अस्थमा (Asthma) / दमा यह एक allergic रोग है जिसका समय पर उपचार (treatment) न करने पर रोगी व्यक्ति की हालत गंभीर हो सकती हैं। अस्थमा का रोकथाम करने के लिए रोगी व्यक्ति को दिए जानेवाले उपचार की जानकारी और महत्व पता होना जरुरी होता हैं।
अस्थमा रोग में किये जानेवाले विविध उपचार की जानकारी निचे दी गयी हैं :
अस्थमा का उपचार और घरेलु उपाय
Treatment and Home remedies of Asthma in Hindi
अस्थमा की चिकित्सा में कई प्रकार की दवाईयों का उपयोग किया जाता है। अस्थमा के चिकित्सा में उपयोग की जानेवाली मुख्य दवा की जानकारी निचे में गयी हैं :
अस्थमा की चिकित्सा में उपयोग में आने वाली दवाईयों का मुख्य उद्देश कुछ इस प्रकार है –
- श्वसन नलिका में वायु मार्ग खोलना
- एलर्जी कारको के प्रति आपके शरीर की प्रतिक्रिया कम करना
- आपके श्वसन नलिका के वायु मार्ग की सुजन कम करना
- रक्त संकुलता कम करना
- ब्रोंकोडायलेटर दवाईया श्वसन नलिका के आसपास की मांसपेशियों को आराम देता है, श्वसन नलिका के वायु मार्ग को चौड़ा करता है और हवा के प्रभाव में सुधार लाता है। ईन दवाईयों को आमतौर पर साँस के द्वारा लिया जाता है।
- ब्रोंकोडायलेटर का एक प्रकार बीटा एगोनिस्ट कहलाता है , यहाँ हलके और कभी कभी आनेवाले लक्षणों के बचाव दवा के रूप में दौरे को रोकता है। यह श्वसन यन्त्र के द्वारा साँस में जा सकता है या नेबूलायजर के साथ लिया जा सकता है।
- अस्थमा के नियंत्रण के लिए इनका इस्तेमाल किया जाता है। यह अस्थमा के तीव्र हमले के दौरान इतने लाभदायक नहीं है क्योंकि ये काम शुरू करने में लम्बा समय लेते है।
- एलर्जी कारको के प्रति शरीर की प्रतिक्रया कम करने के लिए और श्वसन नलिका के वायु मार्ग की सुजन कम करने के लिए steroids दवा का इस्तेमाल किया जाता है।
- यह दवा मौखिक और श्वसन मार्ग दोनों तरह से उपयोग में ली जा सकती है।
- Steroids दवाईया दुधारीतलवार की तरह होती है , ईन दवाईयों को इस्तेमाल सही ढंग से ना करने पर शरीर को नुकसान भी होसकता है।अस्थमा के तीव्र हमले के समय यह दवा जीवन रक्षक सिद्ध होती है।
- ईन दवाईयों का उपयोग डॉक्टर के सलाह अनुसार ही करे !
- इन्हालेर्सने अस्थमा के रोगियों की जिंदगी आसान बना दी है। इनके उपयोग से अस्थमा रोगियों की सामान्य दैनिक गतिविधिया करना आसान हो गया है।
- इनहेलर को मुह में लगाकर दवा को साँस द्वारा अन्दर खीचने पर दवा सीधी और तुरंत फेपड़े में श्वसन नलिका में पहुचती है और इस कारण इन्हालेर्सज्यादा असरदार साबित होते है।
- आमतौर परा अस्थमा में दवा मुहसे लेनेसे फेफड़े तक सिर्फ ६० % ही दवा पहुच पाती है पर इन्हालेर्स द्वारा दवा लेने पर दवा सीधी फेपड़े में पहुचने से इसकी खुराक भी कम लगती है।
- अध्ययनों से पता चला है की इन्हालेर्स को इस्तेमाल करने वाले अस्थमा के रोगी को अस्पताल में दाखील होने की कम जरुरत पड़ती है और साथ ही यह रोगी काम और स्कुल एवम कोंलेज मे नियमित रूप से उपस्थित रहते है।
अस्थमा में योग उपचार Yoga in Asthma
- योग : नियमित योग करने से अस्थमा के रोगियों को लाभ होता हैं।
- अस्थमा से पीड़ित व्यक्तिओं ने अपने डॉक्टर की सलाह से नियमित मत्स्यासन, सर्वांगासन, सिंहासन, योगमुद्रा और सूर्यनमस्कार योग आसन करना चाहिए।
- नियमित प्राणायाम करने से फेफड़ों की कार्यक्षमता बढती है और अस्थमा में लाभ होता हैं।
- कपालभाती और उज्जयी प्राणायाम करने से अस्थमा में अधिक लाभ होता हैं।
यहाँ पर हमने अस्थमा के चिकित्सा संबंधी संक्षिप्त जानकारी ली है।
अस्थमा संबंधी संपूर्ण जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करे – अस्थमा
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मेरा नाम है डॉ पारितोष त्रिवेदी और मै सिलवासा, दादरा नगर हवेली से हूँ । मैं 2008 से मेडिकल प्रैक्टिस कर रहा हु और 2015 से इस वेबसाईट पर और हमारे हिन्दी Youtube चैनल पर स्वास्थ्य से जुड़ी हर जानकारी सरल हिन्दी भाषा मे आप सभी के लिए साझा करने का प्रयास कर रहा हूँ ।
nice 1…..waiting for next
Nic Thanks
Hello…..
