डायबिटीज के रोगी के लिए सबसे लाभकारी और सरल आसन है सूर्य नमस्कार। इस योगासन में करीब 12 आसनों का समावेश होता है।
पश्चिमोत्तानासन से पाचन ठीक रहता है और इन्सुलिन के निर्माण में मदद मिलती हैं।
वज्रासन खाने के बाद भी कर सकने वाला वाला यह एकमेव सरल आसन है। इससे पाचन तंत्र मजबूत बनता है एवं मन को शांति मिलती है।
सेतुबंधासन डायबिटीज में उपयोगी आसन है। इससे पेट के अंगो की मालिश होती है और पाचन ठीक रहता है।
उष्ट्रासन पेंक्रियाज को उत्तेजित कर, इंसुलिन के स्त्राव को मदद करता है, इस वजह से डायबिटीज कंट्रोल में रहने में मदद मिलती है।