Alzheimer’s रोग संबंधी अधिक जानकारी निचे दी गयी हैं :
Alzheimer’s – Symptoms, Causes, Treatment and Prevention in Hindi.
Alzheimer’s रोग का क्या कारण हैं ? Alzheimer’s causes in Hindi
Alzheimer’s रोग होने का मुख्य कारण अभी तक पता नहीं चला हैं और इस पर अभी भी शोध चल रहा हैं। कुछ विशेषज्ञों का मानना है की हमारे मस्तिष्क में दिमाग (Brain) के अंदर कुछ कोशिकाओ (Cells) की उम्र के साथ मृत्यु होने के कारण दिमाग में कुछ संदेश (signal) पहुचने में गड़बड़ी होने से Alzheimer’s होता हैं। अगर आपके परिवार में किसी को यह रोग होने का इतिहास है तो आपको यह रोग होने के संभावना बढ़ जाती हैं।
आपके डॉक्टर आपको दिमाग की गड़बड़ी पता करने के लिए CT Scan, MRI या PET जैसे परिक्षण करने की सलाह दे सकते हैं। मधुमेह (Diabetes), ह्रदय रोग (Heart Disease), अनुवांशिकता (Hereditary), मोटापा (Obesity) और सिर में चोट (Head Injury) के इतिहास होने वाले व्यक्तिओ में Alzheimer’s होने का खतरा अधिक रहता हैं।
Alzheimer’s रोग जैसे लक्षण कुछ अन्य रोगो में भी हो सकते है जैसे की :
- Hyperthyroidism – ज्यादा प्रमाण में Thyroxine हार्मोन के निर्मिति होना
- Vitamin B12 या Folic acid की कमी
- Parkinson’s Disease
- Brain Tumour
- Subdural Hematoma
पीड़ित की जांच कर डॉकटर योग्य निदान कर अगर लक्षण ऊपरी कारणों से है तो उनका इलाज कर सकते हैं।
Alzheimer’s रोग के क्या लक्षण हैं ? Alzheimer’s symptoms in Hindi
Alzheimer’s रोग के लक्षण धीरे-धीरे बढ़ते हैं और कोई उपचार या सावधानी न बरतने पर यह लक्षण बिगड़ भी सकते हैं। Alzheimer’s में निम्नलिखित लक्षण नजर आते है जैसे की :
- स्मरणशक्ति में कमी आना
- हाल में हुई घटनाओ को भूल जाना
- जरुरी निर्णय न ले पाना
- भाषा ठीक प्रकार से न बोल पाना
- समय और स्थान के बारे में भ्रम
- लोगो की पहचान न रहना
- रोजमर्रा के काम जैसे की – कपडे पहनना, नहाना, वाहन चलाना, पैसो का व्यवहार, खाना पकाना इत्यादि कार्य करने की क्षमता में परिवर्तन
- अपनी भावनाए संभालने में मुश्किल
- अधिक उत्तेजित रहना
- अवसाद, तनाव और Depression
- नींद की कमी
भारत में अगर ऊपर दिए गए लक्षण अगर किसी वृद्ध में नजर आने लगते हैं तो उनके परिवार और अन्य लोगो की यही सोच होती है यह तो बुढ़ापे की निशानी हैं और इसका कुछ नहीं किया जा सकता हैं। कुछ लोग तो यह भी मानने लगते है की बूढ़ा पागल हो गया हैं या सठिया गया हैं। लोग यह नहीं समझ पाते के ऐसे पीड़ित वृद्ध को आपके सहारे और इलाज की जरुरत हैं। ऐसे पीड़ित व्यक्ति को दोष देने और उनपर गुस्सा करने के बजाए डॉक्टर के पास ले जाकर उनका इलाज कराना चाहिए।
Alzheimer’s का इलाज कैसे किया जाता हैं ? Alzheimer’s treatment in Hindi
Alzheimer’s को पूरी तरह से ठीक कर पाना फिलहाल मुमकिन नहीं हैं। Alzheimers के इलाज के लिए दुनियाभर में शोध चल रहे हैं। अगर शुरुआती समय में Alzheimers पीड़ित व्यक्ति का इलाज शुरू हो जाए तो इसके लक्षणों को कम किया जा सकता हैं।
Alzheimer’s ईलाज के लिए कई नयी दवाइयाँ उपलब्ध है जो की इसके लक्षणों को कम करती है और अन्य नए लक्षणों को होने से रोक सकती हैं। आपके डॉकटर इस बारे में आपको अधिक जानकारी दे सकते हैं। पीड़ित के उम्र, वजन, अन्य बीमारी और लक्षण के हिसाब से डॉक्टर कौन सी दवा देना है यह निर्धारित करते हैं।
Alzheimer’s से बचाव के लिए क्या सावधानिया बरतनी चाहिए ?
