प्राथमिक उपचार के दौरान उपयोग में आनेवाले साधनो को प्राथमिक चिकित्सा पेटी या First-Aid Kit कहा जाता है। जब किसी प्रकार कि दुर्घटना या Emergency situation आती है, तब चिता करना या घबराना सामान्य बात है। इस महत्वपूर्ण समय में जरूरती चीजे ढूढने में समय बर्बाद करना काफी महंगा साबित हो सकता है। ऐसे में प्राथमिक उपचार के लिए जरूरती सामान जल्दी और एक साथ मील जाए तो पीड़ित व्यक्ति को किसी बड़ी क्षति या परेशानी होने से बचाया जा सकता है और इसीलिए आपके घर, कार और ऑफिस कि जगह प्राथमिक चिकित्सा पेटी या First-Aid Kit होना बेहद जरुरी है।
अपने घर पर First-Aid Kit box कैसे बनाये इसकी जानकारी निचे दी गयी हैं :
प्राथमिक चिकित्सा पेटी या First Aid Kit कैसी होनी चाहिए ?
- आप बाजार से प्राथमिक चिकित्सा पेटी या First-Aid Kit खरीद सकते है या फिर घर पर भी इसे तैयार कर सकते है।
- प्राथमिक चिकित्सा पेटी या First-Aid Kit बनाने के लिए ऐसे पेटी / Box का उपयोग करे जो बड़ा, हल्का, खोलने में आसान और टिकाऊ हो।
- प्राथमिक चिकित्सा पेटी या First-Aid Kit ऐसी जगह रखे जो साफ़-सुधरी, सुखी, बच्चो कि पहुच से दूर पर जरुरत पड़ने पर आसानी से उपलब्ध हो।
- प्राथमिक चिकित्सा पेटी या First-Aid Kit के साथ एक साफ कपडा और कंबल भी रखे।
- समय पर प्राथमिक चिकित्सा पेटी या First-Aid Kit का निरिक्षण करे और expired चीजो को बदल दे और list में से जो चीजे मौजूद नहीं है वह रख दे।
प्राथमिक चिकित्सा पेटी या First Aid Kit में क्या होना चाहिए ?
प्राथमिक चिकित्सा पेटी या First-Aid Kit आपके स्थान और व्यवसाय के हिसाब से कुछ चीजे कम ज्यादा हो सकते है परंतु सामान्य तौर पर प्राथमिक चिकित्सा पेटी या First-Aid Kit में निम्नलिखित चीजो का समावेश करे :
- प्राथमिक चिकित्सा पुस्तिका (First-Aid Kit Manual) : प्राथमिक चिकित्सा कैसे करते है और प्राथमिक चिकित्सा पेटी में रखी हुई चीजो का उपयोग कैसे करते है इसकी जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से या बाजार में उपलब्ध प्राथमिक चिकित्सा पुस्तिका / First-Aid Kit Manual को रखना जरुरी है।
- रूई (Cotton) : प्राथमिक उपचार के लिए सबसे पहले उपचार कर्त्ता के पास साफ रूई होनी चाहिए। यह रूई घायल व्यक्ति के शरीर के जो अंग कट-फट गए हो या जिनमें से खून निकल रहा हो इन्हें साफ करने के काम में आती है।
- गौज (Sterile gauze of different sizes) : उपचारकर्त्ता के पास साफ गॉज होना चाहिए। यह गॉज जख्म आदि को बांधने के लिए प्रयोग में लाया जाता है।
- बड़ी पत्तियाँ (Bandages) : बड़ी पट्टियां घाव या मोच पर बांधने के लिए प्रयोग में लाई जाती है।
- बड़ी त्रिकोणी पट्टिया (Big Triangular Bandages) : पीड़ित व्यक्ति के जख्मी या टूटे हुए हिस्से को सहारा देने के लिए Sling के रूप में उपयोग में आता है।
- पिन (Pin) : उपचार कर्त्ता के पास कुछ पिन होनी चाहिए। इन पिनों की सहायता से पीड़ित अंग पर पट्टी बांधकर पिन की सहायता से रोका जा सकता है।
- चिपकने वाली पट्टी (Adhesive Tapes) : उपचार कर्त्ता के पास एक टेप होनी चाहिए। इस टेप की सहायता से कटे-फटे स्थान पर रूई रखकर चिपकाई जाती है।
