एसिडिटी एक आम समस्या है जो पेट में एसिड के बढ़ने के कारण होती है। यह पेट में जलन, दर्द, और छाती में जलन का कारण बन सकता है।
योग एसिडिटी को कम करने में मदद कर सकता है। योग आसन और प्राणायाम पेट के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
वज्रासन एक स्थिर मुद्रा है जो पेट के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करती है। यह पेट के अंगों को आराम देने और पाचन में सुधार करने में मदद करता है।
वज्रासन
पवनमुक्तासन एक पेट की सफाई मुद्रा है जो पेट से गैस और कब्ज को दूर करने में मदद करती है। यह पेट के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और एसिडिटी को कम करने में मदद करता है।
पवनमुक्तासन
नाड़ी शोधन प्राणायाम एक श्वास तकनीक है जो शरीर के दो मुख्य नाड़ियों, इडा और पिंगला को संतुलित करने में मदद करती है। यह एसिडिटी को कम करने में मदद करता है।
नाड़ी शोधन प्राणायाम
कपाल भाती प्राणायाम एक श्वास तकनीक है जो मस्तिष्क को ऊर्जा देने और तनाव को कम करने में मदद करती है। यह पाचन में सुधार करने और एसिडिटी को कम करने में भी मदद करता है।
कपाल भाती प्राणायाम
उष्ट्रासन एक मुद्रा है जो पेट के अंगों को आराम देने और पाचन में सुधार करने में मदद करती है। यह पेट के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और एसिडिटी को कम करने में भी मदद करता है।