Alzheimer’s से बचाव के लिए निम्नलिखित सावधानिया बरतनी चाहिए :
- आहार / Diet : समतोल पौष्टिक आहार लेना चाहिए। अच्छे मात्रा में ताजे फल और सब्जिया खाना चाहिए। ताजे फल और हरी सब्जियों में भरपूर प्रमाण में Vitamins और Anti Oxidants होते है जो की हमारे Brain Cells को उम्र और Free radicals से होने वाली क्षति से बचाव करते हैं।
- व्यायाम / Exercise : नियमित व्यायाम करे। अपने उम्र और क्षमता के हिसाब से चलना, दौड़ना या साइकिल चलाना आदि व्यायाम करे। व्यायाम करने से शरीर में रक्तसंचारण अच्छे से होता है और Brain Cells को पर्याप्त मात्रा में रक्त और प्राणवायु (Oxygen) मिलता हैं।
- सक्रीय रहे / Be Active : हमेशा नयी चीजे सिखने के लिए तैयार रहे। मानसिक रूप से सक्रीय रहे। नयी चीजे सिखने से या हमेशा किसी काम में व्यस्त रहने से हमारे Brain Cells का व्यायाम होता है। इसी व्यायाम से Brain Cells जल्द खराब या मृत नहीं होते हैं। आलसी व्यक्तिओ में Alzheimer’s का प्रमाण ज्यादा रहता हैं। अपने मित्र-परिवार से मेलजोल और दोस्ती बनाए रखे। दिमाग को काम मिले ऐसे खेल खेले।
- ह्रदय रोग / Heart Disease : ह्रदय रोग से पीड़ित व्यक्तिओ में Alzheimer’s होने की संभावना अधिक रहती है। अपना आहार, विहार और व्यायाम इस प्रकार रखे की आपको ह्रदय रोग का खतरा कम से कम रहे। याद रहे की, “जो चीज आपके दिल के लिए अच्छी है वह आपके दिमाग (Brain) के लिए भी अच्छी हैं।” कुछ शोधकर्ताओं का मानना है की, ह्रदय रोग और Cholesterol को नियंत्रण में रखने के लिए उपयोग में ली जानेवाली Statins दवा से Alzheimer’s का ख़तरा कम रहता हैं।
- तनावमुक्त रहे / Stress Management : आजकल के दौड़भाग और महंगाई के युग में तनाव से बच पाना लगभग नामुमकिन हैं। तनाव हर किसी के जीवन में होते हैं पर इस तनाव का हमारे स्वास्थ्य पर विपरीत परिणाम होने देने की बजाए हमें इसे चुनौती मान कर परिश्रम पूर्वक इसे दूर करना चाहिए। तनाव में रहने से सिर्फ आपके मस्तिष्क पर ही बुरा असर नहीं पड़ता है बल्कि आपके तनाव में रहने से आपके सम्पूर्ण घर का माहोल खराब हो जाता हैं। इसे जरूर पढ़े – तनाव को दूर करे शिवलिंग हस्त मुद्रा
- सिर का बचाव / Protect your head : Alzheimer’s होने का एक बहुत बड़ा कारण सर में लगी चोट भी हैं। आप एक 10000- 20000 हजार के मोबाइल को बचाने के लिए 500 रूपए के cover के पीछे खर्च कर सकते हैं पर बात जब हेलमेट की आती है तो आपको वह महंगा लगता हैं। आपके सिर की कीमत आपके परिवार के लिए आपके मोबाइल की कीमत से ज्यादा हैं। अपने सिर को चोट से बचाने के लिए वाहन चलाते समय और कारखाने में काम करते समय हमेशा हेलमेट पहन कर रखे। सिर में लगी किसी भी चोट को मामूली न समझे और उसका तात्कालिक जांच एवं उपचार कराए।
- योग / Yoga : नियमित योग करे। नियमित प्राणायाम और ध्यान (Meditation) करने से Brain Cells को ताकत मिलती हैं। योग और ध्यान करने से स्मरणशक्ति बढती हैं और चिरकाल टिक कर रहती हैं।
- दवा / Medicines : अगर आपका उम्र के साथ आहार कम हो गया हैं और आपको आहार से पर्याप्त मात्रा में पौष्टिक तत्व नहीं मिल रहे है तो आप अपने डॉक्टर से Multi-Vitamin और Anti-Oxidant दवा ले सकते हैं। इन दवाओ से आप को ताकत / ऊर्जा मिलती है और Brain cells का क्षति पहुँचानेवाले free radicals से रक्षण होता हैं।
अगर आपके घर में कोई वृद्ध व्यक्ति हैं जिनमे की Alzheimer’s के कोई लक्षण नजर आते हैं तो कृपया उसे नजरअंदाज न करे। उन पर गुस्सा करना या उन्हें कोई दोष देने की जगह उनकी ठीक से चिकित्सक द्वारा जांच और दवा कराए।
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मेरा नाम है डॉ पारितोष त्रिवेदी और मै सिलवासा, दादरा नगर हवेली से हूँ । मैं 2008 से मेडिकल प्रैक्टिस कर रहा हु और 2015 से इस वेबसाईट पर और हमारे हिन्दी Youtube चैनल पर स्वास्थ्य से जुड़ी हर जानकारी सरल हिन्दी भाषा मे आप सभी के लिए साझा करने का प्रयास कर रहा हूँ ।
सुन्दर जानकारी दी है आपने डॉक्टर साब