आपने अक्सर घर के बड़े बुजुर्गों को कहते हुए सुना होगा की हमें खाना खाते समय खाने का हर निवाला अच्छे से 32 बार चबाकर खाना चाहिए।
हजारों वर्ष पहले आयुर्वेद में भी इस बात का प्रमाण मिलता हैं। अब तो आधुनिक विज्ञान भी इस बात को मानता है और इसका पालन करने की सबको सलाह देता हैं।
भोजन करते समय खाना चबाने का प्रमुख काम होता है खाने के छोटे टुकड़े करना और उनमे लार का मिश्रण होना। खाने को 32 बार चबाने से यह दोनों काम अच्छी तरह से होता हैं। लार में मौजूद एंजाइम भोजन के पाचन में मदद करता हैं।
32 बार चबाकर खाने के फायदे
32 बार चबाकर खाने से हमारे पेट में खाने का पाचन भी अच्छी तरह होता हैं। खाना चबाने से Trigeminal nerve के माध्यम से मस्तिष्क को संकेत मिलता है जिससे पेट में पाचन के लिए जरूर एसिड का स्त्राव शुरू हो जाता हैं।
32 बार चबाकर खाने के फायदे
जब हम धीरे-धीरे 32 बार चबाकर खाना खाते है तो हम उतना ही खाना खाते है जितनी की शरीर को आवश्यकता होती हैं। इससे मोटापा नहीं होता हैं।
32 बार चबाकर खाने के फायदे
32 बार चबाकर खाने से आहार से सभी पौष्टिक तत्व का पेट में ठीक से पाचन होने से पूरा अवशोषण होता है। अगर खाने का ठीक से पाचन नहीं होता है तो यही आहार पेट में जहर तैयार कर सकता हैं।
32 बार चबाकर खाने के फायदे
32 बार चबाकर खाने से अन्न के टुकड़े दातों में नहीं फसते है और लार मिश्रित होने से मुंह में मौजूद सभी बैक्टीरिया भी नष्ट हो जाते है जिससे मुंह की दुर्गन्ध की समस्या नहीं होती हैं।