उत्कटासन करते समय शरीर का आकर खुर्ची के समान होने के कारण इसे कुर्सी आसन या Chair Pose नाम से भी जाना जाता हैं।
उत्कट का मतलब होता है शक्तिशाली। यह आसन करने से सम्पूर्ण शरीर और खास कर पैर शक्तिशाली बनते है, इसलिए इसे उत्कटासन यह नाम दिया गया हैं।
यह आसन जांघों, घुटनों और टखनों की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।
यह आसन पेट के अंगों की मालिश करता है, जिससे पाचन क्रिया में सुधार होता है।
वजन को कम करने के लिए यह बेहद उपयोगी हैं। जांघ, कमर और पेट पर जमी अतिरिक्त चर्बी गायब होना शुरू होती हैं।
इस आसन से अनियंत्रित वीर्यपात नहीं होता और वीर्य में दृढ़ता आती हैं।
महिलाओं में मासिक धर्म से जुडी समस्या कम होती हैं।
आपके नितंब (Hips) और जांघ (Thighs) आकर्षक बनते हैं।
यह आसन रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाता है और पीठ दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है।
यह आसन थकान को दूर करने और ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है।