जिस तरह सामान्य से अधिक ब्लड प्रेशर रहना शरीर के लिए नुकसानदेह होता है उसी तरह सामान्य से Low Blood Pressure जिसे Hypotension भी कहा जाता है, शरीर के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता हैं। भारत में High Blood pressure के साथ Low Blood Pressure के मरीजों की संख्या भी ज्यादा हैं। आज इस लेख में हम Low Blood Pressure रहने के कारण और उसके निदान कैसे किया जाता है इसकी जानकारी दे रहे हैं।
ब्लड प्रेशर बेहद कम होने के कारण और लक्षण संबंधी जानकारी निचे दी गयी हैं :
Low Blood Pressure होने के क्या कारण हैं ?
Low ब्लड प्रेशर कई कारणों से हो सकता हैं। इन कारणों की जानकारी निचे दी गयी हैं :
1. गर्भावस्था / Pregnancy : गर्भावस्था के समय महिलाओं में होनेवाले शारीरिक बदलाव के कारण ब्लड प्रेशर कम हो जाता हैं। प्रसव / Delivery के बाद वह फिर से सामान्य हो जाता हैं।
2. खिलाडी / Athlete : जो व्यक्ति रोजाना व्यायाम करते है उनके शरीर में रक्त का संचारण बेहतर तरीके से होने के कारण उनका ब्लड प्रेशर और धड़कन की गति सामान्य से कम रहती हैं।
3. पानी / Dehydration : गर्मी का मौसम या जुलाब होने के कारण शरीर में पानी का प्रमाण कम होने से ब्लड प्रेशर कम हो जाता हैं।
4. ह्रदय रोग / Heart Disease : हार्ट अटैक, ह्रदय की वाल्व में खराबी या हार्ट फ़ैल जैसे ह्रदय रोग में ह्रदय की कार्यक्षमता कम होने से भी ब्लड प्रेशर और धड़कन की गति सामान्य से कम रहती हैं।
5. थाइरोइड / Thyroid : शरीर में थाइरोइड हॉर्मोन की मात्रा में बदलाव के कारण ब्लड प्रेशर कम रहता हैं।
6. मधुमेह / Diabetes : डायबिटीज के रोगियों में शरीर में अचानक रक्त में ग्लूकोस की मात्रा कम होने (Hypoglycemia) से ब्लड प्रेशर बेहद कम हो जाता हैं।
7. रक्तस्त्राव / Bleeding : किसी अपघात या अन्य वजह से शरीर के बाह्य या आतंरिक रक्तस्त्राव होने से ब्लड प्रेशर तेजी से कम हो जाता हैं।
8. संक्रमण / Septicemia : रक्त में बेहद ज्यादा संक्रमण / infection होने से रोगी व्यक्ति की हालत गंभीर होकर ब्लड प्रेशर बेहद कम हो जाता हैं।
9. तीव्र एलर्जी / Anaphylaxis : किसी आहार, दवा या किटक, सांप इत्यादि के काटने से एलर्जी होने पर शरीर पर खुजली होना, सांस लेने में तकलीफ, गले में सूजन और ब्लड प्रेशर में गिरावट हो जाती हैं।
10. पोषण / Nutrition : शरीर में विटामिन B12 और फोलेट की कमी होने से लाल रक्त पेशी की निर्मिति कम होने से ब्लड प्रेशर कम रहता हैं।
11. दवा / Medicine : कुछ दवा लेने से भी आपका ब्लड प्रेशर कम हो सकता है। जैसे की अधिक पेशाब होने की दवा (Diuretics), ब्लड प्रेशर की दवा, तनाव की दवा इत्यादि।
12. खड़े होने पर / Orthostatic : जब कोई बैठा हुआ व्यक्ति अचानक खड़ा हो जाता है तब उसका ब्लड प्रेशर अचानक कम हो जाने से उसे आँखों के सामने अँधेरा आना या चक्कर आना ऐसा अनुभव होता हैं। इसे अंग्रेजी में Postural या Orthostatic Hypotension कहा जाता हैं। गर्भावस्था, शरीर में पानी की कमी या वेरीकोस वेइन्स जैसी समस्या होने पर यह तकलीफ होती हैं। ब्लड प्रेशर की कुछ दवा लेने से भी यह तकलीफ होती हैं। आमतौर पर 65 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति में यह समस्या दिखाई देती हैं।
13. दिमाग / Brain : आमतौर पर जब हम लंबे समय तक खड़े रहते है तब पृथ्वी की गरूत्वाकर्षण शक्ति की वजह से हमारे पैर में खून जमा होकर ब्लड प्रेशर कम होना शुरू हो जाता है। ऐसा होने पर हमारे दिमाग से ह्रदय को सिग्नल मिलने पर ह्रदय का दाहिना हिस्सा जोर से पंप कर ब्लड प्रेशर को सामान्य कर देता हैं। कुछ युवाओं में खड़े रहने पर दिमाग से उल्टा सिग्नल मिलता है की ब्लड प्रेशर बढ़ गया है और ब्लड प्रेशर बढ़ाने की जगह हृदय ब्लड प्रेशर और कम कर देता है। इस वजह से चक्कर आना और आँखों के सामने अँधेरा छाना जैसे लक्षण नजर आते हैं।
14. आहार / Food : ज्यादातर ब्लड प्रेशर के मरीजों में और पार्किंसंस के मरीजों में आहार खाने के बाद ब्लड प्रेशर कम हो जाता हैं। आहार खाने के बाद उसे पचाने के लिए शरीर का ज्यादातर रक्त पाचन प्रणाली की तरफ चला जाता हैं। इस समय आमतौर पर शरीर की नसे आकुंचन हो कर ब्लड प्रेशर सामान्य रखती है।ब्लड प्रेशर और पार्किंसन के मरीजों में यह प्रणाली बिगड़ने के कारण आहार लेने के बाद ब्लड प्रेशर काफी कम हो जाता हैं।
Low Blood Pressure का निदान कैसे किया जाता हैं ?
