चेस्ट फैट, जिसे गायनेकोमैस्टिया भी कहा जाता है, अतिरिक्त वसा है जो छाती पर जमा होती है।
सौभाग्य से, योगासन चेस्ट फैट को कम करने में मददगार हो सकते हैं।
भुजंगासन यह आसन छाती, कंधों और रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाने में मदद करता है
धनुरासन यह आसन छाती, कंधों, पीठ और पेट की मांसपेशियों को खींचता है और मजबूत करता है।
चक्रासन यह आसन पूरी पीठ, छाती और कंधों को मजबूत करता है।
सूर्य नमस्कार यह आसनों का एक क्रम है जो पूरे शरीर को गर्म करता है, मांसपेशियों को मजबूत करता है और कैलोरी जलाता है।
बालासन यह आसन छाती, कंधों और रीढ़ की हड्डी को आराम देने में मदद करता है।
योग के अलावा, कार्डियो और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग जैसी अन्य प्रकार की व्यायाम भी करें।
ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज और दुबला प्रोटीन खाएं। प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, चीनी और अस्वास्थ्यकर वसा से बचें।
तनाव भी वजन बढ़ने में योगदान कर सकता है। योग, ध्यान और गहरी सांस लेने के व्यायाम तनाव को कम करने में मदद कर सकते हैं।