क्या Covishield Vaccine से बढ़ता है Heart Attack  का खतरा?

ब्रिटिश फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका ने पहली बार कोर्ट में स्वीकार किया है कि उसकी कोविड-19 वैक्सीन COVISHIELD से गंभीर साइड इफेक्ट हो सकते हैं.

ब्रिटिश हाईकोर्ट में  कंपनी ने माना है कि उसकी कोरोना वैक्सीन से कुछ मामलों में थ्रॉम्बोसिस थ्रॉम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम यानी TTS हो सकता है।

इस बीमारी से शरीर में खून के थक्के जम जाते हैं और प्लेटलेट्स की संख्या गिर जाती है। इसका असर दिमाग पर और हार्ट पर होता है। 

लेकिन, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि TTS अत्यंत दुर्लभ है। भारत में, 10 लाख से अधिक कोविशील्ड टीका प्राप्तकर्ताओं में से केवल 4.2 मामलों में TTS की पुष्टि हुई है।

सरदर्द, साफ़ दिखाई न देना, चक्कर, बोलने में तकलीफ, सीने में दर्द, पैरो में सूजन, सांस लेने में दिक्क्त, स्किन पर शरीर में खून थक्के जमने के  निशान यह कुछ TTS के प्रमुख लक्षण है।

डॉक्टर के अनुसार वैक्सीन का प्रभाव शरीर में कुछ महीनों में कम होने लगता है और बूस्टर डोज ले चुके लोगों को भी डेढ़ साल से अधिक का समय बीत चुका है, ऐसे में ज्यादा डरने और परेशान होने की जरूरत नहीं है। 

किसी भी प्रकार के टीके में एक से दो फीसदी दुष्प्रभाव का खतरा हो सकता है। कोविशील्ड के कारण होने वाली 'टीटीएस' की समस्या भी इसी तरह की हो सकती है।

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