलों में नीम हकीमों के पास जाना बेहद घातक हो सकता है।
- छुपाए नहीं उपचार कराएं। हेपेटाइटिस सी का उपचार उपलब्ध है और इसमें 90 से 95% ठीक हो जाते हैं। संक्रमण से बचने का सबसे प्रभावी तरीका है कि संक्रमित व्यक्ति के रक्त और शरीर के तरल पदार्थों जिसमें वीर्य / Semen भी शामिल है कि संपर्क से बचा जाए।
- रक्त चढ़ाते समय सिरिंज का इस्तेमाल साझा तौर पर ना करें।
मेरा नाम है डॉ पारितोष त्रिवेदी और मै सिलवासा, दादरा नगर हवेली से हूँ । मैं 2008 से मेडिकल प्रैक्टिस कर रहा हु और 2013 से इस वेबसाईट पर और हमारे हिन्दी Youtube चैनल पर स्वास्थ्य से जुड़ी हर जानकारी सरल हिन्दी भाषा मे लिख रहा हूँ ।