अस्थमा एक Lungs बीमारी है जिसमें वायुमार्ग सूजन और संकुचित हो जाते हैं, जिससे सांस लेने में तकलीफ, खांसी और सीने में tightness हो सकती है।
योग और प्राणायाम अस्थमा के लक्षणों को कम करने और स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद कर सकते हैं।
श्वानासन यह आसन छाती और फेफड़ों को खोलता है, जिससे बेहतर सांस लेने में मदद मिलती है।
भुजंगासन यह आसन छाती, कंधों और रीढ़ की हड्डी को मजबूत करता है, जिससे बेहतर श्वसन क्रिया में मदद मिलती है।
बालासन यह आसन तनाव और चिंता को कम करता है, जो अस्थमा के दौरे को ट्रिगर कर सकते हैं।
अर्ध मत्स्येन्द्रासन यह आसन रीढ़ की हड्डी को मोड़ता है और पेट के अंगों को उत्तेजित करता है, जिससे बेहतर पाचन और श्वसन में मदद मिलती है।
वीरभद्रासन यह आसन छाती, कंधों और पैरों को मजबूत करता है, जिससे बेहतर श्वसन और समग्र संतुलन में मदद मिलती है।
अनुलोम विलोम यह तनाव और चिंता को कम करने, श्वसन प्रणाली को संतुलित करने और एकाग्रता में सुधार करने में मदद करता है।
भ्रामरी प्राणायाम यह प्राणायाम श्वसन मार्ग में कंपन पैदा करता है, जो वायुमार्ग को खोलने और बलगम को ढीला करने में मदद करता है।
कपालभाति प्राणायाम यह प्राणायाम तेजी से सांस लेने और छोड़ने की एक प्रक्रिया है। यह फेफड़ों को साफ करने, blood circulation में सुधार करने और ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है।