CPR का full form है Cardiopulmonary Resuscitation, इसे हिंदी में संजीवनी क्रियाकहा जाता हैं।
CPR से किसी बेहोश या मूर्छित व्यक्ति के दिल (Heart) और फेफड़ो (Lungs) को पुन: होश में लाया जाता है। CPR करने से आप किसी कि जान बचा सकते है।
CPR का उद्देश्य डॉक्टरी सहायता मिलने तक पीड़ित दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को जीवित रखना होता है।
CPR कैसे करते हैं?
CPR में दो कार्य किये जाते है १) मुंह द्वारा सांस भरना: २) छाती को दबाना :
CPR देने से पहले, यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि व्यक्ति को कोई चोट या बीमारी न हो जिससे CPR उन्हें और नुकसान पहुंचाए।
CPR कैसे करते हैं?
1. व्यक्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करें। 2. व्यक्ति को हिलाकर देखें और पूछें कि क्या वे ठीक हैं। यदि वे प्रतिक्रिया नहीं देते हैं, तो उन्हें बेहोश माना जाता है।3. जल्द से जल्द मदद के लिए 108 पर कॉल करें।
CPR कैसे करते हैं?
4. व्यक्ति के सीने के बीच में अपने हाथों को रखें, एक हाथ दूसरे के ऊपर रखें। अपनी कोहनी को सीधा रखें और अपने शरीर के वजन का उपयोग करके छाती को 5 से 6 इंच नीचे दबाएं।एक मिनट में 100 से 120 दबाव दें।
CPR कैसे करते हैं?
5. मुँह से सांस दें। व्यक्ति के मुंह को कसकर बंद करें और अपने मुंह से उनके फेफड़ों में 2 से 3 बार सांस डालें। प्रत्येक सांस के बाद, व्यक्ति के सीने को उठाकर देखें कि क्या उनके फेफड़े फूल गए हैं।
CPR कैसे करते हैं?
6. 108 की मदद आने तक CPR जारी रखें।
"CPR एक महत्वपूर्ण जीवन रक्षक कौशल है जो किसी व्यक्ति की जान बचा सकता है।"
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