फेफड़ों को मजबूत करने वाला भस्त्रिका प्राणायाम अगर गलत समय पर किया जाए तो इससे आपको गंभीर दुष्परिणाम हो सकते हैं।
हाई ब्लड प्रेशर, हर्निया, ह्रदय रोग के रोगी, गर्भवती महिला, अल्सर, मिरगी, पथरी, और मस्तिष्क आघात के रोगी
भास्त्रिका न करे।
भास्त्रिका न करे!
Sinus के रोगी और जिनके नाक की हड्डी बढ़ी हुई या टेडी है वह अपने डॉक्टर के सलाह लेकर ही यह प्राणायाम करे।
भास्त्रिका न करे!
भस्त्रिका प्राणायाम करने से पहले नाक साफ़
जरूर कर लेना चाहिए।
भास्त्रिका न करे!
गर्मी के दिनों यह सिर्फ सुबह के समय ही करे और सामान्य से कम चक्र
करना चाहिए।
भास्त्रिका न करे!
भस्त्रिका प्राणायाम करते समय शुरुआत में कम समय के लिए करे और धीरे-धीरे अभ्यास का समय और
चक्र बढ़ाये।
भास्त्रिका न करे!
भस्त्रिका प्राणायाम के बाद अनुलोम-विलोम प्राणायाम कर श्वसन को नियमित करना चाहिए।
याद रखे
भस्त्रिका प्राणायाम की पूरी जानकारी विस्तार मे पढे।