सदियों से भारत में पीतल के बर्तनो का इस्तेमाल खाना बनाने और खाने के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा हैं।
आयुर्वेद और मॉडर्न साइंस भी पीतल के बर्तन में खाना खाने की सलाह देते हैं।
पीतल में मौजूद तांबे और जस्ता पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। तांबा एंजाइमों के उत्पादन को बढ़ाता है जो भोजन को तोड़ने में मदद करते हैं।
पीतल में मौजूद एंटी-माइक्रोबियल गुण रोगाणुओं को पनपने से रोकते हैं।
पीतल में मौजूद लोहा लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में मदद करता है और खून की कमी दूर करता है।
पीतल में मौजूद कैल्शियम हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।
पीतल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट त्वचा और बालों को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
पीतल में मौजूद जस्ता मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। यह याददाश्त और एकाग्रता में सुधार करने में मदद करता है।