डायबिटीज के रोगियों के लिए कौन सा राइस बेहतर है या डायबिटीज के रोगी ब्राउन राइस खा सकते हैं या नहीं यह सवाल हमेशा बना रहता है।
ब्राउन राइस और वाइट राइस में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा समान होती हैं पर ब्राउन राइस में अन्य पौष्टिक गुण होने की वजह से डायबिटीज रोगी इसे सेवन कर सकते हैं।
ब्राउन राइस में फाइबर ज्यादा होने की वजह से यह कम खाया जाता है और इसीलिए कार्बोहाइड्रेट का इंटेक भी कम होता है।
ब्राउन राइस में फाइबर अधिक होने से यह वजन कम करने में मददगार है।
सफ़ेद चावल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 72 है और ब्राउन राइस का ग्लाइसेमिक इंडेक्स केवल 50 है इसलिए इसे खाने से अधिक शुगर नहीं बढ़ती हैं।
भूरे चावल में 300 तरह के विविध पाचक एंजाइम पाए जाते है तो इन्सुलिन की मात्रा को बढ़ाते है और शुगर लेवल में कमी लाते हैं।