Very nice post…….
If you know about asthma treatment
Kya is bimari ko jad se khatam karne ka koi upay nhi h
अस्थमा को जड़ से ख़त्म करना फिलहाल मुमकिन नहीं हैं. योग, प्राणायाम, व्यायाम और आवश्यक एहतियात बरत कर आप अस्थमा के दौरे को कम कर सकते हैं.
Hi sir,
mujhe 7 month se Cough wali Khansi h. Mene sabhi test karvaye he but sabhi me normal hi aaya he, or fir bhi khansi band nhi huyi he, me puri saans leta hu or bolta hu khansi aayegi, me normal nhi bol pa rha. Jab bhi bolna ho to zor se hi bolna padta he, ye kya he mujhe samjh ni aa raha he. Mera wait bhi loss ho rha he
कृपया अपनी रिपोर्ट और XRAY हमें ८५११७४८३०१ पर WHATSAPP करे.
Mujhe bhi ek problem hai sir…gahiri sasn Lene mai bahut dikkat Hoti hai…bar bar हाइ हाइ ata hai…lekin sasn andar tak pochana bahut paresan hora hai…mujhe khasai bhi nai hai…kohi allergies bhi nahi…so kya problem ho sakta hai sir?
Doctor se milkar apna Chest Xray aur ECG jaanch karaye. Kya taklif hai pata chal jayega.
Hello sir.mujhe sans ki probom 10 sal se h. Mujhe दिन me koi problm nhi hoti bt sone ke sath hi sans lene me problm होने लगती h. फिर मुझे इनहेलर leni hoti h. Aylopath homeopath savi तरह का दावा किया bt koi kam nhi kiya. Pls reply
Apko yah samsya allergy ki vajah se ho sakti hai. Aap dr se milkar apni blood allergy test karaye aur jis chij se apko allergy hai vah avoid kare. Saath hi apne lungs ki capacity badhane ke liye Yoga aur Pranayam sikhe.
Doctor mujhe v bhout problem he asthma ki mujhe Kamse kam 2 saalse ye problem he. Me nahi jyada chal sakti hun na toh sidhiya Chad sakti hun mujhe 2 baar attack v aachuka he. O attack bhout jaanlewa thaa .dr mene 3 saal 2 saal pahele suicide commit Kia thaa poison piya thaa kya ye uss ka side-effects he plz reply me
Apko rojana anulom vilom, kapalbhati aur ujjayi pranayam karna chahie jisase apke lungs strong hoge. Apko aise sabhi chijo se dur rahna chahie jisase apko allergy hai. Aap chahte to allergy blood testing karakar yah pata bhi kar sakte hai.
sir meri mom ko kuchh din se khansi ki problem thi. aur sans lene me problem hoti thi treatment lene k bad WO thik ho gy PR kuchh din pahle av fr se saans lene me problem ho rhi h Dr. ne kaha asthma hai. kya ye suruaat h AGR suruaat h to ise jad se khatam kiya ja skta h .aur meri mom ko faydemnd ho aisa koi upaye ya salaah dijiye
Yah Allergic hota hai isliye Asthma ko jad se mitana mushkil hai. Aap iske attack ko kam kar sakte hai. Aap yah jaankari padhe – https://www.nirogikaya.com/2013/07/instructions-for-asthma-patients-in.html