एल्युमिनियम के बर्तनों का उपयोग हमारे स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक है।  अगर मैं इसे शरीर के लिए धीमा जहर कहूं तो यह अतिशयोक्ति नहीं होगी।

अंग्रेजों के शासन में एलुमिनियम के बर्तन में ही जेल के कैदियों को खाना दिया जाता था ताकि वह बार-बार बीमार पड़े या उनकी जल्दी मृत्यु हो क्योंकि वह सारे कैदी क्रांतिकारी थे।

क्या आप जानते हैं भोजन रखने और पकाने का सबसे खराब मेटल एलुमिनियम ही है। एल्युमीनियम में बने खाने का स्वाद और रंग दोनों बदल जाता है।

करीब 4 से 5 mg एल्युमीनियम की मात्रा प्रतिदिन हमारे भोजन में मिल जाती है, जिससे भोजन के प्राकृतिक गुण नष्ट होते है।

एलुमिनियम के बर्तनों के निरंतर प्रयोग से अल्जाइमर नामक मस्तिष्क रोग होता है।

एल्युमीनियम ऐसा भारी धातु है, जो Boxite से बना होता है। खाना बनाते वक्त इसके कुछ कण खाने में मिल जाते है, जो धीरे धीरे पेट मे जमने लगते है, क्योंकि दूसरे विषाक्त पदार्थ की तरह ये मल – मूत्र द्वारा शरीर के बाहर नही निकल पाते है।

ऐल्यूमिनीयम के बर्तन में खाने से डायबिटीज, टीबी, अस्थमा, आर्थराइटिस, ब्रोंकाइटिस जैसी करीब 48 बीमारियां होने की संभावना बढ़ती हैं।

एल्युमीनियम के बर्तन में खाना खाने से होते है यह जानलेवा दुष्परिणाम की पूरी जानकारी पढ़ें।