- कैंची (Scissors) : उपचार कर्त्ता के पास एक कैंची होनी चाहिए। यह कैंची पट्टी को काटने के लिए प्रयोग में लाई जाती है।
- दस्ताने (Disposable Gloves) : पीड़ित व्यक्ति के रक्त अथवा शरीर द्रव से उपचार कर्ता के बचाव के लिए पहनना ज़रूरी है।
- चिमटी (Forceps ): कांच आदि चुभ जाने पर उसे निकालने के लिए चिमटी का प्रयोग किया जाता है।
- गर्म पानी की बोतल (Hot water bag) : इस बोतल में गर्म पानी डालकर पीड़ित अंग पर सेंक देने के लिए प्रयोग में लाया जाता है।
- बर्फ की टोपी (Cold Pack) : अधिक तेज बुखार में सिर पर रखने के लिए बर्फ की टोपी का प्रयोग किया जाता है।
- टॉर्च (Flash light with extra batteries) : अंधेरे में दिखाई देने के लिए Flash light / Torch साथ होना जरुरी है।
- जीवनुरोधक मलम (Antibiotic Ointment) : जखम पर लगाने के लिए Betadine या Soframycin मलम।
- जीवन रोधक द्रव (Antibiotic Solution) : रोगानुरोधको को और भी प्रभावी बनाने के लिए गन्दे ज़ख़्म को Savlon, Dettol, या Hydrogen Peroxide जैसे द्रव से साफ़ करना जरुरी होता है।
- तापमापक (Clinical Thermometer) : पीड़ित के शरीर का तापमान मापने के लिए तापमापक जरुरी है।
- फोन नंबर (List of emergency contact number) : डॉक्टर अथवा अन्य विशेष व्यक्ति से आपातकाल के समय तुरंत संपर्क करने हेतु जरुरी है।
- दवा (Medicines) : प्राथमिक उपचार करते समय उपचार कर्त्ता के पास ये सारी सामग्री होने के साथ-साथ कुछ दवाई भी होना जरूरी है जैसे-
- दर्द दूर करने वाली दवाई जैसे कि Paracetamol, Diclofenac इत्यादि।
- दिल का दौरा आदि पड़ने पर आराम के लिए कुछ दवाई जैसे Sorbitrate, Nitroglycerin इत्यादि।
- पट्टी पर रखने के लिए कुछ एंटीबायोटिक दवाई जैसे Povidine Iodine, Neosporin इत्यादि।
- घाव साफ करने के लिए एंटीबायोटिक लोशन जैसे Savlon, Dettol, Hydrogen Peroxide इत्यादि।
- अस्थमा का दौरा कम करनेवाली दवा जैसे Deriphyllin, Salbutamol, Asthalin Inhaler इत्यादि।
- दस्त रोधी दवा जैसे Loperamide, Lomotil, Rinifol, ORS इत्यादि।
आपातकाल के समय हर पल काफी कीमती होता है और ऐसे समय प्राथमिक चिकित्सा पेटी या First-Aid Kit जीवनरक्षक साबित हो सकता है। प्राथमिक चिकित्सा या First-Aid जरुरी डॉक्टरी मदद मिलने से पहले होनेवाले नुक्सान से बचा सकता है और इसीलिए आप सभी से निवेदन है कि अपने घर, कार और ऑफिस में आज ही प्राथमिक चिकित्सा पेटी या First-Aid Kit कि व्यवस्था करे !
यह भी पढ़े – गले में कुछ अटकने पर क्या First Aid करे ?
अगर आपको यह First Aid box in Hindi लेख उपयोगी लगता है तो कृपया इस लेख को निचे दिए गए बटन दबाकर Whatsapp, Facebook या Tweeter पर share करे !
मेरा नाम है डॉ पारितोष त्रिवेदी और मै सिलवासा, दादरा नगर हवेली से हूँ । मैं 2008 से मेडिकल प्रैक्टिस कर रहा हु और 2013 से इस वेबसाईट पर और हमारे हिन्दी Youtube चैनल पर स्वास्थ्य से जुड़ी हर जानकारी सरल हिन्दी भाषा मे लिख रहा हूँ ।
very nice
Thanks. Hame khushi hai ki apko first aid ki hindi jaankari upyogi lagi.
बहुत-बहुत धन्यवाद श्रीमान इस जानकारी के लिए।