एक लघु प्रेरणात्मक कहानी – व्यर्थ की दौड़

एक किसान के पास एक कुत्ता था। वह कुत्ता सड़क के किनारे बैठा रहता और आने जाने वाले हर गाडी पर भौकता था और गाडी के पीछे दूर तक भागते रहता था। गाडी तेज चलने के कारण कभी किसी गाडी को पकड़ नहीं पाता था।

A Motivational Story in Hindi on Meaningless Goals

एक बार उस किसान के पडोसी ने उसे पूछा, ” क्या आपको लगता हैं की आपका कुत्ता कभी किसी गाडी को पकड़ने में कामयाब होगा ?” किसान ने अपने पडोसी को जवाब दिया, ” मुझे इसकी चिंता नहीं है की क्या वह कभी किसी गाडी को पकड़ पाएंगा या नहीं। मुझे तो यह सवाल परेशान करता है की अगर कभी उसने किसी गाडी को पकड़ भी लिया तो वह उस गाडी का करेंगा क्या ?”

मित्रो, हम मनुष्य भी कभी-कभी इसी तरह व्यर्थ की दौड़ में अपना किमती समय बर्बाद करते रहते हैं। कई बार हम लोग जिस वस्तु की हमें जरुरत नहीं होती हैं उस वस्तु के पीछे अपना काम छोड़ कर पीछे पड़ जाते हैं। समय बहोत मूल्यवान हैं और इसे हमें सोच समझ कर उपयोग करना चाहिए। व्यर्थ की चिंता छोड़ हमे अपने लक्ष्य प्राप्ति के लिए प्रयत्न करना चाहिए।

Image courtesy : Mister GC at FreeDigitalPhotos.net


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