Low ब्लड प्रेशर का निदान करने के लिए जरुरी है की Low ब्लड प्रेशर किस कारण है यह पता लगाया जाये। इसका पता लगाने के लिए विविध परिक्षण किये जाते हैं। इन परीक्षणों की जानकारी निचे दी गयी हैं :
1. ब्लड प्रेशर / Blood Pressure : आपके हाथ पर ब्लड प्रेशर का पट्टा बांधकर ब्लड प्रेशर की जांच की जाती हैं। ब्लड प्रेशर एक हाथ में कम या ज्यादा आने पर दूसरे हाथ में भी मापा जाता हैं। लेटकर, बैठाकर और खड़े रखकर भी ब्लड प्रेशर की जांच की जाती हैं।
इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम / ECG : इस परिक्षण से आपके ह्रदय में कोई खराबी तो नहीं है यह पता लगाया जाता हैं। ECG से संबंधित सारी जानकारी पढ़ने के लिए यहाँ click करे – ECG कैसे और क्यों किया जाता हैं ?
2. रक्त की जांच / Blood tests : Low/कम ब्लड प्रेशर का कारण पता करने के लिए रक्त की जांच की जाती हैं। आपके शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी, रक्त में ग्लूकोस की कमी, थाइरोइड हॉर्मोन की मात्रा, लाल रक्त की कमी इत्यादि की जानकारी इससे प्राप्त होती हैं।
3. ह्रदय की दबाव जांच / Stress Test : ह्रदय के ऊपर दबाव आने पर ह्रदय की स्तिथि कैसे रहती है यह इस परिक्षण से पता चलता हैं। ह्रदय की दबाव परिक्षण की सारी जानकारी पढने के लिए यहाँ click करे – ह्रदय की दबाव जांच कैसे और क्यों किया जाता हैं ?
इस तरह जांच कर Low ब्लड प्रेशर का निदान किया जाता हैं। Low ब्लड प्रेशर का सही निदान किये जाने पर उसका उपचार करना आसान हो जाता हैं। Low ब्लड प्रेशर के कारण अगर व्यक्ति में कोई लक्षण निर्माण हो रहे है तब ही उपचार किया जाता हैं। ज्यादातर भारीतय महिलाओं में ब्लड प्रेशर केवल 100/60 mmHg रहता है और उनमे कोई लक्षण या समस्या भी नहीं होती हैं। Low ब्लड प्रेशर होने पर उसमे उपचार की जरुरत है या नहीं इसका निर्णय एक डॉक्टर ही उस व्यक्ति की जांच करने के बाद कर सकता हैं।
Low/कम ब्लड प्रेशर का उपचार कैसे किया जाता है और अपने Low ब्लड प्रेशर को सामान्य करने के लिए क्या करना चाहिए इसकी जानकारी पढ़ने के लिए यहाँ click करे – Low ब्लड प्रेशर को सामान्य करने का उपचार और घरेलु उपाय !
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मेरा नाम है डॉ पारितोष त्रिवेदी और मै सिलवासा, दादरा नगर हवेली से हूँ । मैं 2008 से मेडिकल प्रैक्टिस कर रहा हु और 2013 से इस वेबसाईट पर और हमारे हिन्दी Youtube चैनल पर स्वास्थ्य से जुड़ी हर जानकारी सरल हिन्दी भाषा मे लिख रहा हूँ ।